बंद बोरों में दीपक की तलाश
फतेहगंज पश्चिमी के लोधी गार्डन के तालाब में बंद बोरा मिलते ही मच जाता है शोर
किसी में मरा हुआ कुत्ता तो किसी में मिलता है कपड़ा, पर नहीं मिला दीपक BAREILLY: फतेहगंज पश्चिमी में 7वीं की छात्रा जावित्री की लाश मिलने के दूसरे दिन भी दीपक का कुछ पता नहीं चल सका। पुलिस तालाब में सर्च आपरेशन चलाकर बंद बोरों को खोलकर देख रही कि शायद दीपक का कुछ सुराग मिल जाए। इस दौराना कई बोरे भी मिले, लेकिन किसी में मरा कुत्ता तो किसी में कपड़े मिले। वहीं जावित्री की हत्या की बात से पिता और चाचा मुकर जा रहे हैं। हालांकि मौके पर मिले सबूत हत्या का इशारा उन्हीं की ओर कर रहे हैं। पूरे दिन चला सचर् आपरेशनमंडे को सुबह जावित्री की उसके घर के पास लाश मिलने के बाद पुलिस ने ट्यूजडे को भी दिन भर तालाब में सर्च अभियान चलाया, लेकिन दीपक का कुछ पता नहीं चला। दोपहर में करीब क्ख् बजे अचानक एक भरा बोरा तालाब में मिला, तो गांव वालों में दीपक की लाशा मिलने का शोर मच गया। यह खबर आग की तरह फैल गई और शहर में भी अधिकारियों के पास पहुंच गई लेकिन कुछ देर बाद ही खबर झूठी निकल गई। जब पुलिस ने बोरे को खोलकर देखा गया तो उसमें किसी कुत्ते की लाश मिली। यही नहीं तलाश के दौरान कई और बोरे भी मिले। जो भी बोरा भरा हुआ तालाब में मिलता तो गांव वालों को लगता कि उसमें लाश है लेकिन खोलने पर किसी में कपड़े तो किसी में कोई और सामान मिला।
खुद गुनाह नहीं कुबूल रहे पुलिस की जांच, सुबूत और परिस्थितियां साफ कह रही हैं कि जावित्री के पिता और चाचा ने अन्य के साथ मिलकर उसकी हत्या की है। यही नहीं उन्होंने दीपक को भी मारकर कहीं ठिकाने लगा दिया है, लेकिन वीरपाल और उसका चाचा अपनी जुबान से कुछ भी कुबूलने को तैयार नहीं है। जबकि जावित्री की लाश जिस बोरे में मिली वो वीरपाल के घर का है, मौके पर मिली बेल्ट जावित्री के भाई की है। इसके अलावा बोरे में रखी ईटें भी जावित्री के घर की हैं। दो दिन बाद दी थी सूचनापुलिस की मानें तो जावित्री ख्ब् मार्च को ही लापता हो गई थी और दीपक भी गायब हो गया था। जावित्री ने दीपक के घर ईट से मारने की सूचना देने गई थी लेकिन उसके घरवालों ने इसमें ज्यादा तेजी नहीं दिखायी। वह करीब आधा घंटे बाद ढूंढने गए। यदि वह तुरंत पहुंचते तो शायद कुछ और ही निकलकर सामने आता। यही नहीं जावित्री के पिता ने भी पुलिस को दो दिन बाद बेटी के गायब होने की सूचना दी थी। इससे पहले वह दीपक के परिवार वालों को जावित्री को ढूंढकर लाने और शादी कराने की बात का बहाना बना रहे थे।
अभी दीपक का कुछ पता नहीं चल सका है। जावित्री के पिता और चाचा भी हत्या की बात कुबूल नहीं रहे हैं। कुछ अन्य फरार लोगों की तलाश जारी है। कालू सिंह, सीओ मीरगंज बरेली