- डीएम ने जांच के लिए नोडल अधिकारी बनाए, मचा हड़कंप

- सरकारी रकम दुरुपयोग के लगे आरोप, डीएम के पास पहुंची दर्जनों शिकायतें

BAREILLY: विकास के नाम पर वोट लेने वाले ग्राम प्रधान नोट गांव पर खर्च करने की बजाय गोलमाल कर रहे हैं। इतना ही नहीं ग्राम समाज की जमीन बेचने के भी आरोप लगे हैं। गंभीर आरोपों के चलते डीएम गौरव दयाल ने जांच के लिए नोडल अधिकारी तैनात किए हैं। इससे ग्राम प्रधानों में हड़कंप मचा है। बता दें कि अगस्त में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हैं। ग्राम निधि में करोड़ों रुपए सीसी रोड, चकरोड, नाली-खड़ंजा, मनरेगा कार्य, मिड डे मिल खाद्यान्न आदि के लिए रकम आई हुई है। इसलिए पंचायत चुनाव से पहले रकम को कई प्रधान ठिकाने लगाने लगे हैं। डीपीआरओ टीसी पांडेय ने बताया कि जिन प्रधानों पर आरोप लगे हैं कि उनकी जांच के लिए नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं, जो सप्ताह भर में रिपोर्ट सौंपेंगे। रिपोर्ट के बाद कार्यवाही होगी।

नोडल अधिकारी करेंगे जांच

मानपुर चिकिटिया के ग्राम प्रधान पर रामकिशोर, जगदीश सरन व अन्य ग्रामीणों ने कार्य योजनाओं के मुताबिक कोई काम न करने, ग्राम समाज की जमीन बेचने, सूचनाधिकार अधिनियम के तहत सूचना देने के नाम पर ख् हजार रुपए मांगने के आरोप लगाए हैं, जिसकी जांच कार्यक्रम अधिकारी करेंगे। दूसरी ओर जोगीठेर के ग्राम प्रधान पर हरदयाल सिंह, जोधा सिंह ने मिड डे मील में घोटाला, आवास दिलाने के नाम पर रुपए लेने व मनरेगा के कार्य नहीं कराने के आरोप लगाए। संबंधित प्रकरण की जांच एक्सईएन जल निगम को सौंपी गई है। वहीं, फिरोजपुर के ग्राम प्रधान पर नाजिम व अन्य ने शौचालयों की रकम का दुरुपयोग, निर्माण में मानकों का ध्यान न रखने, मिड डे मील की रकम की बंदरबांट करने, तालाबों के निर्माण में रकम के दुरुपयोग करने के आरोप लगे हैं। प्रकरण की जांच एडीपीआरओ को सौंपी गई है।

Posted By: Inextlive