पोस्टर में भविष्य की भयावह स्थिति को उकेरा
BAREILLY:
-पोस्टर से दिया पेट्रोलियम पदार्थ सेव करने का मैसेज इस समय पृथ्वी पर उपलब्ध पेट्रोलियम की मात्रा सिर्फ इतनी है कि हम अगले चालीस साल ही इसे इस्तेमाल कर सकते हैं। अगली पीढ़ी तक पेट्रोलियम पदार्थो के खत्म होने पर भयावह स्थिति से दोचार होना पड़ेगा। नई पीढ़ी इन बात को बखूबी समझती है और इनका सबसे बेहतर प्रमाण जीजीआईसी में मंडे को हुए हुई पोस्टर कॉप्टीशन में देखने का मिला। स्टूडेंट्स ने सुझाए स्थिति से निबटने के उपायपेट्रोलियम पदार्थो को जिस तेजी से खत्म किया जा रहा है, उसके भयानक परिणामों से लेकर इसकी रोकथाम के उपायों तक पर बच्चों ने पोस्टर के जरिए संदेश पहुंचाने की कोशिश की। कक्षा छह से ग्यारह तक के क्ख्0 स्टूडेंट्स ने इस कम्पटीशन में भाग लिया। बच्चों ने इलेक्ट्रानिक व्हीकल चलाने, पर्सनल की बजाय पब्लिक ट्रांसपोर्ट से चलने के साथ ही खाना पकाने में गोबर गैस के इस्तेमाल के उपाय पोस्टरों के माध्यम से सुझाए। कम्पटीशन में बिशप मंडल इंटर कालेज, चर्च मैथोडिस्ट कन्या इंटर कालेज, जीजीआईसी, जीआईसी, राम भरोसे इंटर कालेज, रिक्खी सिंह गर्ल्स इंटर कालेज व इस्लामिया गर्ल्स इंटर कालेज के बच्चों ने भाग लिया। प्रोग्राम पेट्रोलियम कंजरवेशन रिसर्च एसोसिएशन का इनीसिएटिव है। इसे बरेली में सेंटर फार एंवायरमेंट एजुकेशन सीईई संस्था ने आयोजित कराया। कार्यक्रम में एसडीओ सुभाष चंद्र, जीजीआईसी प्रिंसिपल अनुराधा, सीईई की टीम से जितेंद्र व प्रशांत मौजूद रहे।