सवा करोड़ के घोटाले में एक्शन की तैयारी, संविदा कर्मियों ने किया प्रदर्शन
- बिथरी सीएचसी पर पीएम मातृ वंदना योजना में उजागर हुआ है घोटाला
- संविदा कर्मियों ने सीएमओ ऑफिस के बाहर किया प्रदर्शन बरेली : प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में बिथरी चैनपुर समेत तीन स्वास्थ्य केंद्रों पर करोड़ों रुपये के घोटाले की आहट के बाद अब सीएमओ ने सभी प्रमुख स्वास्थ्य केंद्रों पर लंबे समय से बैठे ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर व अन्य पदाधिकारियों को भी बदलने का फैसला लिया है। करीब पंद्रह ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर की सूची भी बनी है, जिनका जल्द तबादला प्रस्तावित है। इसकी भनक लगते ही बीपीएम ने विरोध शुरू कर दिया है। सवा करोड़ की गड़बड़ी एसीएमओ डॉ.आरएन गिरि ने बिथरी में करीब सवा करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला होने की बात अपनी जांच रिपोर्ट में दी थी। वहीं अब मामले में जिला प्रशासनिक अधिकारी और कोषाधिकारी ने भी जांच रिपोर्ट सीएमओ को सौंप दी है। आंदोलन की उी चेतावनीब्लाक प्रोग्राम मैनेजर यानि बीपीएम और पीसीपीएम कई सालों से ब्लाक पर तैनात हैं। माना जा रहा है कि हुए घोटालों में इनकी भी बड़ी भूमिका हो सकती है। वहीं, आशाओं ने इन पर वसूली करने का आरोप लगाया था। बीते दिनों सीएमओ से मिलकर शिकायत भी की थी। ऐसे में इन दो प्रमुख वजहों से भी बीपीएम और पीसीपीएम यूनिट के तबादले की तैयारी की जा रही है। उधर, कई ब्लाक प्रोग्राम मैनेजरों का कहना है कि तबादले करने से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होंगी। यही नहीं, उनकी ओर से सीएमओ ऑफिस तक मैसेज पहुंच चुका है कि अगर तबादले किये गए तो अन्य साथियों और अधीनस्थों के साथ मिलकर आंदोलन करेंगे। इसी क्रम में फ्राईडे को संविदा कर्मियों ने सीएमओ ऑफिस के बाहर प्रदर्शन और नारेबाजी भी की। उनका कहना है कि सीएमओ ने निरीक्षण के दौरान कई कर्मचारियों को काम चोर तक कहा है जो कि मान-सम्मान के खिलाफ है।
एमओआइसी अब तक छुट्टी पर बिथरी चैनपुर सीएचसी की प्राथमिक जांच में वित्तीय अनियमितता की बात सामने आने के बाद एसीएमओ डॉ। गिरी ने विस्तृत जांच की अनुशंसा की थी। सीएमओ ने जिला प्रशासनिक अधिकारी डॉ। राकेश कुमार और ट्रेजरी अफसर को विस्तृत जांच सौंपी थी। इसके बाद से तत्कालीन बिथरी चैनपुर एमओआइसी कोविड की वजह से छुट्टी पर ही हैं। स्वास्थ्य केंद्रों पर व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने के लिए कुछ बदलाव करने की योजना बनाई है। हालांकि अभी प्रस्तावित तबादलों की सूची तैयार नहीं हुई है। - डॉ। एसके गर्ग, सीएमओ