जिले में टेंप्रेचर 40 डिग्री के ऊपर जा रहा है. लेकिन शहर के कई ऑफिसेस और कॉलेजेज में अभी तक शीतल पेयजल की तक व्यवस्था नहीं है.

बरेली(ब्यूरो)। जिले में टेंप्रेचर 40 डिग्री के ऊपर जा रहा है। लेकिन शहर के कई ऑफिसेस और कॉलेजेज में अभी तक शीतल पेयजल की तक व्यवस्था नहीं है। ऐसे में लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। पेयजल के लिए लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। डीआईओएस ऑफिस, बीएसएस ऑफिस और अवंतीबाई महिला महाविद्यालय में भी कई जगह इंडिया मार्का हैंड पंप खराब पड़े हुए हैं। शहर के कई एरिया में शीतल पेयजल के लिए प्याऊ लगवाई गई थी लेकिन अधिकतर अनदेखी के चलते खराब हो गई हैं। प्याऊ लगवाने में रुपए तो खर्च कर दिया लेकिन उसका लाभ आम लोगों को नहीं मिल पा रा है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने सैटरडे को शहर के अलग-अलग एरिया का रियलिटी चैक का वहां की हाल जाना। पढि़ए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट में पूरी रिपोर्ट

डीआईओएस ऑफिस
-जिला विद्यालय निरीक्षक और बेसिक शिक्षा अधिकारी का ऑफिस दोनों के ही कैंपस एक दूसरे से सटे हुए हैं। इसके पास में ही संयुक्त शिक्षा निदेशक का भी ऑफिस है। लेकिन इन तीनों के ऑफिस के बाहर अगर कोई आकर कोई व्यक्ति शीतल पेयजल की तलाश करेगा तो उसे शायद मिलना मुश्किल हो जाएगा। विधायक निधि से डीआईओएस ऑफिस में शीतल पेयजल की प्याऊ तो लगवाई गई थी। लेकिन इस प्याऊ को लगवाने के बाद अभी तक मरम्मत का काम और साफ सफाई का काम नहीं हुआ शायद इसीलिए यह प्याऊ आजतक खराब है। डीआईओएस ऑफिस में शीतल प्याऊ के साथ इंडिया मार्का हैंड पंप और पानी की टंकी भी एक और लगी है, लेकिन सभी की सभी खराब पड़ी है। इससे तो यही लगता है जिससे यहां के जिम्मेदारों ने ही अनदेखी के चलते इसको खराब कर दिया है।

अवंतीबाई महिला महाविद्यालय
वीरंगना रानी अवंतीबाई लोधी राजकीय महिला महाविद्यालय में एंट्री गेट से आगे बढक़र दो इंडिया मार्को हैंड पंप लगे हैं। इसमें से एक हैंड पंप ही चालू हालत में था, जबकि दूसरा खराब पड़ा था। खराब इंडिया मार्का हैंडपंप के चारो तरफ से इतनी झाड़ी उग आई थी कि हैंड पंप तलाशना भी मुश्किल था। वहीं पानी के लिए लगाई गई दो टंकी लगाई गई इसमें से भी एक ही पानी टंकी की सप्लाई दे रही थी जबकि एक खराब पड़ी थी। कॉलेज से स्टडी करने वाली छात्राओं से जब टीम ने बात की तो उन्होंने बताया कि कैंपस के डिपार्टमेंट में शीतल पेयजल की तो व्यवस्था है लेकिन बाहर कैंपस में नहीं है। कैंपस में बाहर इंडिया मार्का हैंड पंप और सादा पानी ही उपलब्ध है।

विकास भवन
शहर के सीडीओ ऑफिस यानि विकास भवन में कैंपस के बाहर तो इंडिया मार्का हैंडपंप लगा था जो चालू हालत में था। कैंपस के अंदर दो वाटर फ्रीजर लगे थे। लेकिन दोनों ही चालू हालत में थे। यहां पर आने जाने वालों के लिए शुद्ध एवं शीतल पेयजल की व्यवस्था सही थी।

कलेक्ट्रेट परिसर
शहर के कलेक्ट्रेट परिसर में बड़ी संख्या में लोगों का आना-जाना होता है। यहां पर आने जाने वाले लोगों को पेयजल की समस्या न हो इसके लिए वाटर फ्रीजर तो लगे ही हैं इसके साथ ही पांच रुपए में एक लीटर शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए एक निजी संस्था की तरफ से गेट पर ही पानी की व्यवस्था की गई है। जहां पर कोई भी व्यक्ति शुद्ध पेयजल ले सकता है। हालांकि कलेक्ट्रेट ऑफिस आने जाने वालों को पेयजल की समस्या से परेशान नहीं होना पड़ता है।

बोले बरेलियंस
शहर के पब्लिक प्लेसेस हो या फिर सरकारी ऑफिसेस सभी जगहों पर शीतल शुद्ध पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए। क्योंकि इन जगहों पर पब्लिक का सबसे अधिक जाना जाना होता है।
अंकित

कॉलेजेज में भी शुद्ध शीतल पेयजल की व्यवस्था नहीं है। जिम्मेदारों को चाहिए शुद्ध शीतल पेयजल की व्यवस्था कराएं। क्योंकि गर्मी लगातार बढ़ रही है ऐसे में लोगों को आराम मिल सके।
अंजुम मौर्य

सीडीओ ऑफिस और डीएम ऑफिस में शुद्ध शीतल पेयजल के लिए वाटर फ्रीजर तो लगे हैं वहां पर पानी की व्यवस्था भी है। इसी तरह दूसरे ऑफिसेस में भी पानी के लिए व्यवस्था होनी चाहिए।
पुरुषोत्तम

शहर के डीआईओएस ऑफिस, बीएसए ऑफिस कैंपस में लगे इंडिया मार्का हैंड और शीतल पेयजल के लिए लगाई गई प्याऊ भी बर्बाद हो चुकी है। जिनको ठीक कराना चाहिए।
कमलेश

Posted By: Inextlive