सैैंपलिंग-वैक्सीनेशन में फिसड्डी स्वास्थ्य विभाग
बरेली(ब्यूरो)। केंद्र सरकार द्वारा आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य पर 18 वर्ष से 59 ïवर्ष तक प्रीकॉशन डोज फ्री में लगाने की पहल की थी। इसकी शुरूआत 15 जुलाई को की गई थी। इसमें जिले में कुल 31 लाख लोगो को वैक्सीनेशन करने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन, वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार के कारण जिले में प्रिकॉशन डोज की प्रतिशत 40 दिन से अधिक समय होने के बाद भी मात्र 15.4 प्रतिशत का आंकड़ा पार नहीं हो पाया है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण जिले में सैैंपलिंग भी काफी स्लो स्पीड से हो रही है। शासनादेश के अनुसार जिले में रोजाना न्यूनतम तीन हजार सैैंपलिंग करने का लक्ष्य है।
31 लाख का टारगेट
जिले में लक्ष्य की अपेक्षा प्रीकॉशन डोज वैक्सीनेशन भी काफी कम हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग को 31 लाख से अधिक वैक्सीनेशन करने का लक्ष्य दिया गया है। लेकिन, इसको पूरा करना स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती साबित हो रहा है। दरअसल केंद्र सरकार की ओर से 18 से 59 वर्ष के लोगों के लिए 75 दिनों के लिए वैक्सीनेशन फ्री किया गया है। लेकिन, अब तक मात्र 15.4 प्रतिशत वैक्सीनेशन ही हो सका है।
फैक्ट एंड फिगर
15 जुलाई को स्टार्ट किया गया था अभियान
31 लाख लोगों के वैैक्स्ीनेशन का लक्ष्य
75 दिनों तक फ्री है वैक्स्ीनेशन
40 दिन बाद भी 15.4 परसेंट को नहीं किया क्रॉस
जिले में कोविड सैैंपलिंग को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से लापरवाही बरती जा रही है, क्योंकि अधिकारियों के निर्देशों के बाद भी जिले में अब तक बढ़ाया नहीं जा सका है। सैैंपलिंग लक्ष्य के अपेक्षा काफी कम की जा रही है। 24 अगस्त को जिले में कुल 1259 लोगों के सैैंपल लिए गए। इनमें से एंटीजन के 545, आरटीपीसीआर के 690 व ट्रूनेट के 24 सैैंपल लिए गए। इतनी कम सैैंपलिंग होने के बाद भी रोजाना नए-नए केसेस सामने आ रहे हैैं। बरतें ये सावधानी
-कोरोना वायरस यानी कोविड से बचने के लिए आप नियमित रूप से अपने हाथ साबुन और पानी से अच्छे से धोएं।
-मास्क का इस्तेमाल करें, रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली चीजों को साफ करते रहें।
- खांसते और छींकते वक्त टिश्यू का इस्तेमाल करना, बिना हाथ धोए अपने चेहरे को न छुए।
- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए बेहद जरूरी है।
इन बिंदुओ पर दें ध्यान
-फोकस सैंपलिंग को बढ़ाया जाए ताकि बस, रेल और हवाई मार्ग के द्वारा आने वाले यात्रियों की सैंपलिंग की जा सके।
-मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा भी सैंपलिंग की जाती रहे।
- लक्षणयुक्त व्यक्ति पर विशेष ध्यान देते हुए सैंपलिंग करे।
-कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग अनवरत रूप से जारी रखें।
-विदेश से आने वाले यात्रियों पर विशेष निगरानी की जाए।
-घर घर जाके दवाई देने और निगरानी करने के लिए समुचित रणनीति बनाई जाए।
- कोविड टीकाकरण कार्यक्रम में पूर्ण सहयोग देते हुए सबको टीका लगवाने के लिए प्रेरित करते रहे।