एफआईआर में पुलिस ने किया खेल

वारदात लूट की, मुकदमा चोरी का

-कैंट के नकटिया में पूर्व सीएमओ के घर गन प्वाइंट से लूट

-चौकी इंचार्ज ने चोरी में दर्ज किया केस, मामले को दबाने का प्रयास

-अधिकारियों तक मामला पहुंचने पर जांच के लिए पहुंची टीमें

BAREILLY: चार लूटेरे खिड़की की ग्रिल काटकर घर में दाखिल होते हैं। घर में सो रही महिलाओं को गन प्वाइंट में लेते हैं, लॉकर की चाबी मांगते हैं। न देने पर जान से मारने की धमकी देते हैं। डरी-सहमी महिलाएं चाबी दे देती हैं। लूटेरे लॉकर खोलते हैं और करीब ढ़ाई लाख रुपए कैश और ब्0 लाख की ज्वैलरी उठा लेते हैं। जाते वक्त धमकी देते हैं कि अगर पुलिस को बताया तो जान से मार देंगे। वारदात के बाद पुलिस चौकी पर सूचना दी जाती है। चौकी इंचार्ज पहुंचते हैं और सहमे परिवार को कांफिडेंस में लेते हैं। उसके बाद ब्ख् लाख की लूट की वारदात को चोरी की धाराओं में बदलने का खेल करते हैं और वहां से निकल जाते हैं। कुछ ऐसा है बरेली पुलिस की 'क्राइम ग्राफ' गिराने का तरीका।

एफआईआर की कॉपी मिली, तब चला पता

जब लूट के शिकार परिजनों को एफआईआर की कॉपी मिली तो उसको पढ़कर उनके होश उड़ गए। कॉपी में चोरी की वारदात का जिक्र था। कुछ यूं लिखा था, अंजान चोर ग्रिल तोड़कर घुसे और नगदी व जेवरात ले गए। पीडि़त परिजनों को जब इसका पता चला तो उन्होंने पुलिस अधिकारियों को मामले की सूचना दी। तब जाकर सनसनीखेज लूट का यह मामला पुलिस व मीडिया की जानकारी में आ पाया, वरना चौकी इंचार्ज ने चौकी का क्राइम ग्राफ का रेट गिराने का पूरा इंतजाम कर लिया था। अब अधिकारी चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई की बात कह रहे हैं।

अब पढि़ए, क्या थी पूरी घटना

नकटिया में बाल किशन खत्री अपनी फैमिली के साथ रहते हैं। वह राजस्थान में सीएमओ के पद पर तैनात थे। रिटायर होने के बाद उन्होंने आठवीं बटालियन पीएसी गेट के सामने बाल किशन नाम से हॉस्पिटल शुरू कर दिया। घर के अगले हिस्से में हॉस्पिटल है जबकि पिछले हिस्से में वह रहते हैं। फैमिली में पत्‍‌नी आशा, बेटी मोनिका और पोती रिद्धि थी, जबकि बाल किशन हॉस्पिटल में सो रहे थे। पत्‍‌नी आशा ने बताया कि रात को वह, मोनिका और रिद्धि एक ही रूम में सो सो रही थी। रात में करीब सवा ख् बजे उनके डॉगी जोर-जोर से भौँकने लग गया। आंख खुली तो देखा की चार बदमाश घर में घुस आए और उनको गन प्वाइंट में ले लिया।

हाथ में तमंचा और मुंह में नकाब

आशा ने बताया कि चारों लूटेरों ने अपना चेहरा कपड़े से बांध रखा था। सिर्फ उनकी आंखे दिख रही थी। दो लुटेरे हाथ में तमंचा लिए हुए थे, जबकि एक के हाथ में घास काटने वाली कैंची थी। बकौल आशा, सिर पर तमंचा रखकर उन्होंने अलमारी की चाभी मांगी। सहमी आशा ने चाबी का गुच्छा दे दिया। गुच्छे में ढेर सारी चाभी थी। जिसके बाद लूटेरों ने लॉकर की चाबी बताने को कहा, वह आनकानी करने लगी तो गोली मारने की धमकी देने लगे। जिससे डरकर उन्होंने लॉकर की चाबी बता दी।

बिजली तक नहीं जलाने दी बदमाशों ने

आशा ने बताया कि उन्होंने लाइट जलाने की बात कही तो लूटेरों ने मना कर दिया। आशा ने बताया कि इस दौरान लूटेरों की नजर से बचकर के उन्होंने हॉस्पिटल की नर्स के मोबाइल पर मिस कॉल मार दी। उसके बाद नर्स की कॉल बेक आई तो लूटेरे सचेत हो गए। आशा ने बताया कि बदमाशों ने जल्दी से लॉकर खोलकर करीब ब्0 लाख की ज्वेलरी, ख् लाख कैश और तीन मोबाइल लूटकर फरार हो गए। बदमाश उन्हें धमकी देकर गए कि यदि पुलिस को बताया तो उन्हें बाद में भी जान से मार देंगे।

सूचना के बाद पहुंचे अधिकारी

लूट की वारदात को चोरी में दर्ज करने की खबर जब मीडिया को लगी तो पुलिस के अधिकारी भी हरकत में आ गए। एसपी सिटी, सीओ, कैंट पुलिस, क्राइम ब्रांच और फील्ड यूनिट जांच के लिए पहुंची। बड़ी वारदात और पुलिस की वर्किंग से जहां डॉक्टर फैमिली दहशत में है तो वहीं आईएमए भी खफा है। बताया यह भी जा रहा है कि चौकी इंचार्ज ने अधिकारियों को गुमराह करने की कोशिश की और पांच हजार की चोरी की वारदात बताई।

बाक्स----लुटेरों ने ग्रिल तोड़कर की घर में इंट्री

चोरों ने घर के पिछले रास्ते से घर में इंट्री की। एक चोर पेड़ के साथ रेलिंग जंप कर घर में आया, उसके बाद नीचे रखी सीढ़ी को उसने लगा दिया। जिसके बाद अन्य लूटेरे भी घर में आ गए। उसके बाद उन्होंने पीछे की और खिड़की में लगी ग्रिल उखाड़ दी और घर में इंट्री की। चोरों ने ग्रिल उखाड़ने के गार्डन में रखे माली के बॉक्स में रखी कुदाल और कैंची का इस्तेमाल किया। आशा ने बताया कि तीन चोर पहले सामान लेकर भागे और एक चोर दस मिनट बाद भागा। फील्ड यूनिट को पीछे से चढ़ने के फुट प्रिंट मिले हैं। जिससे आशंका है कि बदमाशों की संख्या ब् से अधिक रही होगी.

एक मोबाइल कई घंटे तक रहा ऑन

बदमाश घर से तीन मोबाइल भी लूटकर ले गए थे। जिनमें से दो मोबाइल तुरंत स्विच आफ हो गए लेकिन एक मोबाइल दोपहर बाद तक चलता रहा। उसकी लोकेशन भी आदर्श नगर नकटिया की आती रही। वहीं पीडि़तों ने बताया कि बदमाश लोकल लैंग्वेंज में बात कर रहे थे। आशा ने यह भी बताया कि लूट के बाद बदमाश ज्वेलरी देखने लगे तो इस पर एक बदमाश ने यहां मत देखो स्टेशन पर देखेंगे।

डॉक्टर के घर लूट की वारदात गंभीर है। क्राइम ब्रांच को जांच के लिए लगाया गया है। चौकी इंचार्ज पर लापरवाही का आरोप है। इसकी जांच करवाई जा रही है। चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

राजीव मल्होत्रा, एसपी सिटी बरेली

Posted By: Inextlive