बदलेगा हाईस्कूल का इतिहास-भूगोल!
हाईस्कूल के हिंदी, साइंस व इतिहास सब्जेक्ट का सिलेबस बदलने की तैयारी
एनसीईआरटी 5 अप्रैल को 105 स्टूडेंट्स का टेस्ट लेकर करेंट सिलेबस की खामियों को परखेगा BAREILLY: हाईस्कूल का इतिहास-भूगोल इस साल से बदल सकता है। एनसीईआरटी ने हाईस्कूल के सिलेबस में चेंजेज के लिए मौजूदा सिलेबस की खामियों पर रिसर्च वर्क शुरू कर दिया है। रिसर्च वर्क के लिए एनसीईआरटी इस साल हाईस्कूल के एग्जाम में अपीयर्ड स्टूडेंट्स का टेस्ट लेकर सिलेबस की खामियों को जांचने की कोशिश करेगा। बरेली को भी इस रिसर्च वर्क के लिए सिलेक्ट किया गया है, यहां भ् अप्रैल को जीआईसी में ये टेस्ट लिया जाएगा। मीटिंग में दिये जाएंगे निर्देशहाईस्कूल के सिलेबस में चेंजेज के लिए एनसीईआरटी जो टेस्ट कंडक्ट कराने जा रहा है, इसके लिए ख्9 मार्च को एक मीटिंग कराकर निर्देश जारी किये जाएंगे । ये मीटिंग जीआईसी-बरेली में आर्गनाइज होगी। जिसमें जिले के सभी राजकीय स्कूलों के प्रिंसिपल्स हिस्सा लेंगे। मीटिंग के दौरान एनसीईआरटी की टीम टेस्ट की जानकारी के साथ ही सिलेबस बदलने को लेकर विचार विमर्श कर सकती है। भ् अप्रैल को जीआईसी-बरेली में कंडक्ट होने वाले इस टेस्ट में कुल क्0भ् स्टूडेंट्स हिस्सा लेंगे जो कि डिस्ट्रक्ट के 7 गवर्नमेंट स्कूलों के होंगे। यानि हर स्कूल से कुल क्भ् स्टूडेंट्स लिये जाएंगे।
बदलेंगे मेन सब्जेक्ट हाईस्कूल के सिलेबस में बदलाव की ये पहल पूरे क्0 साल के बाद होगी। इससे पहले वर्ष ख्00भ् में हाईस्कूल का सिलेबस चेंज हुआ था। सूत्रों का कहना है कि हिस्ट्री, साइंस और हिंदी सब्जेक्ट्स में बड़े बदलाव होंगे। सिलेबस में बदलाव पर विशेषज्ञों का मानना है कि ये पहल पूरे देश के सभी स्टेट और सेंट्रल बोर्ड्स में यूनिफार्म सिलेबस बनाये जाने के लिए की जा रही है। सिलेबस में बदलाव करने का काम नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क नामक संस्था करती है, जो एनसीईआरटी और स्टेट गवर्नमेंट के सुझावों को बदलाव में शामिल करती है। इसी के तहत एनसीईआरटी ये रिसर्च वर्क कर रहा है। भ् अप्रैल को हाईस्कूल का एग्जाम देने वाले क्0भ् स्टूडेंट्स का टेस्ट कंडक्ट कराने की सूचना मुझे परिषद द्वारा फोन पर दी गई। सिलेबस में बदलाव पर मैं कुछ नहीं कह सकता। - आशुतोष भारद्वाज, डीआईओएस