Reataurant में बदमाशों का हमला
थोड़ी देर में आ रहा हूंसिंधी रेस्टोरेंट के ओनर गिरीश कुमार ने बताया कि संडे रात 9:15 बजे स्कार्पियो में सवार कुछ लोग उनकी शॉप पर पहुंचे। उन्होंने केबिन में घुसने के कुछ ही देर बाद शराब की बोतल निकालकर गिलास में पैग बनाना शुरू कर दिया। गिरीश ने उन युवकों से कहा कि यहां बैठकर शराब पीना मना है। यह सुनते ही उन्होंने गिरीश का हाथ पकड़ लिया और उनके साथ मारपीट करने लगे। रेस्टोरेंट के ओनर को पिटता देख जब सारे वर्कर और वहां खाना खा रहे लोग इकट्ठा हो गए तो बदमाश थोड़ी देर में आने की बात कहकर चले गए।दोबारा आए नौ लोग
इस हादसे से गिरीश बुरी तरह दहशत में आ गए। उन्होंने आवास विकास चौकी इंचार्ज धर्मेन्द्र मोहन संधू को तुरंत फोन कर दिया। इसी बीच एक स्कार्पियो और बोलेरो गाड़ी से 9 लोग रेस्टोरेंट के बाहर पहुंचे। उन्होंने गाड़ी में रखी हॉकी, डंडे और रॉड निकाल लिए। इसके बाद गिरीश और वहां काम करने वाले लोगों को पीटना शुरू कर दिया। बदमाशों ने रेस्टोरेंट में रखी चेयर और टेबल भी नीचे गिरा दिए। काफी देर तक उन्होंने रेस्टोरेंट में हंगामा किया।ब्लॉक प्रमुख के बेटे भी शामिल
प्रेमनगर पुलिस के मुताबिक रेस्टोरेंट पर मारपीट करने वालों में भुता की ब्लाक प्रमुख प्रेमवती के दोनों बेटे विजेन्द्र और विवेक शामिल हैं। उन्होंने इस बात की खुद पुष्टिï की है। इनके साथ राजेश कुमार, महेन्द्र कुमार, ललित कुमार, चन्द्रभान, योगेश और दो अन्य व्यक्ति भी शामिल थे। बदमाशों ने जो स्कार्पियो गाड़ी यूज की थी। वह महेन्द्र कुमार की थी। महेन्द्र कुमार विजेन्द्र का रिश्तेदार है। इसके साथ ही ललित कुमार अपनी बोलेरो गाड़ी लेकर आया था। पुलिस ने जिन पांच लोगों को गिरफ्तार किया। उनमें विवेक, विजेन्द्र, ललित, महेन्द्र और राजेश शामिल हैं। इनके चार साथी फरार होने में कामयाब रहे। पुलिस उनकी भी तलाश कर रही है।पहले भी किया हंगामा
गिरीश कुमार ने बताया कि विवेक और विजेन्द्र का उनके रेस्टोरेंट में पहले भी आना-जाना था। वह छह से अधिक बार पहले भी रेस्टोरेंट में आकर हंगामा कर चुके हैं, जिसे शॉप की क्रेडिट को बचाने के लिए किसी तरह बीच बचाव कर शांत करा दिया जाता था। इस बार बदमाशों ने रेस्टोरेंट के ओनर को ही पीट दिया। इसलिए मामला काफी बढ़ गया। इन लोगों ने संडे रात जिस समय रेस्टोरेंट में हंगामा काटा। वहां बहुत से लोग अपनी फैमिली के साथ बैठे हुए थे। इसलिए गिरीश कुमार बदमाशों से बार-बार शांत रहने और वहां शराब नहीं पीने की बात कर रहे थे।चौकी इंचार्ज के साथ मारपीटगिरीश ने बताया कि यह सब हो रहा था। इसी बीच आवास विकास चौकी इंचार्ज धर्मेन्द्र मोहन संधू वहां पहुंच गए। चौकी इंचार्ज ने बदमाशों को रोकना चाहा तो वह उनके ऊपर पिल पड़े। इसके बाद चौकी इंचार्ज ने प्रेमनगर थाने फोन कर दिया। रेस्टोरेंट में हंगामे की सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर प्रेमनगर सोमदत्त शर्मा अपनी टीम के साथ वहां पहुंच गए। उन्होंने पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। इस बीच 4 बदमाश स्कार्पियो और बोलेरो गाड़ी अपने साथ लेकर भागने में सफल रहे।रेस्टोरेंट के पास शराब की शॉपगिरीश कुमार ने बताया कि उनके रेस्टोरेंट के बिल्कुल पास में अंग्र्रेजी शराब की दुकान है। इसलिए वहां खड़े होकर शराब पीने वालों की भीड़ लगी रहती है। यहां गाली गलौच होना और एक-दूसरे को शराब के नशे में धुत होकर देख लेने की धमकियां भी बहुत सुनने को मिलती हैं। पहले भी पिट चुकी है पुलिस
शहर में पुलिस वालों के पिटने का यह मामला कोई पहला नहीं है। इसी साल मई में सुभाषनगर थाने के पास दो पुलिस वाले एक सब्जी व्यापारी के साथ मारपीट करने लगे। इस पर नाराज होकर कुछ दुकानदारों ने दोनों पुलिस वालों को पीट दिया। इसमें डीआईजी ने ऐक्शन लिया। इसी तरह स्टेशन रोड पर बाइक सवार चार लड़कों ने अक्टूबर में एक पुलिस वाले को पीट दिया। वह स्टेशन रोड चौकी पर बाइक खड़ी करके हंगामा कर रहे थे। जब पुलिस ने उन्हें मना किया, तो वह मारपीट पर आमादा हो गए। रेस्टोरेंट में तोडफ़ोड़ और ओनर के साथ मारपीट करने के मामले में पांच युवकों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया गया है। हंगामे की सूचना पर स्पॉट पर पहुंचे आवास विकास चौकी इंचार्ज के साथ भी बदमाशों ने मारपीट की है। इसलिए उनके खिलाफ पुलिस वाले के साथ मारपीट करने और सरकारी काम में बाधा डालने का मामला भी दर्ज हुआ है। उन पर गैंगस्टर लगाने की बात चल रही है। पुलिस इनके साथ शामिल कुछ अन्य युवकों की तलाश में जुटी हुई है। उन्हें भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।- सोमदत्त शर्मा एसएचओ प्रेमनगर