Bareilly: आखिरकार बीडीए ने अवैध मोबाइल टावर पर कार्रवाई करने का मन बना लिया है. घनी आबादी और अवैध रूप से मकानों पर लगे मोबाइल टावर की जांच के लिए बाकायदा टीम का गठन कर लिया गया है और काम भी शुरू हो गया है. गौरतलब है कि आई नेक्स्ट ने 5 सितंबर के एडिशन में 'घर पर आफतÓ शीर्षक से ऐसे टावर और इससे होने वाली प्रॉब्लम्स को प्रमुखता से छापा था. पिछले दिनों सेंट्रल गवर्नमेंट ने भी इस संबंध में निर्देश जारी किए थे. अधिकारियों की मानें तो जल्द ही सिटी में अवैध रूप से लगे टावर्स को आईडेंटिफाइ कर नोटिस जारी किया जाएगा.


15-20 दिन लगेंगेमोबाइल टावर्स की जांच करने के लिए 10 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। टीम में शामिल जेई ने सर्वे का काम भी शुरू कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि टीम को जल्द सें जल्द टावर्स का सर्वे कर लिस्ट बनाने के निर्देश हैं। सिटी में जो भी टॉवर्स लगे हैं, उनकी जांच 15 से 20 दिन के अंदर हो जाने की उम्मीद है। कंपनियों ने लिया था stayबीएसएनएल, आईडिया, वोडाफोन, रिलायंस सहित अन्य कंपनियों के टावर घनी आबादी में ही लगे हैं। सीबीगंज, सिविल लाइंस, सुभाष नगर, कालीबाड़ी, कुतुबखाना जैसे तमाम एरियाज हैं, जहां घनी आबादी है। 2009-10 के आंकड़ों के एकॉर्डिंग, शहर में विभिन्न कंपनियों के 199 मोबाइल टावर हैं। इसी साल बीडीए ने सर्वे के बाद 190 टावर अवैध घोषित किए थे। फिर मोबाइल कंपनियों ने हाईकोर्ट से स्टे ले लिया। तब से मामला कोर्ट में ही लंबित है।


किस कंपनी के कितने टॉवरबीएसएनएल           123टाटा इंडिकॉम          33एयरटेल              43आईडिया              20वोडाफोन             12रिलायंस              24एयरसेल              26टोटल               281नोट - बीएसएनएल के अलावा सभी कंपनी के आंकड़े 2010 तक के हैं.

टीम का गठन कर सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है। जो टावर इल्लीगल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ नोटिस जारी किया जाएगा। -ओपी मिश्रा, एई, बीडीए

Posted By: Inextlive