बरेली में पुलिस ने नहीं सुनी पुकार , तो डीएम से लगाई गुहार
(बरेली ब्यूरो)। जब भी किसी को कोई भी समस्या होती है। तो वह पुलिस के पास जाता है। जिससे उसकी समस्या का समाधान होगा। लेकिन इससे तो कुछ अलग ही देखने को मिल रहा रहा है। ऐसे में लोग पुलिस के पास जाने के बजाए सीधा डीएम के पास पहुंच रहे हैं। यह बात हम नहीं बल्कि डीएम के ऑफिस पहुंची शिकायतों का आंकड़ा बता रहा है। जनवरी माह में शुरू हुई आचार संहिता होने के बाद भी काफी शिकायतें डीएम के पास पहुंची हैं। जिसमें जमीन के विवाद की 52 और इनमें लड़ाई झगड़े की 80 शिकायतें पहुंची हैं। शिकायत कर्ताओं का कहना था कि वह थाने के चक्कर लगा चुका हैं इसीलिए अब डीएम के पास आए हैं।
नहीं हो रही सुनवाई
शिकायत लेकर पहुंच रहे पीडि़तों का कहना है कि वह कहीं भी जाते हैं तो एप्लीकेशन तो उनकी लिख ली जाती है। लेकिन उस पर महीनों तक सुनवाई नही होती है। ऐसे में किसी भी विभाग की समस्या हो तो वह सीधे संबधित अधिकारी को शिकायत करने के अलावा सीधा उच्च अधिकारी के पास जाना चाहता है।
महिलाओं की भी शिकायतें
डीएम ऑफिस पहुंचने वाली शिकायतों में जमीन और मारपीट ही नहीं महिलाओं को प्रताडि़त करने की भी शिकायतें शामिल हैं। इसमें कई शिकायतें ऐसी है जिसमें परिजनों ने महिला को प्रताडि़त करने भी शामिल हैं। इसमें कई शिकायतें तो पुलिस से रिलेटिड हैं, जिनकी सुनवाई थाना पुलिस ने नही की तो वह सीधे डीएम के पास पहुंच गई। हालांकि ऐसे सभी मामलों में डीएम ने कार्रवाई के लिए एसएसपी को कहा है।
केस-1
प्रेमनगर थाना क्षेत्र के रहने वाली सीमा की शादी नबावगंज थाना क्षेत्र में हुई थी। शादी को 6 महीना हो चुके हैं। सीमा का आरोप है कि शादी के बाद से दोबारा उनकी ससुराल से उन्हें आज तक कोई नहीं लेने आया। लेकिन जब ससुराल वालों से पूछा गया तो उन्होंने ले जाने के लिए मना कर दिया। इस मामले की तहरीर संबधित चौकी को दी तो वहां पर कोई सुनवाई नहीं हुई। काफी समय ऐसे ही निकल गया। जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने डीएम के यहां शिकायती पत्र दिया है।
केस -2
भोजीपुरा थाना क्षेत्र के राजीव ने पड़ोस में ही एक जमीन खरीदी थी। जिस पर पहले से ही विवाद चल रहा था। यह बात राजीव को पता नहीं था। लेकिन जब पता चला तो जमीन मालिक से उन्होंने पैसे वापस करने को कहा और जमीन खरीदने से साफ मना भी कर दिया। बात यहीं खत्म नहीं हुई। मामला और बढ़ गया जिसमें जमीन मालिक नो पैसे वापस नहीं दिए और न ही जमीन दी। जिससे परेशान होकर पुलिस में तहरीर दी। कुछ समय तक मामला चलता रहा। लेकिन जल्द ही खत्म भी कर दिया गया। ऐसे होते देख राजीव ने डीएम को शिकायत पत्र दिया। लेकिन चुनाव की वजह से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।
जो भी शिकायतें डायरेक्ट आती हैं। उन्हें एसएसपी के पास संशोधन के लिए भेजा जाता है। उन पर तत्काल कार्रवाई भी कराई जाती है। जो भी शिकायतें आई हैं उन पर कार्रवाई की जा रही है।
शिवाकांत द्विवेदी, डीएम बरेली 132 -टोटल मामलें अब तक
80 -शिकाएतें लड़ाई व झगड़े की
52 - जमीनी विवाद के देखने को मिले