रिजर्वेशन न कर दे होली का रंग फीका
- दिल्ली रूट पर रोडवेज 80 extra bus बसें दौड़ाएगी
- रेलवे भी चलाएगी छह होली स्पेशल trains BAREILLY: होली आने में कुछ ही दिन शेष बचे हैं, लेकिन इसकी तैयारी अभी से शुरू हो गई है। इधर, रेलवे और रोडवेज भी अपनी तैयारी को अंतिम रूप देने में लगा है। क्योंकि होली और दीपावली दो ऐसे फेस्टिवल हैं, जिस पर पैसेंजर्स का प्रेशर बढ़ जाता है। इस प्रेशर से निपटने के लिए दोनों डिपार्टमेंट ने कमर कस ली है। होली स्पेशल ट्रेन और बसों के संचालन के लिए अधिकारी ने ग्रीन सिग्नल दे दिया है। इसके साथ ही कुछ रूट्स पर गाडि़यों के फेरे भी बढ़ाए जाएंगे। होली स्पेशल ट्रेनेंरेलवे ने होली पर पैसेंजर्स को विशेष सौगात देते हुए छह नई ट्रेनें चलाने का डिसीजन लिया है। इनमें से एक होली स्पेशल हर वेडनसडे को बरेली से दरभंगा के बीच चलेगी, जबकि बाकी ट्रेनें नई दिल्ली से लखनऊ, गोरखपुर, दरभंगा, अलीपुर द्वार और पटना तक दौड़ेंगीं। इनमें से दो ट्रेनें लखनऊ से नई दिल्ली के बीच चलाई जा रही है। इसमें एक ट्रेन फुली एसी है। होली स्पेशल अप-डाउन ट्रेनों का संचालन 30 मार्च तक होगी।
अभी से waitingहोली पर घर जाने वालों की संख्या इतनी अधिक है कि रिजर्वेशन कांउटर अभी से लंबी-लंबी कतारें देखी जा सकती है। उन्हें कन्फर्म रिजर्वेशन नहीं मिल रहा है। लगभग सभी ट्रेनों में नो रूम स्टेटस बताया जा रहा है। नई दिल्ली से बरेली की ओर आने वाली लखनऊ मेल, पदमावत एक्सप्रेस, श्रमजीवी सहित अन्य ट्रेनें में अच्छी खासी वेटिंग चल रही है। लखनऊ मेल में स्लीपर की बात करें तो 14 मार्च को 484 वेटिंग चल रही है। कुछ ऐसा ही हाल 15 व 16 मार्च का भी है। वहीं पदमावत एक्सप्रेस में 450 वेटिंग है। स्लीपर के अलावा एसी कंपार्टमेंट में भी वेटिंग चल रही है। न्यू फरक्का, हावड़ा, लखनऊ मेल सहित डिफरेंट ट्रेनों के एसी एसी कंपार्टमेंट में 100 से अधिक वेटिंग चल रही है।
रिटर्निग में भी टिकट नहीं इतना ही नहीं होली के बाद भी शहर से बाहर जाने वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। रिटर्निग टिकट भी नहीं मिल रहा है। इसलिए उनके सामने एक ही ऑप्शन बचता है। या तो वे जनरल में एडजेस्ट कर जर्नी करें। लखनऊ मेल, नौचंदी में 17 मार्च तक भी सीटें अवेलेबल नहीं हैं। ट्रेनों में no roomबिहार, दिल्ली, गोरखपुर सहित कई ट्रेनों में वेटिंग भी बंद हो गई है। नई दिल्ली से बरेली आने वाली श्रमजीवी एक्सप्रेस के स्लीपर क्लास में 14,15,16,17,18 और 19 मार्च तक नो रुम है। ट्रेनों में सीट नहीं मिलने से लोग प्राइवेट गाडि़यों का सहारा ले रहे है।
Roadways कर रहा तैयारी पैसेंजर्स को बेटर सर्विस प्रोवाइड कराने के लिए रोडवेज ने भी अपनी कमर कस ली है। वर्कशॉप में होली स्पेशल चलने वाली बसों की मरम्मत शुरू हो गई है। इसका मकसद फेस्टिवल सीजन में लोगों को किसी तरह की असुविधा न हो। साथ ही बस भी रोड पर फर्राटे से दौड़ सके। दिल्ली, आगरा, बदायूं सहित डिफरेंट्स रूट़्स के लिए करीब 100 एक्स्ट्रा बसों का संचालन किया जाएगा। ऑफिसर्स का कहना है कि होली स्पेशल बसों का संचालन 14 मार्च से स्टार्ट कर दिया जाएगा। पैसेंजर्स को बसों की सर्विस नॉवेल्टी और सैटेलाइट बस स्टैंड से मिलेगी। 