बिना इनविजिलेटर्स कराएंगे एग्जाम
-आधे इनविजिलेटर्स ने नहीं की ड्यूटी ज्वॉइन
- नकल विहिन एग्जाम कराने की मंशा पर संदेह गहराया BAREILLY: यूपी बोर्ड एग्जाम स्टार्ट होने के एक दिन पहले तक एजूकेशन डिपार्टमेंट तैयारियों को दुरुस्त करने में जुटा रहा। जहां एक तरफ विभाग नकल विहिन एग्जाम कंडक्ट कराने का दावा ठोक रहा है, वहीं तमाम खामियां उसके दावों का माखौल उड़ा रही हैं। एग्जाम के पहले दिन तक न इनविजिलेटर्स का अता-पता रहा न ही फ्लाइंग स्क्वॉयड का। लास्ट ईयर बोर्ड एग्जाम में भारी गड़बडि़यों को उजागर करने वाले एडीआईओएस का एग्जाम से एक दिन पहले ट्रांसफर कर दिया गया। ऐसे में विभाग के नकल विहिन एग्जाम कंडक्ट कराने के मंशा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। एक दिन पहले invigilators गायबआज से एग्जाम स्टार्ट हो रहे हैं और एक दिन पहले संडे तक इनविजिलेटर्स का अता-पता नहीं था। एग्जाम में इनविजिलेटर्स की भूमिका सबसे अहम होती है। एक एग्जाम रूम में कम से कम दो इनविजिलेटर्स होने चाहिए। एक एग्जाम सेंटर पर आधे इनविजिलेटर्स उसकी स्कूल के बाकी दूसरे स्कूल के नियुक्त किए गए हैं। करीब 6,500 इनविजिलेटर्स की जरूरत है। इसमें से बेसिक के 2,825 की लिस्ट बनाई गई है। डिपार्टमेंट ने सभी इनविजिलेटर्स की लिस्ट तैयार करने का दावा तो किया है, लेकिन इनमें से आधे इनविजिलेटर्स का देर रात तक पता नहीं था। कई सेंटर्स ने कंप्लेन की बाहरी इनविजिलेटर्स ने उनके यहां ड्यूटी ज्वॅ3इन नहीं की है।
ADIOS का किया transfer एग्जाम शुरू होने के ठीक एक दिन पहले संडे को एडीआईओएस राजू राना के ट्रांसफर की खबर ने विभाग में खलबली मचा दी। कोई भी अधिकारी कुछ भी कहने से बचता रहा। राजू राना का अलीगढ़ ट्रांसफर कर दिया गया है। लास्ट ईयर उन्होंने बोर्ड एग्जाम की सबसे ज्यादा गड़बडि़यां पकड़ी थीं। Schools भी करते रहे तैयारी एग्जाम में स्टूडेंट्स के बैठने की व्यवस्था में स्कूल्स प्रशासन संडे को जूझते रहें। स्कूल मैनेजमेंट ने सभी डेस्क पर स्लिप चिपकवाई और लास्ट टाइम तक फर्नीचर की व्यवस्था करते रहे। वहीं स्टूडेंट्स में सेंटर और एग्जाम रूम देखने की उत्सुकता रही। बनाया गया control roomएग्जाम की व्यवस्था के लिए डीआईओएस, बेसिक और डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन के स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसके अलवा 6 फ्लाइंग स्क्वॉयड का भी गठन किया गया है। सभी एग्जाम सेंटर्स को 9 जोन और 36 सेक्टर में डिवाइड किया गया है। 1 सेक्टर मजिस्ट्रेट के जिम्मे में आधे दर्जन स्कूल हैं। हर सेंटर पर दो होमगार्ड और दो कॉन्स्टेबल की तैनाती की गई है। वहीं, 10 संवेदनशील सेंटर्स पर एक-एक इंस्पेक्टर भी तैनात होंगे।
पेपर के लिए भी लगानी होगी दौड़ कोर्ट के आदेश के बाद फॉर्म जमा कराने वाले स्कूल्स को एक-एक करके क्वेश्चन पेपर मुहैया कराया जा रहा है। जिस दिन एग्जाम होता है उसके एक दिन पहले ही उन्हें क्वेश्चन पेपर मुहैया कराया जाएगा। ऐसे में स्कूल्स मैनेजमेंट को क्वेश्चन पेपर के लिए रोजाना कलेक्शन सेंटर तक दौड़ लगानी होगी। Control room numbers फोन : 0भ्8क्-ख्भ्क्क्89म्, ख्ब्ख्7ब्फ्फ् डीआईओएस : 9ब्भ्ब्ब्भ्7ख्9म् बीएसए: 9ब्भ्फ्00ब्क्09 राजेंद्र कुमार: 9897फ्7भ्फ्9फ् कलीम: 9ब्क्ख्ब्म्ख्98क् एससी डोभाल: 9ब्क्ख्ब्भ्क्भ्ब्9