सड़क-नाली, खुली जमीन पर न फेंके पॉलीथिन, खाने की चीजों में न करें यूज

कैंसर से लेकर ट्यूमर और आंतों की बीमारियों की रहती है आशंका

BAREILLY:

पॉलीथिन के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम को शहर के बाशिंदों का साथ मिलने लगा है। यूं तो लगातार चलाए जा रहे अवयेरनेस कैंपेन से बाजार में पॉलीथिन की धाक में कुछ कमी आई है। पॉलीथिन से होने वाले नुकसान पर पब्लिक को अवेयर करने की आई नेक्स्ट की कोशिश रंग लाने लगी हैं। ऐसे में हर बरेलियंस की जिम्मेदारी है कि वह घर से लेकर सड़क और फिर बाजार तक में पॉलीथिन यूज न करने और इसे सही से डिस्पोज करने की आदत अपना ले तो इस शहर की सूरत और सेहत भी संवर जाएं।

खतरनाक हैं पॉलीथिन पैक्ड फूड

पॉलीथिन का बेतरतीब डिस्पोजल सिर्फ एनवॉयरमेंट के लिए ही नुकसानदेह नहीं। इसका डेली यूज

सेहत भी बिगाड़ने का काम रहा। दरअसल पॉलीथिन पैक्ड फूड भी धीरे धीरे सेहत खराब कर रही है।

ब्रेड, नूडल्स, टॉफी, फल व सब्जी, मीट व खाने का अन्य ज्यादातर सामान पॉलीथिन में पैक्ड मिलता है। लो क्वालिटी पॉलीथिन खाने के सामान के साथ रिएक्शन कर कई बीमारियों की वजह बनती है। टेंपरेचर बढ़ने के साथ ही पॉलीथिन केमिकल रिएक्शन कर खाने के सामान को सड़ा देती है, जिससे इंसान की आंते डैमेज होने का खतरा बढ़ जाता है।

कैंसर और अल्सर का खतरा

खुले में फेंकी गई पॉलीथिन अक्सर कचरे के साथ गाय खा लेती है। कचरे के साथ यह पॉलीथिन जुगाली के बाद गाय के शरीर में मिल जाती है। जिसका असर गाय के दूध में भी आ जाता है। यह दूध बड़ों और खासकर बच्चों के लिए बेहद खतरनाक होता है। जो कैंसर से लेकर ट्यूमर और अल्सर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। मेडिकल एक्सपर्ट के मुताबिक पॉलीथिन के इन खतरों से बेपरवाह होना ही गंभीर बीमारियों की चपेट में आने की वजह भी बना है।

पॉलीथिन पाउच भी हैं खतरनाक

गर्मियों में पानी के पाउच से प्यास बुझाना भी गंभीर बीमारियों को न्यौता देने जैसा है। गर्मी बढ़ने के साथ ही इन लो क्वालिटी पॉलीथिन का कुछ हिस्सा पानी में ही पिघलकर मिलने लगता है। वहीं लोकल पानी की बोतलें भी सॉफ्ट प्लास्टिक की बनी होती हैं। जिनका केमिकल पानी के साथ रिएक्श्न करने लगता है। इससे पेट से जुड़ी बीमारियों का खतरा होता है। एक्सपर्ट पानी के पाउच और लोकल पानी की बोतल से बचने की सलाह देते हैं।

यूं अपनाएं सही आदत

- घर का कूड़ा-कचरा पॉलीथिन में बंद कर न फेंके

- पॉलीथिन को सड़क, खाली प्लॉट में न फेंके

- बाजार-सड़क पर पानी की बोतल, पॉलीथिन व प्लास्टिक के आयटम डस्टबिन में ही डालें

- पेपरबैग्स व जूट बैग्स लेकर शॉपिंग करने निकले।

- पॉलीथिन न जलाएं, न ही नाले-नालियों में बहाकर डिस्पोज करें

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पॉलीथिन में रखी खाने-पीने का सामान सेहत के लिए खतरनाक होता है। पॉलीथिन से रिएक्शन कर खाने का सामान भी खराब हो जाता है। जिससे कैंसर, अल्सर व ट्यूमर जैसी खतरनाक बीमारी हो सकती है। लोकल प्लास्टिक की बोतल से पानी पीना भी आंत की बीमारियों की वजह बनती है। -

डॉ। राजीव गोयल, मेडिकल एक्सपर्ट

Posted By: Inextlive