Healthy sun‘shine’
बदला जाएगा District Hospitalनए साल में 4 करोड़ रुपये खर्च कर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की तस्वीर संवारी जाएगी। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की सिंगल बिल्डिंग मल्टीस्टोरी बन जाएगी। पेशेंट्स को कई अतिरिक्त सुविधाएं भी मिलेंगी। इंडियन पब्लिक हेल्थ एसोसिएशन (आईपीएचएस) प्रोजेक्ट के तहत प्रस्तावित कंस्ट्रक्शन के तहत डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की सूरत बदलने की तैयारी है। लाइफ सेविंग इक्यूपमेंट से लैस आईसीयू और पेड वार्ड रेडी हो जाएगा। यही नहीं मेन बिल्डिंग में ओटी, फीमेल सर्जिकल वार्ड, आर्थो मेल सर्जिकल वार्ड एक ही साथ नजर आएंगे। इससे ट्रीटमेंट के लिए पेशेंट्स की भागदौड़ कम हो जाएगी। ओपीडी की मौजूदा बिल्डिंग की जगह फीमेल मेडिकल एंड लेनिन स्टोर बनाने की तैयारी है। प्लानिंग के तहत मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर मेल और फीमेल आर्थो वार्ड का कंस्ट्रक्शन होगा। फस्र्ट फ्लोर पर ओटी और सीएसएसडी का कंस्ट्रक्शन होगा। सेकेंड फ्लोर पर मेल और फीमेल सर्जिकल वार्ड संग जनरल वार्ड होगा।
100 bed की बनेगी महिला wing
महिला डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में 100 बेड की महिला विंग बनने का प्रस्ताव है। इसके लिए सीएमओ कार्यालय से महिला डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल को निर्देशित किया जा चुका है। महिला डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन के जमीन प्रोवाइड करने के बाद कंस्ट्रक्शन शुरू हो जाएगा। इस विंग के बनने के बाद 208 बेड की फैसिलिटी उपलब्ध हो जाएगी। फिलहाल 108 बेड की सुविधा पहले से है। इसके लिए 3.65 करोड़ रुपए का बजट है।कम challenging नहीं रहा 2012 मेडिकल में बरेलियंस के लिए वर्ष 2012 चुनौतिपूर्ण रहा। डायलिसिस यूनिट पूरे साल पेशेंट्स को मुंह चिढ़ाती रही। स्पेशलिस्ट डॉक्टर की कमी की मार से लाखों रुपए की मशीने धूल फांकती रही। पेशेंट्स का ओवर लोड और स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स के चलते पेशेंट्स या तो प्राइवेट सेक्टर का रूख करते रहे या इलाज के लिए सिटी के बाहर चले गए। हालिया समय में भी न्यूरोलॉजिस्ट, न्यूरो सर्जन सहित कई स्पेशलिस्ट की कमी है। एनआरएचएम घोटाला और लैकफेड घोटाला की आंच से बरेली डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल भी अछूता नहीं रहा। एक तरफ जहां डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में हो रहे कंस्ट्रक्शन रुक गए। वहीं बजट के अभाव में कई मेडिकल फैसिलिटी को पेशेंट तक पहुंचाना हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन के लिए किसी हर्डिल रेस से कम नहीं रहा। HIV positive को ज्यादा सुविधाएं
