ओमीक्रॉन की दस्तक की बाद सरकार कोविड गाइड लाइन फिर से फॉलो करने को लेकर कर रही अवेयर सरकार की इस पुकार के बाद भी सरकारी आफिसों में कोविड गाइड लाइन को दरकिनार किया गया है


बरेली (ब्यूरो) । देश मेें ओमिक्रोन की दस्तक के बाद इसका स्प्रेड लगातार बढ़ रहा है। इससे एक बार फिर से मुसीबत की लहर आने की आशंका तक जताई जा रही है। इसके चलते ही केन्द्र से लेकर राज्य सरकार तक कोविड गाइड लाइन को फिर से सख्ती से फॉलो करने की अपील भी कर रही हैं और फॉलो कराने की हिदायत भी दे रही हैं। इसके बाद भी न तो कहीं अपील का असर दिख रहा है और न ही हिदायत का। हिदायत का असर देखने के लिए ही ट्यूजडे को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने सरकारी संस्थानों का रिएलिटी चेक किया। इसमें हर जगह कोविड को लेकर भारी लापरवाही देखने को मिली।

जिम्मेदारों की लापरवाही
ओमिक्रोन की आहट से भले ही आम लोगों में थोड़ा डर हो, पर सरकारी संस्थानों और यहां के जिम्मदारों में खतरे को लेकर पूरी तरह बेफिक्री है। यहां दिखावे को तो कोविड हेल्प डेस्क बनी है, पर यह खुद ही हेल्पलेस है। इसके अलावा मास्क और सोशल डिस्टिेंसिंग को तो यहां सब भूल चुके हैं। हैंड सैनेटाइज के लिए लगे उपकरण भी बदहाल हैं। सरकार की चेतावनी के बाद भी सरकारी ऑफिसों में ही इस तरह की घोर लापरवाही से यहां की व्यवस्था पर भी सवाल खड़े होते ही हैं।

सीन -1
पीडब्ल्यूडी
पीडब्ल्यूडी के निर्माण इकाई में कोविड गाइड बीते जमाने की बात हो गई है। ऑफिस में एंट्री करते ही कोविड हैल्प डैस्क तो दिखी, परइ इसमें कोई स्टाफ नजर ही नहीं आया। इसके अलावा यहां रखी हैंड सैनेटाइजेशन मशीन की स्थिति से साफ हो रहा था कि इय लंबे समय से बदहाल है। मास्क लगाने को लेकर भी लोगों में लापरवाही देखने को मिली।

सीन -2
तहसील
सदर तहसील में रोजाना सैकड़ों लोगों का आना जाना लगा रहता है। इसके बाद भी वहां के जिम्मेदार ही ओमिक्रोन के खतरे को लेकर अवेयर नहीं हैं। तहसील में रखी सैनेटाइजेशन मशीन भी बंद मिली। इसके अलावा यहां भी मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर हर तरफ केयरलेस नजर आई।


विकास भवन में शहर ही नहीं बल्कि गांवों से भी बड़ी संख्या में लोग आते-जाते हैं। इसके बाद भी यहां कोविड गाइड लाइन को फॉलो कराने को लेकर बिलकुल भी अलर्टनेस नहीं दिखी। यहां भी न तो मास्क को लेकर किसी को रोका-टोका जाता है और नहीं किसी को हैंड सैनेटाइज कराने को कहा जाता है। यहां का स्टाफ भी इसको लेकर अवेयर नहीं है।

सीन -4
नगर निगम
शहर में कोविड गाइड लाइन को लेकर लोगों को अवेयर करने और इसके बचाव की पूरी जिम्मेदारी नगर निगम के पास है। इसके बाद भी नगर निगम ओमिक्रोन के खतरे को लेकर निश्चिंत है। नगर निगम ने स्मार्ट सिटी योजना के बजट से हैंड सैनेटाइज मशीनें खरीदी और इनको शहर में जगह-जगह रखवाया भी। इसके बाद न तो नगर निगम ने इनकी सुध ली और न ही जहां इनको रखवाया था वहां के जिम्मेदारों ने। इससे लाखों की लागत से खरीदी गई यह मशीनें कबाड़ हो रही हैं। नगर निगम ऑफिस तक में इस मशीन का मिसयूज हो रहा है। इससे दूसरे जगह लगी मशीनों की स्थिति को समझा जा सकता है। इस ऑफिस में कोविड गाइड लाइन को लेकर घोर लापरवाही बरती जा रही है। यहां के अधिकारी भी इसकी अनदेखी कर रहे हैं।

वर्जन
तहसील में तो काफी दिनों से कोई रोक-टोक नहीं है। कैसे भी आओ-जाओं, यहा किसी को काई वास्ता नहीं है। लोग बिना मास्क के टहलते रहते हैं। सैनेटाइज मशीन भी बेकार है।
सुशील

विकास भवन में एक महीने में कई बार आना-जाना हो जाता है। लेकिन एक भी बार ऐसा नहीं हुआ कि कभी मास्क के लिए किसी ने कहा हो। ज्यादातर लोग ऐसे ही बिना मास्क के टहलते रहते हैं।
उदित

नगर निगम मेंं तो कई हैंड सैनेटाइज मशीनें लगीं हुई हैं, लेकिन ज्यादातर बंद पड़ी हैं। उनकी कोई देख रेख नहीं होती है। आने जाने वालों पर भी कोई पाबंदी नहीं है। कुछ लोग ही मास्क पहने हुए दिखते हैं।
अनुराग

पीडब्ल्यूडी ऑफिस में जब अधिकारी ही मास्क नहीं लगा रहें हैं तो यहांं आने वाले बाहरी लोगों को कौन रोके-टोके। यहां ऑफिस में हैंड सैनेटाइज मशीन बहुत समय से बंद पड़ी है।
विवेक

नगर निगम कोविड गाइड लाइन फॉलो करने के लिए लोगों को अवेयर कर रहा है। इसके लिए मार्केट में अनाउंस भी कराया जा रहा है। बंद पड़ी सैनेटाइज मशीनों को दोबारा सही कराया जाएगा। सभी जगह मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो कराने का प्रयास किया जाएगा।
डॉ अशोक, नगर स्वास्थ्य अधिकारी

Posted By: Inextlive