मुख्य परीक्षा में हो गया था बाहर आर्मी इंटेलीजेंस की जांच में हुआ खुलासा २० डालर का नोट भी किया गया बरामद

बरेली(ब्यूरो)। जालसाज प्रवीण कुमार ङ्क्षसह बेहद शातिर इरादों वाला निकाला। शुरू से उसका सपना सेना में जाने का था। इसके लिए उसने एनडीए की तैयारी भी की। परीक्षा में भी बैठा, प्रीलिमिनरी टेस्ट तो पास कर लिया, लेकिन मुख्य परीक्षा में वह बाहर हो गया। इसके बाद अपने क्षेत्र में हल्ला उड़ा दिया कि उसका चयन सेना में हो गया है। भारतीय सेना में भर्ती के जुनून के कारण बाजार से सेना की वर्दी खरीदी। भारतीय सेना व एनडीए के फर्जी परिचय पत्र बनवाए। उसके बाद लेफ्टिनेंट बन कर रौब झाडऩे लगा। इतना ही नहीं क्षेत्रीय विधायक से उसने लेफ्टिनेंट बनने का हवाला देकर अपना सम्मान भी करवा लिया। यह सारा खुलासा तब हुआ, जब उसे पुलिस ने पकड़ कर आर्मी इंटेलीजेंस के हवाले कर दिया।

लोगों पर जमाने लगा प्रभाव
विधायक द्वारा सम्मान किए जाने व अखबारों में लेफ्टिनेंट की सुर्खियों के बाद जालसाज अपने इरादों को अंजाम देने निकल पड़ा। आर्मी अधिकारियों के साथ मुलाकात शुरू कर दी। भारतीय सेना की टोपी लगाकर तथा फौजी का रूप धर कर लोगों पर अपना प्रभाव जमाने लगा। बस व रेल में यात्रा शुरू कर दी। इस बीच ही उसे पता चला कि बरेली के जाट रेजीमेंट सेंटर में अग्निवीर रिलेशन कोटा भर्ती चल रही है। लिहाजा, उसने अभ्यर्थियों को भर्ती के नाम पर ठगने की योजना बनाई और बरेली आ गया। लेफ्टिनेंट स्तर के अधिकारी को बावर्दी ट्रॉली बैग व अन्य सामान पैदल ले जाता देख लोगों को शक हुआ। फिर वह अपने ही बुने जाल में फंस गया। आरोपित के पास से २० डालर का नोट भी बरामद हुआ है। उसके दो बैंक अकाउंट होने की बात सामने आई है।

ट्रेङ्क्षनग के बहाने घरसे निकला, ३० हजार लेता था खर्च
पूछताछ में पता चला कि वह घर वालों से ट्रेङ्क्षनग की बात कहकर घर से निकला था। ट्रेङ्क्षनग का हवाला देकर ही वह घर वालों से हर माह ३० हजार रुपये मंगवाता था। इसी रुपयों से उसने मौज शुरू कर दी। आर्मी क्षेत्र में घूमता। कैंटीन से खरीदारी करता। सेना में भर्ती की जहां जानकारी मिलती, वहां पहुंच जाता। पूछताछ में आरोपित ने अब तक किसी से ठगी की बात से इनकार किया है। दो भाईयों में वह बड़ा है। पिता सतेंद्र कुमार खेती करते हैं।

जांच में जुटीं खुफिया टीमें
बीते दिनों अग्निवीर रिलेशन कोटा भर्ती के लिए पहुंचे दो जालसाज पकड़े गए थे। दोनों के बाद अब फर्जी लेफ्टिनेंट धरा लिया गया। लिहाजा, आर्मी इंटेलीजेंस के साथ अन्य खुफिया टीमें भी अलर्ट हो गई हैं। जालसाज के मोबाइल को टीम खंगाल रही है। बैंक खातों व अन्य के बारे में जानकारी जुटा रही है।

Posted By: Inextlive