अब जंक्शन पर फूटा जीएम बम
खामियों पर स्टेशन सुपरिटेडेंट, आरपीएफ कमाडेंट और सीनियर एसीएम को लगाई फटकार
स्टॉल छोड़ भागे वेंडर्स, फटकार पर बौखलाई आरपीएफ ने मीडिया से की बदतमीजीBAREILLY: प्लेटफॉर्म 1 आरपीएफ की छावनी नजर आ रहा था, रेलवे अधिकारी दम साधे खड़े थे, स्टेशन सुपरिटेंडेंट के चेहरे का रंग उड़ा था और आरपीएफ कमांडेंट के चेहरे पर भी हवाईयां उड़ रही थी। फ्राइडे को जंक्शन का दौरा करने आए नॉर्दर्न रेलवे के जीएम वीके गुप्ता की मौजूदगी ने अधिकारियों का बीपी बढ़ा दिया। इंस्पेक्शन में जंक्शन के सबसे अहम प्लेटफॉर्म पर ही जिम्मेदारों की करतूत देख जीएम का पारा चढ़ गया। अपने इंस्पेक्शन के शुरुआती चंद मिनटों में ही जीएम ने स्टेशन सुपरिटेंडेंट, आरपीएफ कमांडेंट और सीनियर एसीएम को जमकर लताड़ा। जीएम के रवैये को देख साफ लग रहा था कि इस दौरे को लेकर वह प्रॉपर होमवर्क कर आए थे। जंक्शन पर बदइंतजामी से बेहद नाराज जीएम ने स्टेशन सुपरिटेंडेंट की वर्किंग पर सबके सामने क्लास भी ली।
Stalld> ÀUæðǸU ææ»ð vendorsदोपहर 12.08 बजे प्लेटफॉर्म 1 पर पहुंचते ही जीएम ने सबसे पहले जंक्शन पर वेंडरिंग का जायजा लिया। इससे पहले कि प्लेटफॉर्म पर पहुंचे जीएम किसी से कुछ पूछ पाते कुछ वेंडर्स अपना स्टॉल छोड़ भाग निकले। इस पर जीएम ने वहां मौजूद एसएस और अन्य अधिकारियों से सवाल दागा कि अगर ये आपके ही वेंडर्स हैं तो स्टॉल छोड़कर भागे क्यों। इसके बाद एक स्टॉल पर पहुंच जीएम ने वेंडर का आईकार्ड, उसका लाइसेंस और सामान की लिस्ट चेक की। स्टॉल के सामने ही लिस्ट डिस्प्ले न किए जाने पर जीएम ने अधिकारियों को फटकार लगाई।
बदइंतजामी पर फिर भड़के स्टॉल से आगे बढ़ते ही जीएम ने प्लेटफॉर्म पर लगे इलेक्ट्रिक पोल पर अनकवर्ड वायर देख नाराजगी दिखाई। उन्होंने इसे न हटाए जाने पर सवाल पूछा तो जवाब मिला कि काफी पुराना स्ट्रक्चर होने से नहीं हटाया जा सका। इस पर बौखलाए जीएम ने डांटा कि बेवकूफी की बातें करते हो, कल को कुछ हो गया तो बताओगे प्रॉब्लम हो गई। इसके बाद पास ही खराब पड़े वॉटर कूलर को ठीक कराने के निर्देश दिए। यहां से कुछ कदम आगे चलते ही खुली नाली देख जीएम का माथा फिर गर्म हो गया। जीएम ने खुली नाली पर सबके सामने एक बार फिर एसएस आदिल जिया सिद्दिकी काे इस लापरवाही के लिए डांट दिया। RPF commandant को पड़ी फटकारजीएम के इंस्पेक्शन को लेकर आरपीएफ ने प्लेटफॉर्म को छावनी का रूप दे दिया। जंक्शन पर हमेशा गायब दिखने वाली आरपीएफ फ्राइडे को चप्पे चप्पे पर मौजूद थी। जंक्शन पर उतरते ही जीएम ने आरपीएफ कमांडेंट रफीक अहमद अंसारी को तलब किया। जीएम के तेवर भांपते ही कमांडेंट की जबान जवाब देने में लड़खड़ाने लगी। इस पर जीएम ने कमांडेंट को बुरी तरह लताड़ दिया। सोर्सेज के मुताबिक विजिलेंस की ओर से जीएम को जंक्शन पर अवैध वेंडरिंग को बढ़ावा देने में आरपीएफ की भूमिका होने की जानकारी दी गई है। इससे भी जीएम का मूड आरपीएफ को लेकर काफी उखड़ा था।
