- साक्ष्य छिपाकर पासपोर्ट बनवाने के सैकड़ों मामले आए सामने

-सबसे ज्यादा शादी का स्टेटस छिपाने के मामले पकड़े गए

- इस साल अभी तक आ चुके हैं 400 से ज्यादा गलत डॉक्यूमेंट के मामले

केस वन-

बिजनौर के मोहम्मद खालिद (नेम चेंज्ड) ने पासपोर्ट के लिए एक महीने पहले अप्लाई किया था। खालिद ने आवेदन के वक्त मैरिज स्टेटस में अपने आपको सिंगल बताया था। अप्लाई करने के बाद खालिद को तीन दिन बात का अप्वॉइंटमेंट मिला था। प्रोसेस स्टार्ट हुआ तो विभाग ने खालिद का पुलिस वेरीफिकेशन के लिए एलआईयू को भेजा। जिसमें पता चला कि खालिद की शादी एक साल पहले ही हो चुकी थी।

केस टू

दूसरा मामला भी दो बच्चों के पिता से जुड़ा है। तीन महीने पहले फिरोजाबाद के अशफाक (नेम चेंज्ड)ने पासपोर्ट के लिए अप्लाई किया था। पासपोर्ट अधिकारियों से दुबई जाने के लिए पासपोर्ट जल्द से जल्द बनाने का प्रेशर भी बना रहा था। जब डॉक्यूमेंट के आधार पर पुलिस वेरीफिकेशन हुआ तो, अशफाक के पड़ोसियों ने पुलिस को यह बताया कि, वह दिल्ली काम करता है और उसकी पत्‍ि‌न और एक बच्चा भी है जो कि, दिल्ली में ही उसके साथ रहत हैं।

केसी थ्री

रामपुर के रहने वाले फिरासत जो कि, पूर्व में टीचर भी रह चुके हैं। इसने जून 2013 में पासपोर्ट के लिए अप्लाई किया था। फिरासत पर 420 के अलावा और भी कई धाराओं में कोर्ट में केस चल रहा था। फिर भी इसने साक्ष्य छिपा कर पासपोर्ट के लिए अप्लाई किया। हालांकि, दिसम्बर 2014 में कोर्ट ने फिरासत के पक्ष में फैसला सुनाया। लेकिन, जिस वक्त फिरासत ने पासपोर्ट के लिए अप्लाई किया था। उसके खिलाफ कई मामले चल रहे थे। जोकि, साक्ष्य छिपाकर पासपोर्ट बनवाने का प्रयास कर रहा था। तीन दिन पहले पासपोर्ट ऑफिस पहुंचे फिरासत पर अधिकारियों ने 2500 का पेनॉल्टी लगाया।

BAREILLY:

पासपोर्ट बनाने के लिए आवेदकों दवारा फर्जी डॉक्यूमेंट लगाना व साक्ष्य छिपाना कोई नई बात नहीं हैं। आए दिन पासपोर्ट अधिकारियों को इस तरह के मामलों से सामना होता रहता है, लेकिन आजकल पासपोर्ट अधिकारियों को एक नए तरह के फर्जीवाड़े ने परेशान करके रखा हुआ है। यह फर्जीवाड़ा सिंगल व मैरिड का है। जी हां, दरअसल, पासपोर्ट ऑफिस में शादी के स्टेटस को लेकर आवेदकों द्वारा फर्जीवाड़े के मामलों की संख्या में खासा इजाफा हो रहा है। जिसने अधिकारियों को टेंशन में डाल दिया है। आलम ऐसा हो गया है कि पासपोर्ट अधिकारी हर किसी को शादी के स्टेटस को लेकर शक के नजरिए तक से देखने लग गए हैं।

छिपा रहे वैवाहिक जीवन

पासपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि पासपोर्ट आवेदन के दौरान साक्ष्य छिपाए जाने के जितने भी मामले सामने आ रहे हैं। इनमें इस समय सबसे अधिक मामले वैवाहिक जीवन से जुड़े आ रहे हैं। जबकि, दूसरे में कोर्ट में चल रहे केस की जानकारी को आवेदक छुपाते हैं। अब सवाल यह उठता है कि आखिर शादीशुदा जिंदगी को लोग क्यों छिपाते हैं? अधिकारी बताते हैं कि इसका कारण फॉरेन में जॉब और शादी करने के साथ ही वहां की आसानी से नागरिकता हासिल करना होता है।