80 एक्स्ट्रा बसें चलेंगीबरेली से दिल्ली के बीच कुल 120 बसें चलती हैं। इनमें से 96 बसें बरेली और 24 बसों का संचालन बदायूं बस स्टेशन से किया जाता है। इस रूट पर पैसेंजर्स की संख्या सबसे अधिक होती है। होली पर पैसेंजर्स की भीड़ को देखते हुए बरेली और दिल्ली के बीच 80 एक्स्ट्रा बसों का संचालन होगा। बढ़े हुए बसों का संचालन 14, 15,16 और 17 मार्च तक होगी। जरूरत के मुताबिक डेट बढ़ाई भी जा सकती है। ऑफिसर्स का कहना है कि, रामपुर, पीलीभीत, शाहजहांपुर रूट पर भी बसों के फेरे बढ़ाए जाएंगे।
एक्स्ट्रा पैसे खर्च करने को तैयार रोजाना रोडवेज की बसों से करीब 75,000 पैसेंजर्स जर्नी करते हैं। होली जैसे खास फेस्टिवल पर पैसेंजर्स का प्रेशर और बढ़ जाता है। सेफ और साउंड जर्नी के लिए लोग एक्स्ट्रा पैसा भी खर्च करने को तैयार हैं। कई लोग तो वॉल्वो से भी जर्नी की प्लानिंग कर रहे हैं। बरेली से दिल्ली के बीच चलने वाली दोनों वॉल्वो में बुकिंग तेज हो गई है। ऑफिसर्स बताते है कि 16 मार्च तक वॉल्वो की सभी सीटें फुल हो जाने का अनुमान है। 15 को सबसे अधिक भीड़रेलवे और रोडवेज के ऑफिसर्स 15 मार्च को ट्रेनों व बसों में सबसे अधिक भीड़ होने का अनुमान लगा रहे हैं। ऑफिसर्स बताते है कि इस बार होली 17 मार्च यानी मंडे को पड़ रही है। जबकि 16 मार्च को संडे है। लिहाजा जॉब करने वाले लोग 15 मार्च को ड्यूटी करके ही घर के लिए निकलेंगे। इस दिन करीब 30 परसेंट अधिक पैसेंजर्स जर्नी करेंगे।
बढ़ जाती है आमदनी फेस्टिवल के दौरान रेलवे और रोडवेज भी मालामाल हो जाता है। होली व दीपावली दो ऐसे फेस्टिवल है जब ट्रेनों व बसों में सबसे अधिक मारामारी रहती है। रोडवेज के ऑफिसर्स बताते हैं कि जनरल दिनों में रोडवेज की डेली कमाई करीब 55 लाख होती है, लेकिन फेस्टिवल आते ही यह आंकड़ा 60 से 65 लाख तक पहुंच जाता है। वहीं दूसरी ओर रेलवे की आमदनी में भी करीब 25 से 30 परसेंट तक का उछाल आ जाता है। Train chart for journey Train ट्रेन - Day - Date - बरेली कब तक 0ब्फ्क्ब् बरेली-दरभंगा - प्रत्येक बुध - 7 से ख्8 मार्च - 7.क्0 मार्निग 0ब्ख्0क् लखनऊ- नई दिल्ली - मंगल, शुक्र रवि - 7 से फ्0 मार्च - क्क्.ब्8 रात 0ब्ख्0ख् नई दिल्ली लखनऊ - बुध, शनि, सोम - 8 से फ्0 मार्च - क्क्.ब्8 रात 0ब्0ख्क् लखनऊ-नई दिल्ली - बुध, शनि, सोम - 8 से फ्0 मार्च - क्क्.ख्भ् दोपहर 0ब्0ख्ख् नई दिल्ली-लखनऊ - मंगल, शुक्र रवि - 8 से फ्0 मार्च - भ्.ख्भ् दोपहर 0ब्0ख्ब् दिल्ली- दरभंगा - तीन फेरे - 8 से क्8 मार्च - फ्.ब्8 दोपहर 0ब्0ख्फ् दरभंगा -दिल्ली - तीन फेरे - 9 से क्9 मार्च - क्क्.ख्भ् दोपहर 0ब्म्0भ् अमृतसर - समस्तीपुर - रवि - 7 से ख्8 मार्च - ख्.फ्भ् दोपहर होली पर स्पेशल बसें चलाई जाएगी। स्थानीय रूट्स पर बसों के फेरे बढ़ाए जाएंगे, जबकि लांग रूट्स पर एक्स्ट्रा बसें चलाई जाएंगी। रोडवेज को सबसे अधिक पैसेंजर्स दिल्ली रूट पर ही मिलते हैं। लिहाजा इस रूट पर सबसे अधिक बसों को लगाया जाएगा। -- नीरज अग्रवाल, एआरएम, एडमिनिस्ट्रेशन, रोडवेज