Media से किया misbehave जीएम से फटकार खाने के बाद आरपीएफ कमांडेंट का मूड बेहद खराब रहा। इंस्पेक्शन के दौरान मीडिया को जीएम से दूर रखने की लगातार कोशिशें की जाती रही। वहीं जीएम ने भी कमांडेंट को फोटोजर्नलिस्ट को दूर रखने के निर्देश दिए। इस पर आरपीएफ ने फोटो जर्नलिस्ट्स को जबरदस्ती हटाने की कोशिश की। इस दौरान कुछ आरपीएफ जवान फोटोजर्नलिस्ट को धकियाते हुए हटाने लगे तो मामला बिगड़ गया। आरपीएफ की बदतमीजी के खिलाफ मीडिया का विरोध देख मामला गर्माने लगा तो आरपीएफ कमांडेंट खुद बीच-बचाव करने पहुंचे और मामला शांत कराया। SS के खिलाफ उरमू का ज्ञापनजंक्शन पर एसएस के कारनामों का खुलासा करने को उरमू नेताओं ने भी जीएम से मुलाकात का मौका नहीं छोड़ा। उरमू ने जीएम को अपना ज्ञापन सौंपते हुए एसएस के खिलाफ रेलवे आवासों में बाहरी लोगों को रखने और अवैध वेंडर्स से वसूली करने के आरोप लगाए। इसके अलावा रेलवे आवास, सड़कों, हॉस्पिटल और वॉशिंग लाइन तक ट्रॉली ले जाने की प्रॉब्लम गिनाई। वहीं नरमू सेक्रेटरी की अगुवाई में पहुंचे कर्मचारियों ने बरेली हेल्थ यूनिट में एंबुलेंस व्यवस्था, पार्सल ले जाने के लिए अंडर ग्राउंड ब्रिज व सिक लाइन में टिन शेड लगवाने की मांग की।
छुपाया रीजेंसी का पानी जंक्शन पर काफी समय से धड़ल्ले से बिक रहा अनअप्रूव्ड पानी रीजेंसी जीएम इंस्पेक्शन के दौरान भी खूब बिका। फ्राइडे को इंस्पेक्शन के दौरान एक ओर जीएम व्यवस्था परख रहे थे तो वहीं दूसरी ओर जिम्मेदार खामियों को छुपाने में लगे थे। जीआरपी थाने के इंस्पेक्शन के दौरान जीएम ने औपचारिकता ही दिखाई जबकि वहीं जब्त पड़ी कार में अवैध वेंडर्स रीजेंसी पानी के साथ आराम करते दिखे। वहीं आरपीएफ भी जीएम साहब की नजर बचाते हुए रीजेंसी पानी के स्टॉक को चुपचाप प्लेटफॉर्म से हटाने में जुटी रही। इन पर नहीं मिला जवाबजीएम ने प्लेटफॉर्म क् से लेकर टिकट व बुकिंग सेंटर तक पैदल सफर तो तय किया, लेकिन बाकी प्लेटफॉर्म्स की दुर्दशा नहीं परखी। प्लेटफॉर्म ख्,फ्,ब् व भ् में बने गड्ढों, पीने के पानी की प्रॉब्लम, खराब पड़े सीजीएस और टॉयलेट्स की समस्या से हर रोज पैसेंजर्स जूझते हैं। इस ओर ध्यान देने को जीएम समय नहीं निकाल सकें। वहीं मीडिया से लगातार अपनी दूरी बना कर चल रहे जीएम अवैध वेंडर्स, नॉनस्टॉप ट्रेनों के संचालन, टॉयलेट्स की कमी, स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था, रेलवे कॉलोनीज की बदहाली समेत कई मुद्दों पर बिना जवाब दिए ही चले गए।