सोमेश से शादी कर इल्मा बनी सौम्या, अग्नि परिक्रमा कर लिए सात फेरे
बरेली (ब्यूरो)। बड़ी बहन के निकाह के बाद इल्मा ने उसकी हालत देखी तो उसे मुस्लिम धर्म से नफरत होने लगी। आए दिन इल्मा की बड़ी बहन को उसका पति मारता पीटता, तीन तलाक की धमकी देता। इल्मा ने फैसला किया कि वह अपने साथ ऐसा नहीं होने देगी। चार साल प्रेम प्रसंग के बाद उसने सोमेश के साथ बरेली में सात फेरे लिए और इल्मा से सौम्या शर्मा बन गई। वह कहती हैं कि अब वह खुद को सुरक्षित समझती हैं।
चार साल चला प्रेम प्रसंग
बदायूं के एक गांव की रहने वाली इल्मा का अपने ही गांव के सोमेश शर्मा से करीब चार साल पहले प्रेम प्रसंग हो गया। सोमेश का शुरू से ही इल्मा के घर आना जाना था। चार सालों तक चले इस प्रेम प्रसंग में दोनों ने साथ जीने मरने की कसमें खाई। जब उसने अपनी बहन की हालत के बारे में सोमेश को बताया तो उसने कहा कि हमारे धर्म में ऐसा नहीं होता है। एक बार जिसको अपना लिया उसका साथ ङ्क्षजदगी भर निभाते हैं। इल्मा बताती हैं कि सोमेश के मिलने से पहले भी उसे ङ्क्षहदू धर्म की चीजेंच्अच्छी लगती थी। जब से सोमेश उन्हें मिला तब से उन्होंने पूजा पाठ भी शुरू कर दिया। 12 वीं तक पढ़ी इल्मा जब भी स्कूल या ट््यूशन जाती तो रास्ते में पडऩे वाले मंदिरों में सिर झुकाती जाती। कई बार उन्होंने अपनी ङ्क्षहदू सहेलियों के साथ मंदिर में पूजा भी की। जब परिवार वालों को सोमेश से प्रेम प्रसंग के बारे में जानकारी हुई तो उन्होंने उसके साथ मारपीट और अभद्र व्यवहार भी किया। जिसके बाद दोनों ने घर छोडऩे का फैसला कर लिया। दोनों भागकर बरेली अगस्त मुनि आश्रम के पंडित केके शंखधार के पास पहुंचे। उन्होंने ङ्क्षहदू रीति रिवाज से दोनों की शादी कराई और सात फेरे भी दिलवाए।
इल्मा उर्फ सौम्या शर्मा का पति सोमेश शर्मा दिल्ली में प्राइवेट जॉब करता है। इल्मा ने बताया कि उनके पिता टेलर हैं। परिवार में छह बहने हैं जिसमें से चार की शादी हो गई। पांचवे नंबर की सौम्या ने सोमेश से शादी की। अब एक छोटी बहन और बची है।
एडीजी से करेंगे सुरक्षा की मांग
सौम्या ने बताया कि, उसे अपने परिवार वालों से खतरा है। यदि उसके परिवार वालों को इस बारे में जानकारी हुई कि वह कहां है या फिर वह अपने घर की ओर गई तो उसके परिवार वाले उसे जान से मार देंगे। इसलिए अब वह बरेली जोन के एडीजी पीसी मीना से सुरक्षा की मांग करेंगी।
सौम्या अपने पति के साथ बदायूं के डीएम को भी को भी धर्म परिवर्तन के लिए आवेदन पत्र सौंपेंगे। सौम्या का कहना है कि उन्होंने अपना धर्म परिवर्तन अपनी मर्जी से किया है। उसके ऊपर किसी भी तरह का कोई जोर दवाब नहीं हैं।