कागजों में ठीक हो जाते हैं खराब हैंडपंप
-वॉर्ड व गांवों में हैंडपंप मरम्मत के नाम पर हो रहा खेल, जिम्मेदार खामोश
Nawabganj : नवाबगंज में हैंडपंप मरम्मत में खेल हो रहा है। कागजों में खराब हैंडपंपों को सही दर्शाकर पैसा हजम किया जा रहा है। न तो अफसर मौके पर जांच करने जा रहे हैं और न ही विभाग इसको लेकर संजीदा है। छोटी-मोटी खामी को बड़ी खामी बताकर उसमें नए की जगह पुराना ही सामान डाल दिया जाता है। नए सामान के बिल वाउचर बनकर इसमें खेल किया जाता है। इस वजह से यहां के कई कस्बों और देहात क्षेत्र में पेयजल संकट बना हुआ है। हो रही जमकर कमाईकई गांवों में बड़ी तादाद में हैंडपंप खराब पड़े हैं। इस समय जलनिगम द्वारा वॉर्ड व गांव स्तर पर खराब हैंडपंप ठीक कराए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार मरम्मत के नाम पर जमकर कमाई की जा रही है। विभाग द्वारा दर्जनों हैंडपंप ठीक करने का दावा तो किया जा रहा है, लेकिन असलियत इससे उलट है। सूत्रों की मानें तो इन हैंडपंपों को ठीक किए बगैर ही कागजों में सही दर्शाकर बिल वाउचर बनवा लिए गए हैं।
ऐसे होता है खेलब्लॉक के 8म् ग्राम पंचायतों मे क्भ्00 सौ हैंडपंप स्थापित हैं, जिसमें से दर्जनों हैंडपंप खराब हाल में हैं। यदि हैंडपंप में लगातार रेत आ रही हो तो बॉल्व व जाली खराब हो जाती है, जिसमें सबसे ज्यादा नुकसान पाइप को होता, इसमें छोटे छोटे छेद हो जाते है। सरिया खुलने व चेन टूटने से हैंडपंप खराब हो जाते हैं। ऐसे में नया सामान डालने में हजारों रुपये का खर्च आता है, लेकिन बोरिंग कराकर पुराना सामान डालकर इसमें खेल किया जा रहा है।
खराब हैंडपंप ठीक कराए जाने को लेकर ग्राम पंचायत अधिकारी को निर्देशित किया है। ग्रामीणों को पेयजल की समस्या नहीं आने दी जाएगी। -अतुल सोती, बीडीओं नवाबगंज