बारिश होते ही 'मौत का कुआं' बन जाएंगे ये गड्ढे
4-जी के फाइबर केबिल्स डालने की कवायद ने शहर में बने गड्ढे
टेलीकॉम कंपनीज ने मानकों के तहत नहीं कराया समय पर पैचवर्क निगम को 39 लाख का नुकसान, शहर में एक्सीडेंट्स के खतरे बने होल BAREILLY: मंशा तो थी शहर में मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी को ब्-जी की स्पीड देने की, लेकिन अंजाम सुस्त ट्रैफिक, एक्सीडेंट्स के खतरे और लाखों के नुकसान के तौर पर दिखाई दिया। शहर में ब्-जी कनेक्शन के लिए फाइबर केबिल्स बिछाने की कवायद नगर निगम के लिए सिरदर्दी और काफी हद तक पब्लिक की नाराजगी की वजह बनती जा रही है। वजह मानकों के तहत काम न करने और कंप्लेन पर सुधार न करने का टेलीकॉम कंपनीज का अडि़यल रवैया। नतीजा पब्लिक की राह में कई दुश्वारियां खड़ी हो गई हैं। पता नहीं कितने ब्-जी होल्सशहर में ब्-जी कनेक्शन के लिए फाइबर ऑप्टिक्स केबिल्स बिछाने की कवायद दिसंबर ख्0क्फ् से शुरू हुई थी। सबसे पहले रिलायंस टेलीकॉम ने नगर निगम से इसके लिए मंजूरी ली थी। रिलायंस ने शहर भर में इसके लिए करीब फ्0 जगहों पर रोड कटिंग के लिए परमिशन मांगी थी। जिसके लिए निगम को ख् करोड़ रुपए की बैँक गारंटी जमा की गई थी। लेकिन इसकी आड़ में कुछ और कंपनीज ने भी बिना परमिशन रोड कटिंग कर जगह-जगह गड्ढे बना दिए। जानकारों के मुताबिक, नगर निगम सीमा के तहत शहर में ऐसे करीब क्00 से ज्यादा होल्स है। जिनके बारे में निगम को सही जानकारी नहीं।
निगम को फ्9 लाख का नुकसान ब्-जी कनेक्शन के लिए जल्द से जल्द और ज्यादा से ज्यादा जगह तक कनेक्टिविटी बढ़ाने की होड़ में टेलीकॉम कंपनीज ने शहर की शक्ल खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जगह जगह बनाए गड्ढों से शहर की ख्ब् सड़कें और फ्8 खंड़जे भी खराब हो गए। शहर की सड़कों को दुरुस्त करने की कवायद में जुटे निगम को इस झटके से करीब फ्9 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। जानकारों के मुताबिक, बीते म् महीनों में शहर में सिविल लाइंस, डेलापीर, बानखाना, शाहदाना, कांकरटोला, मॉडल टॉउन, राजेन्द्र नगर, संजयनगर, सूफी टोला, बिहारीपुर, और जसौली में रोड कटिंग से सड़कों को नुकसान हुआ। रिलायंस को पड़ी थ्ाी फटकारशहर में रोड कटिंग के बाद उसकी पैचिंग न करने पर मेयर डॉ। आईएस तोमर ने रिलायंस के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई थी। मेयर ने सबसे पहले कंपनी को काम रोकने और कंपनी पर ख्म् लाख रुपए का जुर्माना लगाने के निर्देश दिए थे। वहीं सोर्सेज के मुताबिकबार-बार मिल रही शिकायतों पर एक बार मेयर की ओर से कंपनी की मशीनों को भी जब्त करने को कहा गया था। जिसके बाद रिलायंस ने अपनी रिपोर्ट निगम को दी। जिसमें उन्होंने अपनी फ्ख् रोड कटिंग की लोकेशन दी और शहर में बाकी जगह हो रहे गड्ढों से पल्ला झाड़ा। इसके बाद ही बीएसएनएल, एयरटेल समेत जलनिगम के भी बिना परमिशन रोड कटिंग किए जाने की पाेल खुली।
मानसून आते ही बढ़ जाएगी मुसीबत शहर में कई जगह बने इन ब्-जी गड्ढों ने पब्लिक को हादसों की सौगात दे दी है। कुछ दिनों पहले ही सिविल लाइंस में रोड कटिंग के चलते बने एक गड्ढे के चपेट में आकर एक रिक्शा पलट गया था। जिससे एक महिला घायल हो गई थी। वहीं बिहारीपुर में शाम के समय एक गड्ढे में गिरकर साइकिल सवार कुछ बच्चों को चोटें आई थी। पिछले म् महीने में इन गड्ढों से एक्सीडेंट्स की आशंका के चलते कई बार लोगों ने मेयर से मिलकर कंप्लेन की। हालांकि खुली सड़क पर हादसों को न्यौता देते इन गड्ढों से अब तक किसी की जान नहीं गई। लेकिन कुछ हफ्तों बाद मानसून सीजन शुरू होते ही यह गड्ढे जानलेवा साबित हो सकते हैं। यह है रोडकटिंग के मानकशहर में फाइबर ऑप्टिक्स केबिल बिछाने या फिर किसी और वजह से रोड कटिंग किए जाने के मानक तो है लेकिन इन्हे फॉलो नहीं किया जा रहा। ऑफिशियल्स के मुताबिक, रोड कटिंग कर केबिल लाइन बिछाने के बाद ख्ब् घंटे में गड्ढे को पाटना होता है। ऐसा न करने पर कंपनी को इसमें आने वाला खर्च निगम को देना होता है। वहीं शासन ने भी रोड कटिंग पर अपने नए आदेश दिए है। जिसमें शासन की मंजूरी के बाद ही रोड कटिंग के बाद सड़क की क्वालिटी के मानक पर ही पैचवर्क होना है। पैचवर्क या रोड बनाने पर उसकी एक कटिंग लैब में क्वालिटी परखने को भेजी जाएगी। क्वालिटी टेस्ट की रिपोर्ट न आने तक अगर कंपनी कहीं और रोड कटिंग करे तो उसके खिलाफ जुर्माने का प्रोविजन है।
निगम ने जारी की नोटिसबिना परमिशन शहर में रोड कटिंग करने और निर्देशों के बावजूद समय पर पैचवर्क कराने में मनमानी कर रही टेलीकॉम कंपनीज पर नगर आयुक्त ने भी सख्त रुख अपना लिया है। नगर आयुक्त ने टेलीकॉम कंपनीज को नोटिस जारी कर बिना परमिशन रोड कटिंग किए जाने पर जवाब तलब किया है। साथ ही परमिशन से ऐसा किए जाने पर अप्रूवल लेटर दिखाने के निर्देश दिए हैं। नगर आयुक्त ने यह भी साफ कर दिया है कि आगे से रोड कटिंग किए जाने पर निगम का इंजीनियर भी मौके पर मौजूद रहेगा। जिसकी मौजूदगी में ही रोड कटिंग किए जाने की परमिशन रहेगी।
रोड कटिंग किए जाने पर टेलीकॉम कंपनीज को नोटिस दी गई है और उनसे अप्रूवल लेटर मांगा गया है। बिना परमिशन रोड कटिंग करने वाली कंपनीज पर कार्रवाई की जाएगी। आने वाले समय में रोड कटिंग के समय निगम का एक इंजीनियर भी मौके पर मौजूद रहेगा। - उमेश प्रताप सिंह, नगर आयुक्त