हॉस्पिटल में हत्थे चढ़ा बच्चा चोर
जबरदस्ती बात कर रहा था सुबह लगभग 6 बजे एक व्यक्ति ओल्ड मैटरनिटी वार्ड में आया। उसने बेड नंबर 20 पर एडमिट प्रीति के पास आकर बातचीत करना स्टार्ट किया। खन्नू मोहल्ला निवासी प्रीति का 7 दिन पहले ऑपरेशन से बच्चा हुआ था। तब से वह हॉस्पिटल में एडमिट है। वह व्यक्ति खुद को प्रीति का देवर बता रहा था। प्रीति उसे पहचान नहीं पा रही थी फिर भी वह उससे बच्चे को लेकर बातचीत करता रहा। बेड नंबर 22 पर एडमिट कविता के पति संजय को उस पर शक हुआ, तो उन्होंने उससे बाहर जाने के लिए कहा। वह उल्टा संजय को ही धमकाने लगा। बेहद शातिर है आरोपी
वार्ड के बाहर मौजूद तीमारदारों ने उस व्यक्ति से कड़ाई से बात की तो वह भागने लगा। इस पर सभी ने उसे पकड़कर पहले तो जमकर धुनाई की, फिर उसे चौकीदार श्याम बहादुर के कमरे में बंद कर दिया। चौकीदार ने तत्काल कार्यवाहक महिला सीएमएस डॉ। स्नेहलता को इंफॉर्म किया। उन्होंने मौके पर पहुंचकर कोतवाली पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी इससे पहले भी चोरी के कई मामलों में जेल जा चुका है। पुलिस के अनुसार आरोपी काफी शातिर है। नाम में भी झोल
कोतवाली एसओ के एकॉर्डिंग आरोपी शुरू से अपनी पहचान छुपाने की कोशिशें कर रहा है। मौके पर उसने खुद को किला क्षेत्र का निवासी पिंटू बताया। फिर कोतवाली पहुंचकर उसने बताया कि वह कर्मचारी नगर में रहता है और उसका नाम पंकज कुमार शर्मा है। मगर बाद में पुलिस पड़ताल में असलियत खुलकर आई कि वह बिहारीपुर का रहने वाला है और उसका नाम पंकज कुमार सक्सेना है। 21 मई - रिक्शाचालक सुशील का छोटा बेटा डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की इमरजेंसी से गायब हो गया था। 28 मार्च - अंजान व्यक्ति हॉस्पिटल से हरपाल मौर्य का 9 महीने का बच्चा मैटरनिटी वार्ड के बाहर से उसकी बहन की गोद से फुसलाकर ले गया था। 6 मार्च - ओपीडी से कैलाश चंद्र पांडे का न्यूली बॉर्न बेबी चोरी हो गया था। 5 मार्च - डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की ओपीडी से बच्चा चोरी हुआ था।