कोरोना संक्रमितों की सांसों की जरूरत पूरी करेंगे एचएफएनसी
- 300 बेड कोविड अस्पताल में बढ़ाई गईं मशीनें, 13 बेड पर होगा हाई फ्लो नोजल कैनुला
बरेली : कोरोना संक्रमण से बचाव और मरीजों के इलाज की दिशा में कोविड अस्पतालों में तैयारियां जोरों पर हैं। 300 बेड कोविड अस्पताल समेत सभी कोविड अस्पतालों में गंभीर मरीजों के लिए वेंटिलेटर के साथ ही हाई फ्लो नोजल कैनुला (एचएफएनसी) यूनिटों की भी बढ़ोतरी की जा रही है। स्टाफ हो रहा ट्रेंड300 बेड कोविड अस्पताल प्रशासन भी डेल्टा वेरिएंट से बचाव के लिए अस्पताल की सभी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने में जुट गया है। कोविड मरीजों के उपचार के लिए कोविड अस्पताल में पीकू वार्ड के अलग-अलग कमरों में पहले छह एचएफएनसी यूनिट थीं। वहीं अब सात और पोर्टेबल एचएफएनसी यूनिटों को स्थापित किया गया है। वजन में हल्की होने की वजह से इन एचएफएनसी यूनिट को आसानी से इधर से उधर ले जाया जा सकता है। सभी यूनिट पीडियाट्रिक आइसीयू (पीकू) वार्ड में लगाए गए हैं। यहां ड्यूटी करने वाले स्टाफ को भी वेंटीलेटर, एचएफएनसी आदि आपरेट करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
आसानी से कर सकते हैं आपरेटएचएफएनसी का उपयोग जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन का फ्लो तेज करने के लिए किया जाता है। एचएफएनसी का उपयोग 15 साल तक च्े बच्चों के फेफड़ों तक पर्याप्त आक्सीजन पहुंचाने के लिए होता है। पुश बटन के जरिए आक्सीजन के फ्लो को घटाया और बढ़ाया जा सकता है। एचएफएनसी स्क्रीन की मदद से आक्सीजन फ्लो को घटाया या बढ़ाया जा सकता है। अस्पताल के पीकू वार्ड में लगे आक्सीजन पाइपलाइन से जोड़कर इसका उपयोग किया जा सकता हच्ै। बच्चों के उपचार में यह यूनिट बेहद मददगार साबित होगी।
- सभी जरूरी संसाधन 300 बेड कोविड अस्पताल में मुहैया किये जा रहे हैं। अस्पताल में सभी यूनिट को रोजाना चेक कराया जाता है। - डा.सुबोध शर्मा, मंडलीय अपर निदेशक एवं प्रमुख अधीक्षक