ना नाश्ते की फिक्र, ना नींद की सुध
सुबह 5 बजे से रात 2 बजे तक चलता है बीजेपी कैंडीडेट संतोष गंगवार का चुनावी प्रचार
BAREILLY: भारत सेवा ट्रस्ट, बरेली में भाजपा का सेंट्रल ऑफिस, सुबह म् बजे से ही पार्टी ऑफिस में कार्यकर्ताओं की चहल-पहल। सभी अपनी भूमिका में जुटे हुए। पार्टी के छोटे बड़े नेता जनसंपर्क और चुनावी प्रचार की तैयारियों में बिजी। ऑफिस हॉल से लेकर पिछले हिस्से में बने घर के ड्राइंग रूम में भी लोगों की तेज होती आवाजाही। इस बीच, मोबाइल पर बात करते हुए भाजपा कैंडीडेट संतोष गंगवार बाहर आते हैं। बात करते करते ही लोगों को इशारों से आज के अगले कदम का निर्देश देते। बरेली सीट से रिकॉर्ड म् बार सांसद रहे संतोष गंगवार की सुबह का आलम कुछ ऐसा ही रहता है। संतोष गंगवार के चुनावी प्रचार को समझने के लिए आई नेक्स्ट टीम ने ट्यूजडे को उनके साथ काफी वक्त गुजारा, एक रिपोर्ट।पांच से शुरू चुनावी आंच
चुनावी कैंपेन खत्म होने में अब महज चंद दिन ही बाकी रह गए हैं। ऐसे में बचे समय का पूरा फायदा उठाने की सार्थक कोशिश शुरू हो चुकी है। अलसुबह भ् बजे बिस्तर छोड़ने वाले संतोष का दिन नहाने के बाद सूर्य नमस्कार से स्टार्ट होता है। चाय की चुस्कियों के बीच लगातार ट्रिन ट्रिन करते मोबाइल फोन पर निर्देश देने का दौर जारी रहता है। इस बीच अखबारों पर नजरे पड़ती हैं तो अपनी और विरोधियों की छपी खबरों पर चेहरे पर संतुष्टि और नाराजगी के मिले-जुले रिएक्शन भी चेहरे पर तैरने लगते हैं। विरोधी खेमों की चुनावी बिसात पर थोड़ी चर्चा शुरू होती है। इतने में किसी ने सपोटर्स के इंतजार करने की याद दिलाई तो झट से ड्राइंग रूम की ओर कदम चल पड़े।
ड्राइंग रूम बने चुनावी अखाड़ा सुबह म्.फ्0 बजे ड्राइंग रूम में आते ही वहां बैठे हर एक कार्यकर्ता से चुनावी अभियान को प्रोग्रेस और राह में आ रही दिक्कतों पर सुनवाई शुरू होती है। कोई अपने एरिया में जनसंपर्क कराने की तारीख तय कराने पहुंचा है, तो कुछ यह जानने आए हैं कि अपने क्षेत्र में प्रभावी कैंपेन कैसे करें और लोगों का वोट जोड़ने के लिए क्या किया जाए। समय कम है, जनसंपर्क को निकलना है लिहाजा प्राथमिकता पर लोगों की प्रॉब्लम की सुनवाई की गई। बाकियों को शाम को आने को कहा। रामनवमी का दिन था लिहाजा जनसंपर्क पर निकलने से पहले घर में अकेले हवन करना नहीं भूले। और दिनों के मुकाबले थोड़ा देर हो गई इसलिए बिना नाश्ता किए ही जनसंपर्क के लिए कदम बढ़ गए।ढोल की थाप में प्रचार
ट्यूजडे को जनसंपर्क के लिए नगरिया परीक्षित और गायत्री नगर पहुंचना था। सपोटर्स पहले से जमा थे। अपने नेता की गाड़ी देख सपोटर्स में जोश जगा और ढोल की थाप के बीच शुरू हो गया जनता से मिलने का दौर। सरल, सहज और सौम्य चेहरे से लोगों का अभिवादन करते आगे बढ़ते गए। ढोल की गूंज से लोग अपने घरों से बाहर का नजारा देखने उमड़ पड़े। बच्चों में खासा जोश रहा, पीछे पीछे भागते हुए हर बच्चे में पार्टी की कैप और झंडा पाने की होड़ रही। इस दौरान किसी ने गले में हार पहना हाथ मिलाया, तो किसी ने समस्याओं का ताना मार मुंह फेर लिया। लेकिन ख्0 साल सांसद रहे नेता ने उसी सहजता और सरलता से जनता की नाराजगी को अपनाया और फिर आगे बढ़ गए नई उम्मीदाें और वादों की पोटली लेकर। क्0 बजे प्रचार की रफ्तार पर ब्रेक लगे तो वापस घर की सुध ली। देहात क्षेत्र के वोटर्स को जोड़ने के लिए तुरंत निकलना है, लिहाजा फिर से नाश्ते की प्लेट से मुंह से फेर लिया। लेकिन वाइफ सौभाग्यवती गंगवार ने कुशल गृहणी का परिचय दिया, सभी का नाश्ता पानी पैक करा गाड़ी में रखवाया और अगले कदम के लिए विदा दी।