महज फॉर्मैलिटी भर रह गया फाउंडेशन डे
-ना कोई फ्यूचर प्लानिंग ना कोई नई योजना पर हुई बात
- एकेडमिक सुधार को लेकर भी नहीं हुई चर्चा BAREILLY: आरयू का 39वां फाउंडेशन डे समारोह महज औपचारिकता भर रहा। सैटरडे को आरयू के मल्टिपरपज हॉल में पूर्व वीसी के साथ मौजूदा वीसी और पूरा स्टाफ मौजूद तो जरूर था, लेकिन एकेडमिक एंवायरमेंट को कैसे सुधारा जाए, एकेडमिक एक्सीलेंस को लेकर नए प्रोजेक्ट, कोई नई योजना, कोर्स आदि लागू करने को लेकर किसी भी प्रकार की चर्चा नहीं हुई। महज सांस्कृतिक प्रोग्राम और डिपार्टमेंटल रिपोर्ट की पोथी पढ़कर समारोह की इतिश्री कर दी। जबकि एडमिशन प्रोसेस, कॉपी चेकिंग, रिजल्ट डिक्लेरेशन, रिजल्ट में गड़बड़ी, नए कोर्स स्टार्ट करने, इनोवेटिव प्रोजेक्ट लाने के पायदान पर आरयू बाकी यूनिवर्सिटीज के मुकाबले काफी फिसड्डी साबित हो चुका है। इस ऑकेजन पर चीफ गेस्ट के रूप में पूर्व वीसी प्रो। सत्यपाल गौतम उपस्थित रहे। Motive से भटक रही educationआरयू के पूर्व वीसी प्रो। एसपी गौतम ने मौजूद एजूकेशन सिस्टम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह अपने मोटिव से भटक गया है। इसका मोटिव केवल स्किल्ड डेवलप करना नहीं है बल्कि एक स्टूडेंट के ओवरऑल पर्सनैलिटी को डेवलप करना है। उन्होंने कहा कि स्किल्स के साथ स्टूडेंट में बौद्धिक, अध्यात्मिक और नैतिक मूल्यों का भी संचार करना होगा। इसके साथ ही उन्होंने पीएचडी की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए इसे रीजनल डेवलपमेंट और दूसरे सब्जेक्ट के साथ रिसर्च करने पर जोर दिया, जिससे रिसर्च महज जमा करने के लिए ना हो, बल्कि सही मायने में यह सोसाइटी को इफेक्ट कर सके। उन्होंने यूनिवर्सिटी को अपने 39 वर्षो के अनुभवों से सीख लेते हुए इनोवेटिव काम और प्रोजेक्ट लागू करने की सलाह दी।
महज report पढ़ गए VC प्रोग्राम की अध्यक्षता कर रहे वीसी प्रो। मुशाहिद हुसैन ने कोई भी इनोवेटिव आइडिया या फिर प्रोजेक्ट पर बात करने के बजाय फाउंडेशन डे के ऑकेजन पर हुए डिफरेंट प्रोग्राम्स की रिपोर्ट ही पढ़ सके। हालांकि उन्होंने अपनी पुरानी बात को एक बार फिर दोहराते हुए फिजिक्स और लाइफ साइंस में नैनो टेक्नोलॉजी के पेपर इंट्रोड्यूस करने की बात कही। इससे पहले डॉ। आरएस मिश्रा ने एनएसएस, डॉ। संतोष अरोरा ने कल्चरल और प्रो। एके जैतली ने स्पोर्ट्स एक्टिविटीज की रिपोर्ट पढ़ी। गायब रहे studentsफाउंडेशन डे के ऑकेजन पर यूनिवर्सिटी में अवकाश घोषित था। इस ऑकेजन पर सभी स्टाफ, एफिलिएटेड कॉलेजेज के प्रतिनिधियों के साथ कैंपस के स्टूडेंट्स को बुलाया गया था, लेकिन समारोह में कैंपस के स्टूडेंट्स नदारद रहे। स्टूडेंट्स ने बताया कि उन्हें किसी ने भी फाउंडेशन डे पर शिरकत करने के लिए नहीं कहा। इस ऑकेजन पर रजिस्ट्रार केएन पांडेय, एफओ एसपी श्रीवास्तव, समेत सभी स्टाफ और कर्मचारी मौजूद रहे।
Cultural programs ने बांधा समां फाउंडेशन डे के ऑकेजन पर कॉलेजेज के स्टूडेंट्स ने रंगारंग प्रोग्राम्स पेश कर सभी का दिल जीत लिया। सबसे पहले महाराजा अग्रसेन के स्टूडेंट्स ने सरस्वती वंदना की मनमोहक प्रस्तुति दी। इसके साथ ही केसीएमटी के स्टूडेंट्स ने मराठी स्टाइल में गणेश वंदना और महाराजा अग्रसेन के स्टूडेंट्स ने बरसाना की फूलों की होली की प्रस्तुति पेश कर खूब तालियां बटोरी। इस ऑकेजन पर दोनों वीसी ने साल भर हुए स्पोर्ट्स एक्टिविटीज में विनर्स प्लेयर्स को मेडल व सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया। नेशनल मुकाबले में सिल्वर मेडल प्राप्त करने वाले प्लेयर को 7,000 रुपए और ब्रॉन्ज मेडल प्राप्त करने वाले को भ्,000 रुपए देकर सम्मानित किया। झलकियां - धन्यवाद ज्ञापन देने वाले प्रोफेसर ने जितनी बार भी वीसी का नाम लिया वह गलत लिया। उन्होंने प्रो। मुशाहिद को मुजाहिद के नाम से पुकारा। - प्रोग्राम का संचालन करने वाली टीचर ने पूर्व वीसी प्रो। सत्यपाल गौतम को प्रो। सत्यवीर के नाम से पुकारा।- वहीं संचालिका गणेश स्तुति के श्लोक देखकर भी नहीं पढ़ सकी। अंत में उन्होंने कई शब्दों का गलत उच्चारण किया।
- इंटर कॉलेजिएट कॉम्पिटीशन में कई एफिलिएटेड कॉलेजेज की टीम ने पार्टिसिपेट किया था, लेकिन वीसी ने अपनी रिपोर्ट में कई विश्वविद्यालयों की टीम कही। - समारोह में लाइट ने भी कई बार व्यवधान पैदा किया।