सीतापुर के लिए चलेंगी 15 नई बसें
- परिवहन निगम ने 15 बसों का प्रस्ताव किया तैयार
- बरेली से सीतापुर बस सर्विस मिलने से मिलेगी राहत BAREILLY: बरेली से सीतापुर जाने वाले पैसेंजर्स को अब डायरेक्ट बस सर्विस मिलेगी। पैसेंजर को दिल्ली से आने वाली बसों पर डिपेंड नहीं रहना होगा। परिवहन निगम ने सीतापुर के लिए नई बसें चलाने के लिए प्लॉनिंग शुरू कर दी है। सब कुछ योजनाओं के मुताबिक हुआ तो, आने वाले दिनों में इस रूट्स पर लोगों को बसों की सर्विस मिलने लगेगी। अभी तक कोई डायरेक्ट बसें नहीं चलने से पैसेंजर्स को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं दिल्ली से बरेली, सीतापुर से होकर लखनऊ जाने वाली मैक्सिमम बसें रात के वक्त ही बरेली पहुंचती है। ऐसे में इन बसों पकड़ने में मुश्किलें और बढ़ जाती है। क्भ् बसें चलाने की योजनापरिवहन निगम बरेली से सीतापुर के बीच स्टार्टिग में क्भ् नई बसें चलाने की सोच रहा है। पैसेंजर्स का रिस्पांस अच्छा मिलने पर बसों की संख्या बढ़ायी जाएगी। बसों को चलाने का प्रस्ताव परिवहन निगम के अधिकारियों ने तैयार भी कर लिया है। ये सभी बसें नॉवेल्टी बस स्टेशन से न चलकर सेटेलाइट बस स्टेशन से चलेगी। सीतापुर के लिए हर फ्0 मिनट में सेटेलाइट से बस मिलेगी। परिवहन निगम की अधिकारियों की मानें तो, बरेली से ख्ब् घंटे बस की सर्विस लोगों को मिलेगी। बरेली से सीतापुर के बीच बसों के चलने से फतेहगंज, कटरा और शाहजहांपुर सहित अन्य क्षेत्र के लोगों को काफी राहत मिलेगी।
फिलहाल नहीं है डायरेक्ट सर्विस प्रजेंट टाइम में बरेली से सीतापुर के लिए एक भी बसों को संचालन नहीं होता है। हालांकि, दिल्ली से लखनऊ के बीच करीब ब्0 बसें बरेली सेटेलाइट बस स्टेशन से होते हुए सीतापुर होकर लखनऊ जाती है। लेकिन ये बसें रात के वक्त ही बरेली पहुंचती है। यहीं नहीं मैक्सिमम बसों की सीटें प्राय: फुल ही रहती है। लिहाजा बरेली से जर्नी करने वाले पैसेंजर्स को एक-एक सीट के लिए संघर्ष करना पड़ता है। ऐसे में बरेली से बसों का संचालन होने से सीट के लिए लोगों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। यहीं नहीं बसों के संचालन का एक फिक्स टाइम होन बसे बसों को मिस करने का डर नहीं रहेगा। जबकि, दिल्ली से आने वाली बसों के लेटलतीफ रहने की संभावना रहती है। जिसकी वजह से लोगों को बस स्टेशन पर काफी देर तक बसों का इंतजार करना पड़ता है। ।सीतापुर के लिए बस चलाने की योजना है। खराब रोड को लेकर थोड़ी बहुत दिक्कत आ रही है। लेकिन फिर भी बसों को चलाने के लिए क्भ् बसों का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
एसके शर्मा, आरएम, परिवहन निगम