इसरो के डेवलप्ड सेटेलाइट बेस्ड चिप लगाने का काम जल्द होगा शुरू। बरेली में कुल 188 अन मैन्ड क्रॉसिंग पर लगाए जाएंगे डिवाइस।

BARERILLY: मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर होने वाले हादसे को रोकने के लिए रेलवे ने एक नई पहल की है। इसके लिए रेलवे इसरो की ओर से विकसित उपग्रह आधारित चिप प्रणाली का इस्तेमाल करेगी, जो सड़क मार्ग से सफर करने वाले लोगों को मानव रहित रेल क्रॉसिंग पर ट्रेन को लेकर आगाह करेगी। लिहाजा, क्रॉसिंग पार करने वाले लोग समय रहते सजग हो जाएंगे और हादसे का शिकार होने से बच सकेंगे।

 

ट्रेन जाते ही बंद हो जाएगा हूटर

नई व्यवस्था के तहत ट्रेनों के इंजन में इंटिग्रेटेड सर्किट (आईसी) चिप लगेंगे। क्रॉसिंग पर पहुंचने से करीब 4 किमी पहले ही आईसी चिप के माध्यम से हूटर बजने लगेगा। इससे सड़क मार्ग का उपयोग कर रहे लोग और उनके साथ ही फाटक के नजदीक ट्रेन चालक भी सचेत हो जाएगा। जैसे-जैसे ट्रेन रेल फाटक के नजदीक पहुंचेगी, हूटर की आवाज तेज होती जाएगी। ट्रेन के पार होते ही हूटर ऑटोमेटिक बंद हो जाएगा।

 

ट्रेन की एग्जेक्ट लोकेशन में मिलेगी मदद

यही नहीं सड़क मार्ग उपयोग करने वालों को सचेत करने के साथ ही उपग्रह आधारित प्रणाली का उपयोग ट्रेन पर निगाह रखने और रियल टाइम के आधार पर उसके आवागमन केबारे में बताने के लिए भी होगा। इस नई व्यवस्था से यात्रियों और अन्य लोगों को बहुत मदद मिलेगी। क्योंकि अभी ट्रेन की स्थिति और आवाजाही का पता लगाने के लिए ऐसी व्यवस्था नहीं है। फिलहाल यह काम हाथों से किया जाता है।

 

188 मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि नेवीगेशन सिस्टम प्रायोगिक तौर पर मुंबई और गुवाहाटी राजधानी ट्रेन में लगाई जाएंगी। प्रयोग सफल होने के बाद बाकी ट्रेनों के इंजन में भी आईसी चिप लगाने का काम होगा। साथ ही मानव रहित क्रॉसिंग पर हूटर लगाए जाएंगे। बरेली एनईआर और एनआई डिवीजन में करीब 188 रेलवे क्रॉसिंग मानव रहित हैं। जहां पर नेवीगेशन सिस्टम लगेगा।

 

हो चुके हैं कई हादसे

- 25 अक्टूबर 2017 को राज्यरानी एक्सप्रेस तेल भरे टैंकर से पीताम्बरपुर रेलवे क्रॉसिंग पर टकरा गई थी। जिसमें टैंकर चालक की मौत भी हो गई थी।

- 13 जून 2017 को श्मशान घाट रेलवे क्रॉसिंग के पास 55 वर्षीय नंदकिशोर रस्तोगी ट्रेन की चपेट में आ गए थे। जिसकी वजह से उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी।

 

कैसे करेगा काम

- इसरो नेवीगेशन सिस्टम के साथ हूटर को क्रॉसिंग पर इंस्टॉल किया जाएगा। आईसी चिप को ट्रेन के इंजन में लगाया जाएगा।

- मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर पहुंचने से 4 किमी पहले ही ट्रेन के इंजन में लगा आईसी चिप एक्टिवेट हो जाएगा।

- आईसी चिप के एक्टिवेट होते ही क्रॉसिंग पर लगा हूटर बज उठेगा। ट्रेन जैसे-जैसे क्रॉसिंग के पास आएगी हूटर की आवाज तेज होती जाएगी।

 

मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर नेवीगेशन सिस्टम लगेंगे। जो कि क्रॉसिंग पर होने वाले हादसे को रोकने का काम करेंगे। ट्रेन के नजदीक आते ही हूटर आवाज करने लगेगा।

राजेंद्र सिंह, पीआरओ, इज्जतनगर डिवीजन, एनईआर

Posted By: Inextlive