इन्फ्लूएंजा के 01 संदिग्ध पेशेंट्स का लिया सैैंपल
बरेली(ब्यूरो)। देश में एंफ्लूएंजा के बढ़ते प्रकोप को ध्यान में रखते हुए बीते सोमवार को प्रदेश सरकार की ओर से विस्तृत गाइड लाइन जारी की गई थी। इसमें संदिग्ध मरीजों की सैैंपलिंग, मास्क व सैनेटाइजर का इस्तेमाल करना अनिवार्य कर दिया गया था। फ्राइडे को 01 मरीज में लक्षण के आधार पर सैैंपलिंग की गई, जिनके सैैंपल सुरक्षित रखे गए हैैं। इन्हें जांच के लिए लखनऊ भेजा जाएगा। बता दें इन दिनों निजी से लेकर सरकार अस्पतालों की ओपीडी में खंासी, जुकाम और बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ गई हैै। दो से चार दिन में लखनऊ से जांच रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो सकेगा कि इनमें कोई एच3एन2 से संक्रमित तो नहीं है। हालांकि अभी तक मंडल में इस वायरस से संक्रमित किसी मरीज की पुष्टि नहीं हुई है।
300 बेड मल्टीस्पेश्लिटी हॉस्पिटल के फिजिशियन डॉ। सतीश चंद्रा का कहना है कि ओपीडी में आने वाले मरीजों जिनमें जुकाम, खांसी व गला चोक संबंधी अधिक समस्या होती है, उनकी सैैंपलिंग कराई जा रही है। सैैंपल कलेक्ट कर जिला अस्पताल भेजे जाएंगे, इसके बाद उन्हें जांच के लिए लखनऊ भेजा जाएगा। लैब टैक्निशियन अनुज चौहान ने पीपीई किट पहनकर मरीजों के सैैंपल लिए। उन्होंने बताया कि अस्पताल में आने वाले खांसी, जुकाम आदि के लक्षणों के मरीजों को जांच के बाद ओसेल्टमीविर कैप्सूल दिया जा रहा है। इसमें भी बच्चों व बड़े लोगों के लिए अलग-अलग दवा दी जानी है।
फ्लू वार्ड में मरीज हो रहे भर्तीउधर दूसरी ओर जिला अस्पताल में बनाए गए फ्लू वार्ड में भी मरीजों को भर्ती करना शुरू कर दिया गया है। अभी तक इसमें कितने लोग एच3एन2 संदिग्ध है इस बात की जानकारी किसी को नहीं हैं। जो भी बुखार खांसी वाला मरीज आ रहा है उसे इसी वार्ड में भर्ती किया जा रहा है। पर्याप्त मात्रा में हैै स्टॉक
डॉ। सतीश चंद्रा ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से स्टाफ को मास्क व सैनेटाइजेशन के इस्तेमाल के निर्देश दिए गए हैैं। साथ ही बताया कि अस्पताल में टेस्टिंग स्वैब, पीपीपीई किट, मास्क आदि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैैं।
जारी की गई हैै गाइडलाइन
शासन की ओर से जारी गाइडलाइन के मुताबिक जिला स्तर पर भी तीनों मेडिकल कॉलेज के साथ ही 400 प्राइवेट अस्पताल व क्लीनिक को मरीजों की रिपोर्टिंग के लिए निर्देश जारी किए गए हैैं। इस वायरस की चपेट में आने वाले किसी भी मरीज को सात से आठ दिनों तक बुखार के साथ अन्य लक्षण रह सकते हैैं। इसमें खांसी दो सप्ताह से ज्यादा भी हो सकती हैैं। साथ ही सांस संबंधी समस्या होने की संभावना है।
भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें
खांसते या छींकते समय मुंह को ढकें
मास्क का प्रयोग करें
हाथों को साफ करने के लिए सैनेटाइजर यूज करें मिले थे निर्देश
एंफ्लूएंजा को ध्यान में रखते हुए शासन से निर्देश प्राप्त हुए थे। इसी क्रम में 300 बेड मल्टीस्पेश्लिटी हॉस्पिटल में मरीजों के सैंपल लिए गए।
डॉ। मीसम अब्बास, जिला एपीडेमियोलॉजिस्ट