वाटर प्योरीफायर तो लगाए, पेयजल का पता नहीं
बरेली(ब्यूरो)। शहर के पब्लिक प्लेसेस हो या फिर कॉलेजेस अधिकांश जगह पर शीतल पेयजल की व्यवस्था तक नहीं की गई। एमजेपीआरयू का ऑक्सफोर्ड कहा जाने वाला बरेली कॉलेज में भी करीब पांच हजार से अधिक स्टूडेंट्स स्टडी करते हैं लेकिन इस कॉलेज में डिपार्टमेंट को छोड़ दे तो वॉटर फ्रीजर लगा तो दिए, लेकिन शीतल पेयजल शायद ही कहीं मिल रहा हो। इसी तरह डीआईओएस ऑफिस में भी बाहर आने-जाने वालों के लिए शीतल पेयजल के लिए व्यवस्था नहीं दिखी। हालांकि ऑफिसेस के अंदर जरूर व्यवस्थाएं ठीक थी। आईए बताते हैं आपको बरेली कॉलेज का हाल
कार्यालय के बाहर
बरेली कॉलेज में कार्यालय के बाहर गेट के पास ही लगा वाटर कूलर से शुद्ध पेयजल कहना बेमानी ही होगा। क्योंकि इस फ्रीजर वाटर कूलर से पानी तो परमानेंट ही बहता रहता है। इसके साथ ही यहां पर इतनी गंदगी थी कि स्टूडेंट्स को सादा पानी पीने के लिए भी हिम्मत जुटाना पड़ रही थी। गदंगी को देख स्टूडेंट्स यहां पर पानी पीए बगैर ही आगे बढ़ जा रहे थे।
प्रॉक्टर ऑफिस के पास सादा पानी
चीफ प्रॉक्टर ऑफिस के पास भी कहने के लिए वाटर कूलर लगवाया गया, इस वाटर कूलर के आसपास साफ-सफाई तो दिखी लेकिन पानी सादा ही सप्लाई हो रहा था। इससे स्टूडेंट्स के साथ ऑफिस स्टॉफ भी सादा पीनी पीने के लिए यूज कर रहे थे। जूलोजी डिपार्टमेंट के बाहर भी एक फ्रीजर लगा था लेकिन इस वाटर कूलर से भी पीने का पानी शुद्ध तो था, लेकिन सादा ही था।
पानी की टंकी भी खराब
बरेली कॉलेज में फ्रीजर के साथ कई जगह पीने के पानी के लिए टंकी लगवाई गई। इन पानी की टंकी में से कई तो बदहाल हो गई या फिर चलताऊ हालत में हैं लेकिन साफ सफाई नहीं होने के चलते स्टूडेंट्स को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
कॉलेज के कार्यालय, एलएलबी डिपार्टमेंट के अंदर और अदर डिपार्टमेंट के अंदर लगे वाटर कूलर और फ्रीजर की व्यवस्था तो ठीक है। लेकिन कैंपस में बाहर अगर कोई स्टूडेंट्स शीतल पेयजल के लिए तलाश करता है तो वह फिर तलाश करता ही रह जाएगा। उसे मजबूरन सादा पानी ही पीने को मिलेगा।
सेल्फ फाइनेंस कोर्स में सुविधा
बरेली कॉलेज में सेल्फ फाइनेंस कोर्सेस में भी वाटर फ्रीजर लगाए गए थे। यहां पर यह सभी वाटर फ्रीजर सही हालत में हैं। इनका मेंटिनेंस भी समय से चल रहा है, इसलिए यह फ्रीजर ठीक हालत में चल रहे थे। सेल्फ फाइनेंस कोर्सेस के स्टूडेंट्स के लिए शीतल पेयजल की व्यवस्था जरूर ठीक मिली।
बरेली कॉलेज में अभी परीक्षाएं शुरू हो रही हैं इसमें भी स्टूडेंट्स को प्रॉब्लम न हो इसके लिए वाटर कूलर वाहर से मंगाए गए हैं। इसके साथ ही कुछ वाटर फ्रीजर के लिए बजट भी मंागा है। जल्द ही व्यवस्थाएं ठीक हो जाएंगी।
-डॉ। आलोक खरे, चीफ प्रॉक्टर ठीक होनी चाहिएं व्यवस्थाएं
कॉलेज में स्टूडेंट्स के लिए शुद्ध एंव शीतल पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए। लेकिन कई वाटर फ्रीजर काम नहीं कर रहे हैं। इनको भी ठीक कराया जाना चाहिए। ताकि स्टूडेंट्स को समस्या न हो।
-अमन सिंह तोमर, छात्र नेता कॉलेज में वाटर फ्रीजर तो लगे हैं लेकिन इनका मेंटिनेंस नहीं हो पाया है। जिस कारण शीतल पेयजल स्टूडेंट्स को व्यवस्थाएं होने के बाद भी नहीं मिल पा रहा है। व्यवस्थाएं ठीक होनी चाहिए।
-राशिद मेवाती, छात्र नेता स्टूडेंट्स के लिए गर्मी में शीतल पेयजल के साथ शुद्ध पेयजल की व्यवस्था ठीक होनी चाहिए। क्योंकि इस गर्मी में शीतल पेयजल नहीं मिलने से स्टूडेंट्स को परेशानी होती है।
-नमित सक्सेना, छात्र