शादी करने पर आसान हो जाती है नागरिकता

अधिकारी बताते हैं कि फॉरेन में शादी करने के बाद वहां की नागरिकता हासिल करना काफी आसान हो जाता है। यदि, पहले से ही पासपोर्ट में शादीशुदा होने का जिक्र होता है तो, दूसरी शादी में तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यहीं नहीं कागजी कार्रवाई का प्रोसेस भी काफी लंबा हो जाता है। जिससे बचने के लिए लोग साक्ष्य छिपाने जैसी हरकत कर रहे हैं। हालांकि एक्ट में गलत जानकारी देने पर पेनाल्टी व मुकदमा दर्ज कराए जाने तक प्रावधान है।

ताकि न हो बाद में दिक्कत

ऐसा नहीं है कि, इस तरह की हरकत सिर्फ अंगूठा टेक अप्लीकेंट्स ही कर रहे हैं। बल्कि, पढ़े लिखे लोग भी साक्ष्य छिपाने का काम तेजी के साथ कर रहे हैं। इस वजह से पासपोर्ट डिपार्टमेंट के अधिकारियों की प्रॉब्लम्स और अधिक बढ़ गई है। साक्ष्य छिपाने के खेल के पीछे अप्लीकेंट्स की सोची-समझी साजिश होती है। कई बार किन्हीं कारणों से पुराने पासपोर्ट पर अप्लीकेंट्स का वीजा फॉरेन से कैंसिल हो चुका होता है। उस पासपोर्ट पर रिलेटेड देश के कोड अंकित होते हैं। ऐसे में लोग दूसरा पासपोर्ट बनवा कर वीजा के लिए अप्लाई करने के फिराक में भी रहते हैं।

इस साल ब्00 से अधिक

पासपोर्ट में हर महीने करीब क्0 से क्क् हजार लोगों को पासपोर्ट जारी होते हैं। वहीं डॉक्यूमेंट जांच के दौरान हर महीने 70 से 80 ऐसे मामले पकड़ में आते हैं जिनमें जानकारी छुपायी गई होती है। इस साल ब्00 से अधिक मामले पकड़ में आ चुके हैं। इनमें से करीब 90 मामले ऐसे मिले हैं। जिसमें विवाह से संबंधित जानकारी छुपाई गई है। पासपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि, साक्ष्य छिपाने पर एक्ट में बकायदा पेनॉल्टी का प्रावधान है। यह डिपेंड करता है कि, अप्लीकेंट्स ने किस तरह का साक्ष्य छिपाने का प्रयास किया है। एक्ट में मिनिमम भ्00 और मैक्सिमम भ्,000 रुपए पेनॉल्टी अप्लीकेंट्स पर लगायी जा सकती है।

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किस तरह के साक्ष्य ज्यादा छिपाते हैं आवेदक

-कोर्ट में केस व एफआईआर से रिलेटेड जानकारियां।

-शादी के स्टेटस के बारे में भी देते हैं गलत इंफॉर्मेशन।

-जॉब व एड्रेस के बारे में भी छिपाते हैं जानकारी।

-कई बार बर्थ सर्टिफिकेट से भी खेल करने की कोशिश करते हैं।

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इसलिए छिपाते हैं शादी का स्टेटस-----

-वहां शादी करने का चांस रहता है। जिससे नागरिकता मिलना आसान हो जाता है।

-नौकरी मिलने में भी सिंगल का स्टेटस ज्यादा प्रभावी होता है। इस कारण से भी छिपाते हैं।

-वीजा कैंसिल हो जाने पर नए वीजा के लिए भी साक्ष्यों में गड़बड़ी करते हैं।

पासपोर्ट के लिए अप्लीकेंट्स कई तरह के साक्ष्य छिपा रहे हैं। इनमें से एक वैवाहिक जीवन से जुड़े मामले भी हैं। डॉक्यूमेंट जांच में मामला पकड़ में आने पर अप्लीकेंट्स पर उचित पेनॉल्टी लगाई जाती है। कई मामले सामने आने के बाद हम भी काफी एलर्ट हो गए हैं।

नवीन चंद्र बिष्ट, असिस्टेंट पासपोर्ट अधिकारी

Posted By: Inextlive