नए साल पर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल का एंटी रिट्रोविरल ट्रीटमेंट(एआरटी) सेंटर ज्यादा स्ट्रॉग हो रहा है। यूपी स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटी सभी इंटीग्रेटेड काउंसल एंड टेस्टिंग सेंटर (आईसीटीसी), प्रीवेंसन ऑफ पेरेंट टू चाइल्ड ट्रांसमीशन(पीपीटीसीटी) और एआरटी सेंटर को गवर्न करता है। लखनऊ और आगरा सेंटर के बाद बरेली में मंडल का पहला एआरटी सेंटर खोला गया। नए साल में इस सेंटर को नए भवन में ट्रांसफर किया जाएगा। साथ ही इस सेंटर पर सीडी 4 काउंट सहित दूसरे चेकअप का लाभ भी एचआइवी पॉजिटिव पेशेंट को मिलने लगेगा। Treatment के होंगे कई option नेशनल रूरल हेल्थ मिशन (एनआरएचएम) के तहत डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एक नई ओपीडी का कंस्ट्रक्शन करवाया जाएगा। नई ओपीडी के लिए 25 लाख का बजट है। आयुष विंग नाम से बनने वाली ओपीडी में एक होम्योपैथिक, यूनानी और आयुर्वेदिक डॉक्टर बैठेंगे। Dialysis unit को tonicडायलिसिस यूनिट को भी संजीवनी मिलने की उम्मीद है। सीएमएस डॉ। ए.के। जैन ने स्वास्थ्य निदेशालय के डायरेक्टर ट्रेनिंग को स्पेशलिस्ट डॉक्टर के लिए रिक्वेस्ट की है। बतौर स्पेशलिस्ट ट्रेनिंग के लिए फिजीशियन डॉ। सुरभि प्रकाश का नाम प्रपोज्ड है। नए साल में नाक, कान और गला की सर्जरी के पेशेंट्स की मुश्किलें कम होंगी। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल को ईएनटी सर्जन मिल चुका है। वेंटीलेटर की फैसिलिटी प्रोवाइड करने की तैयारी है। बच्चों के लिए सेपरेट व्यवस्था की जाएगी। Patients के लिए option
तय कार्यक्रम से स्वास्थ्य सेवाएं दी गई तो नए साल पर बरेली शहर को नया डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल मिल जाएगा। इसके प्रपोजल पर शासन की मुहर लग चुकी है। 300 बेड का यह हॉस्पिटल पूरी मेडिकल फैसिलिटी से लैस होगा। खास बात यह कि इसके बाद डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल का लोड भी कम होगा। मेडिकल फैसिलिटीज के लिए नया साल खास है। नया हॉस्पिटल मिलने जा रहा है। राष्ट्रीय बाल सुरक्षा गारंटी योजना लागू कर दी गई है। इसमें बच्चों की हाइजीन, न्यूट्रीशियन और हेल्थ चेकिंग शुरू हो गई है। सिटी में दो अर्बन हेल्थ पोस्ट कटरा चांद खां और जाटवपुरा में बनाए जा रहे है। 108 एम्बुलेंस सर्विस भी मिल जाएगी। - डॉ.विजय यादव, सीएमओ डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल का कायाकल्प हो जाएगा। कंस्ट्रक्शन के लिए फंड की पहली स्टॉलमेंट भी मिल चुकी है। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में बेस्ट डॉक्टर और फेसिलिटीज मौजूद है। उसका फायदा ज्यादा से ज्यादा पेशेंट को मिलना चाहिए। नई बिल्डिंग के बाद अधिक से अधिक पेशेंट को गवर्नमेंट मेडिकल फैसिलिटीज का लाभ मिल सकेगा। - डॉ। एके जैन, सीएमएस आईएमए थैलिसीमिया प्रीवेंसन के लिए प्रोजेक्ट शुरू कर रहा है। आईएमए अपने कैंपस में एचपीएलसी टेस्ट के लिए मशीन लगाएगा। मार्केट से कम रेट पर यहां यूथ का मेडिकल टेस्ट होगा। बरेली के लिए एम्स सरीखा मेडिकल कॉलेज खोलने की बात चल रही है। - डॉ। अमित अग्रवाल, प्रेसीडेंट इंडियन मेडिकल एसोसिएशन
महिला डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में हर महीने 500 से ज्यादा डिलीवरी होती हैं। हॉस्पिटल पर पेशेंट का लोड ज्यादा है। नए साल पर महिला विंग मिल रही है। 100 बेड अतिरिक्त मिलने से ज्यादा पेशेंट्स का ट्रीटमेंट हो सकेगा। पहले से ज्यादा पेशेंट को ट्रीटमेंट की फैसिलिटी देना चाहते हैं। इसके लिए अतिरिक्त डॉक्टर्स और नर्स के लिए लिखा जा चुका है। -मंजरी नारायण सक्सेना, सीएमएस, महिला हॉस्पिटल