सीएफओ ने 49 होटलों में आग से बचाव के इंतजाम परखे 29 में मिली खामियां राजकमल होटल की बिल्डिंग में चलता मिला अस्पताल लखनऊ में हादसे के बाद जागा फायर डिपार्टमेंट

बरेली (ब्यूरो)। लखनऊ के लिवाना होटल में लगी आग से चार लोगों की मौत के बाद बरेली के फायर डिपार्टमेंट की नींद टूटी। बरेली में ऐसे होटलों की संख्या काफी है, जिनमें आग से बचाव के पर्याप्त इंतजाम ही नहीं हैं। और हां यदि किसी होटल में अग्नि समन यंत्र लगे हैं तो वह खराब पड़े हैं या फिर एक्सपायर हैं। यह हकीकत मंगलवार को तब सामने आई जब फायर डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने पूरे जिले में 159 होटल, स्कूल व अस्पतालों में जांच की। जिसमें 92 ऐसे संस्थान थे, जिनमें अग्निशमन यंत्र अपूर्ण थे। जब आग से बचाव के इंतजाम ही पूरे नहीं हैं। ऐसे में यदि आग लग गई तो कैसे बुझेगी। फायर डिपार्टमेंट की ओर से ऐसे होटल संचालकों को नोटिस जारी किया जाएगा।

49 में से 29 में खामियां
मंगलवार को सीएफओ चंदमोहन शर्मा ने टीम के साथ अभियान चलाकर स्टेशन रोड स्थित संचालित होटलों में आग से बचाव के उपकरणों की जांच की। कई होटलों में आग से सुरक्षा के इंतजाम देखकर सीएफओ दंग रह गए। ज्यादातर होटलों में अग्निशमन उपकरण या तो खराब मिले या फिर उनकी डेट एक्सपायर हो चुकी थी। अग्निशमन विभाग की टीम ने शहर के 49 संस्थानों में जाकर जांच-पड़ताल की। इसमें 29 में खामियां मिलीं हैं, उन्हें नोटिस जारी किए जाएंगे।

सीएफओ से भिड़ा होटल का मैनेजर
सीएफओ चंद्रमोहन शर्मा स्टेशन रोड स्थित राजकमल होटल में अग्निशमन उपकरण व आग से बचाव के इंतजामों की जांच करने पहुंचे तो वहां के हालात देखकर उनका पारा चढ़ गया। एक ही बिल्डिंग में होटल व अस्पताल संचालित मिले। साथ ही होटल में आग से सुरक्षा के इंतजाम भी नहीं थे। उन्होंने होटल पर कार्रवाई की बात की तो होटल मैनेजर सीएफओ से भिड़ गया। उन्होंने मैनेजर को समझाने का काफी प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद सीएफओ ने कोतवाली पुलिस को फोन कर मौके पर बुलाया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और होटल मैनेजर को पकडक़र कोतवाली ले गई। बाद में उसे छोड़ दिया गया। सीएफओ ने बताया कि मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कहा कि यदि नोटिस जारी होने के बाद दी गई समय सीमा में होटल संचालकों ने सुधार नहीं किया तो होटल को सील की कार्रवाई की जाएगी।

छह तहसीलों में 110 संस्थानों की जांच
शहर के साथ ही फायर डिपार्टमेंट की टीम ने मंगलवार को पूरे जिले में होटलों में अभियान चलाकर अग्निशमन उपकरणों की जांच की। छह तहसीलों में 110 संस्थानों में टीम ने जाकर जांच-पड़ताल की तो हकीकत सामने आई। ज्यादातर होटलों में आग से बचाव के उपकरण ही नजर नहीं आए। यदि किसी में थे तो खराब पड़े थे। नवाबगंज तहसील में 17 संस्थानों में नौ में खामियां पाई गई। मीरगंज में पांच में से एक, आंवला में 19 में आठ, फरीदपुर में 32 में 17 और बहेड़ी में 40 में से 28 में आग से बचाव के पर्याप्त इंतजाम नहीं मिले। सभी को नोटिस जारी करने की तैयारी चल रही है।


फैक्ट एंड फिगर
159 होटल, अस्पताल व स्कूल्स में पूरे जिले में की छापेमारी
49 होटलों में शहर में परखी आग से बचाव की व्यवस्था
29 होटलों में मिलीं खामियां
110 संस्थान छह तहसीलों के भी किए चैक
63 में आग से बचाव नहीं थे पर्याप्त इंतजाम

वर्जन
अधिकांश होटलों में आग से बचाव के इंतजाम नहीं मिले। सबसे ज्यादा खराब स्थिति राजकमल होटल की मिली। वहां एक ही बिल्डिंग में होटल व अस्पताल संचालित हो रहे हैं। उनके लाइसेंस निरस्त करने और सील की संस्तुति की जा रही है। इसके अलावा जिले की सभी तहसीलों में भी होटल, अस्पताल व स्कूलों में आग से बचाव के इंतजामों की जांच की गई है। जिसमें ज्यादातर में खामियां मिलीं हैं। उन्हें नोटिस जारी किए जाएंगे।
चंद्रमोहन शर्मा, सीएफओ

Posted By: Inextlive