bareilly: उत्तरायणी मेले के दूसरे दिन भी लोगों का आना जाना जारी रहा है. मेले में इतनी भीड़ थी कि सिर्फ सिर ही सिर नजर आ रहा था. सारे स्टॉल्स पर सुबह से लेकर शाम तक लोग खरीदारी करते दिखे. उत्तराखंड से आए कलाकारों ने अपने प्रदर्शन से लोगों का दिल बाग-बाग कर दिया. वहीं फूड स्टॉल्स पर लजीज व्यंजनों ने लोगों को अपनी तरफ अट्रैक्ट किया.


fun zone मेले में बच्चों का फन जोन लोगों को काफी लुभा रहा है। पारम्परिक चरखे और ट्रेन की छुक-छुक बच्चों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। बच्चों के साथ बड़े भी यहां आने को मजबूर हैं। वहीं ऊनी कपड़ों के स्टॉल्स पर भी अच्छी खासी भीड़ देखने को मिल रही है। स्टॉल्स लगाने वालों का भी कहना है कि हर साल की तरह इस बार भी लोगों का अच्छा रिस्पॉन्स रहा है। टोपी की बिक्री बढ़ीमेले में ऊनी कपड़ों के स्टॉल्स पर डिजाइनर टोपियों के कद्रदान कुछ ज्यादा रहे। नैनिताल से कुमायुं शॉल शॉप के ओनर कुंदन सिंह ने बताया कि इस बार उन्होंने बर्गर लेडी कैप, पी कैप, गोल्फ कैप, फैदर की बनी कैप और डिफरेंट डिजाइन के मफलर लेकर आए हैं। उन्होंने बताया कि लेडी कैप काफी बिक रही है। लोग कैप व ऊनी शॉक्स  खरीदने में काफी दिलचस्पी दिखा रहे हैं।


मोल-भाव में उलझे

मेले में खरीदारी को लेकर जमकर मोलभाव हो रहा है। स्टॉल्स पर मोलभाव के चक्कर शॉप कीपर्स और परचेंजर काफी जोर-जोर से बातें करने लगते हैं। उत्तराखंड के डिफरेंट डिस्ट्रिक्ट से आये स्टॉल पर कई ऐसे प्रोडक्ट की बिक्री हो रही है, जो बरेली में मिलना संभव नहीं है। ऐसे में लोग उन्हें खरीदने से पीछे नहीं हटना चाहते हैं। वहीं उनके दाम लोगों को परेशान कर रहा है। टोपी खरीद रही रीमा के अनुसार यहां कैप के दाम 20 परसेंट एक्स्ट्रा है। दाम कम कराने की बात पर स्टॉल पर बैठे लोग ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। फोक के फनकार    मेले में कल्चरल इवेंट के कद्रदानों की कमी नहीं है। यहां आने वाले लोग उनके कल्चरल सॉन्ग और डांस को काफी गौर से सुनते व देखते हैं। कुमायुं लोक सांस्कृतिक कला दर्पण के कलाकारों ने फोक सॉन्ग और डांस से बरेलियंस का दिल जीत लिया है। वे अपने फन में इतने माहिर हैं कि उनका हर स्टेप काफी सधा व संतुलित होता है.  टीम में 12 बच्चेकुमायुं से आई टीम ने उत्तराखंड के फेमस फोक सॉन्ग हाय रे मेरो मोतियावल्द पर प्रदर्शन कर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। कुमायुं लोक सांस्कृतिक कला दर्पण, लोहाघाट, चम्पावत से आई इस टीम ने पहाड़ की खेती को अपने गीत और डांस में शामिल किया है। इसके डायरेक्टर भूपेंद्र ताऊ ने बताया कि हमारी टीम में करीब 20 कलाकार हैं। इनमें से 12 बच्चे यहां प्रदर्शन के लिए आए हैं। इनमें बेबी प्रियंका और सपना राजन को ईटीवी ने झुमीगो अवार्ड से नवाजा। गायकी का शौक

बेबी प्रियंका ने बताया कि वो क्लास 6 से गाना गा रही है। वो कुमायुं और गढ़वाली में फोक सॉन्ग गाती है। उसके गायकी ने सभी को दिवाना बना दिया है। बेबी प्रियंका देहरादून में यूथ फेस्टिवल में फस्र्ट अवार्ड जीत चुकी है। वो उड़ीसा, इलाहाबाद और राजस्थान में भी परफॉर्म कर चुकी हैं.  सीनियर ग्रुप में अवार्ड सपना राजन ने बताया कि उन्हें ईटीवी की ओर से 2011 में सीनियर कैटेगरी में झुमीगो अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। फिलहाल वो कुमायुं यूनिवर्सिटी से बीए फाइनल इयर की पढ़ाई कर रही है।

Posted By: Inextlive