खतरे के रेड जोन में यह 'ग्रीन मास्क'
स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए नॉर्मल मास्क नहीं है कारगर
एन 90 थ्री लेयर मास्क या सर्जिकल मास्क से ही सही बचाव स्वाइन फ्लू का एक और मरीज मिला, 8 में से 7 सैंपल निगेटिव BAREILLY: स्वाइन फ्लू बीमारी फैलने के साथ ही लोगों में अवेयरनेस में भी बढ़ोत्तरी हुई। हवा में मौजूद एचक्एनक् वायरस को दूर रखने के लिए हर जगह लोग मास्क लगाए दिख रहे हैं। लेकिन मेडिकल स्टोर पर भ् से ख्0 रुपए में मिलने वाले यह मास्क क्या वाकई एचक्एनक् वायरस को रोकने में कारगर हैं। फिलहाल मेडिकल एक्सपर्ट की राय ज्यादातर लोगों के इस भरोसे को तोड़ने के लिए काफी है। मेडिकल स्टोर में आसानी से अवेलबल यह मास्क स्वाइन फ्लू बीमारी से आपको बचाव की तसल्ली तो मिल रही लेकिन सुरक्षा तो कतइर्1 नहीं। वायरस के खिलाफ कमजोरस्वाइन फ्लू की दहशत बढ़ने के साथ ही हॉस्पिटल्स ही नहीं बल्कि पुलिस थानों, जंक्शन, पब्लिक प्लेसेज और सड़कों तक पर लोग फेश को मास्क से ढंककर निकलने लगे हैं। जानलेवा बीमारी के संभावित हमले से बचने के लिए बरती जा रही यह सावधानी लोगों में बढ़ रही अवेयरनेस की ही तस्वीर दिखा रही। लेकिन ज्यादातर लोग मामूली हल्के कपड़े के बने मास्क इस्तेमाल कर रहे। जो कि शरीर में नाक व मुंह के रास्ते घुसपैठ करने वाले एचक्एनक् वायरस को रोकने में पूरी तरह कमजोर हैं।
एन 9भ् या सर्जिकल मास्क है कारगर केजीएमयू के मेडिसिन विभाग के प्रो। कौसर उस्मान का कहना है कि स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए सामान्य मास्क कारगर नहीं होता है। सिर्फ ट्रिपल लेयर और एन 9भ् मास्क ही वायरस से बचाव में कारगर हैं। एन-9भ् मास्क से करीब 9भ् फीसदी तक स्वाइन फ्लू के इंफेक्शन से बचाव पॉसिबिल है। यदि ये मास्क नहीं मिले तो सर्जिकल मास्कका इस्तेमाल ज्यादा बेहतर है। ट्रिपल लेयर सर्जिकल मास्क लगाने से वायरस से 70 से 80 फीसदी तक बचाव रहता है। थ्री लेयर सर्जिकल मास्क को चार घंटे तक और एन-9भ् मास्क को आठ घंटे तक लगाकर रख सकते हैं। तो कम से कम दो मास्क लगाएंस्वाइन फ्लू से बचाव के लिए कारगर एन-9भ् मास्क बाजार में आसानी से अवेलबल नहीं है। साथ ही, यह मास्क महंगा भी है। ऐसा ही हाल सर्जिकल मास्क का भी है। वहीं जानकारी न होने के चलते भी लोग इन मास्क के यूज की जगह नॉर्मल मास्क पहनकर सेफ महसूस कर रहे। ऐसे में डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के सीएमएस डॉ। डीपी शर्मा ने सुझाया कि लोग नॉर्मल मास्क ही लें लेकिन कम से कम दो मास्क पहनकर निकले। दो नॉर्मल मास्क पहनने से ही वायरस की चपेट में आने के खतरे को कम तो किया ही जा सकता है।
महिला मरीज हुई शिकार बरेली में स्वाइन फ्लू से पीडि़त एक और मरीज के मिलने की पुष्टि हुई है। पीजीआई से आई रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई है। पीडि़त मरीज बरेली के कैंट इलाके में रहने वाली एक महिला है, जिसका इलाज शहर के ही एक बड़े निजी हॉस्पिटल में चल रहा है। वेडनसडे को कुल 8 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, जिनकी रिपोर्ट में एक पॉजिटीव और 7 निगेटिव मिले। थर्सडे को भी बरेली से कुल फ् सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। इनमें से एक बदायूं दातागंज का और दो बरेली से लिए गए हैं।