.. तो क्या 50 लोगों से ठगी का मास्टर माइंड है 'वो शख्स'
- 300 बेड हॉस्पिटल में जॉब देने के नाम पर पीडि़तों से वसूले करीब दो करोड़
- महिला अस्पताल के बाबू के नाम पर विकास ने की वसूली, जांच शुरु बरेली : शहर के 300 बेड हॉस्पिटल में जॉब लगवाने के नाम पर हुई ठगी में अब नया मोड़ आ गया है। जिला महिला अस्पताल में पीडि़तों की ओर से एसएसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र में जिला महिला अस्पताल में तैनात बड़े बाबू समेत चार लोगों के नाम है। हैरत की बात यह है कि प्रार्थना पत्र में दिए गए एक शख्स की तैनाती हेल्थ डिपार्टमेंट में नहीं है। वहीं अन्य एक युवक जिला अस्पताल में वार्ड ब्वाय के पद पर कार्यरत है। मेरा इस प्रकरण से कोई लेना देना नहींएसएसपी के आदेश पर मामले की जांच शुरु होने के बाद जिला महिला अस्पताल में तैनात बड़े बाबू और वार्ड व्बाय सैटरडे को ड्यूटी पर आए, ठगी के मामले में जानकारी करने पर दोनों ने दो टूक कहा कि उनका नाम लेकर लोगों से ठगी की गई है, लेकिन इस प्रकरण में उनका कोई लेना देना नहीं है।
महिला अस्पताल में था आना जानासूत्रों के अनुसार एक शख्स जो कि हेल्थ डिपार्टमेंट में कार्यरत नहीं है उसका फुफेरा भाई कुछ महीने पहले यहां एक कंपनी के माध्यम से ठेके पर तैनात था। लेकिन ड्यूटी के दौरान ही शराब पीकर आने पर बड़े बाबू ने ही आपत्ति की थी। जिसके बाद सीएमएस ने उसे जिला अस्पताल भेज दिया था। अपने भाई के साथ ही वह हॉस्पिटल अक्सर आता था और स्टाफ से भी मिलता है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस दौरान ही लोगों को भरोसा जीतकर उसने ठगी को अंजाम दिया। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि एक बाहरी शख्स ने इतने बड़े फर्जीवाड़े को अंजाम देकर करोड़ों की रकम कैसे ले ली? आवेदकों के फिटनेस सर्टिफिकेट भी स्वास्थ्य विभाग से ही जारी हुए, फिर भी किसी को इस फर्जीवाड़े की भनक कैसे नहीं लगी?
फेसबुक पर अपलोड करता था खबर लोगों को यकीन हो कि इसलिए अपने भाई के साथ आने वाला युवक की पहुंच हेल्थ डिपार्टमेंट के बड़े अधिकारियों तक है इसके लिए वह अपने फेसबुक अकाउंट पर 300 बेड हॉस्पिटल में नियुक्ति संबंधी न्यूज की फोटो भी शेयर करता था। लोगों को इस प्रकार ही बरगला कर उसने ठगी को अंजाम दिया है। क्या है मामलापीडि़तों की ओर से फ्राइडे को एसएसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र में जिला महिला अस्पताल में तैनात बड़े बाबू समेत चार लोगों के खिलाफ ठगी का आरोप लगाया था। एसएसपी ने मामला दर्ज करने आदेश कर जांच सीओ दिली कुमार सिंह को जांच सौंपी है। पीडि़तों से जॉब के नाम पर करीब दो करोड़ की ठगी करने का आरोप है।
मामले की जांच की जा रही है। शिकायतकर्ताओं से उनके डाक्यूमेंट्स मांगे गए हैं। प्रूफ व बैंक स्टेटमेंट के आधार पर जांच कर बयान दर्ज किए जाएंगे। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। - दिलीप कुमार, सीओ सिटी