कार्यकारिणी चुनाव में क्रॉस वोटिंग के मामले में प्रदेश आलाकमान ने मांगी रिपोर्ट

पार्टी ने दोनों भाजपा प्रत्याशियों से मांगा जवाब, संगठन नेतृत्व पर भी उठे सवाल

BAREILLY: नगर निगम कार्यकारिणी चुनाव में क्रॉस वोटिंग कर पार्टी की लुटिया डुबोने वाले भाजपा पार्षदों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। चुनाव में पार्टी के खिलाफ विरोधियों को वोट देकर हार पर मुहर लगाने वाले दागी पार्षदों पर भाजपा आलाकमान गाज गिराने की तैयारी में हैं। दागी पार्षदों की पहचान के लिए पार्टी स्तर से जांच की कार्रवाई शुरू हो गई है। सोर्सेज के मुताबिक जांच अपने आखिरी चरण में है। कई दागियों की पहचान की जा चुकी है, लेकिन कड़ा कदम उठाने से पहले जांच रिपोर्ट का इंतजार है।

प्रदेश कार्यालय तक नाराजगी

क्रॉस वोटिंग के चलते ख्7 अगस्त को कार्यकारिणी चुनाव में भाजपा को सपा के हाथों शर्मनाक हार मिली थी। म् कार्यकारिणी सदस्यों के लिए हुए इस चुनाव में सपा ने भाजपा को भ्-क् से धूल चटा दी थी। वहीं चुनाव के दौरान ही भाजपा के बागी पार्षदों ने बगावती तेवर दिखा दिए। इसके बाद पार्टी की विरोधियों के सामने और भी किरकिरी हुई। इस पूरे मामले में भाजपा प्रदेश कार्यालय ने भी नाराजगी जताई और भाजपा महानगर अध्यक्ष को क्रॉस वोटिंग करने वाले पार्षदों की रिपोर्ट देने को कहा।

प्रत्याशियों से मांगा गया जवाब

कार्यकारिणी चुनाव में भाजपा की अंतकर्लह सामने आने के बाद 'डैमेज कंट्रोल' करने की कवायद शुरू कर दी गई। पार्टी में अंदर ही अंदर पनप रही रार जमीन पर उजगार न हो इसके लिए प्रदेश आलाकमान से भी कड़े निर्देश दिए गए। अंदरखाने के मुताबिक फ्0 अगस्त को महानगर अध्यक्ष की ओर से भाजपा पार्षद दल नेता को लेटर भेजा। इसमें दोनों पार्टी प्रत्याशियों रूपेन्द्र पटेल और रीता डुसेजा से पूरे प्रकरण में अपना पक्ष रखने को कहा गया। भाजपा पार्षद नेता की ओर से फ्क् अगस्त को दोनों प्रत्याशियों को लेटर भेजकर तीन दिन में अपना जवाब देने को कहा गया, लेकिन तीन दिन बीत जाने के बावजूद दोनों में से किसी ने इस पूरे मामले में अपना जवाब नहीं दिया।

संगठन पर ही उठाए सवाल

कार्यकारिणी चुनाव में हार के बाद बौखलाए पार्टी प्रत्याशी रूपेन्द्र पटेल ने संगठन पर ही कई आरोप लगा दिए। पार्टी को भेजे लेटर में पार्षद ने आरोप लगाए कि चुनाव से पहले पार्षदों की बैठक में उसे क्फ् और रीता डुसेजा को क्ब् वोट आवंटित किए गए थे। जबकि चुनाव में पार्षद रूपेन्द्र पटेल को म् और रीता डुसेजा को 9 वोट ही मिले। पार्षद का आरोप रहा कि पार्टी के सचेतक की ओर से जो व्हिप जारी की गई, उसमें कई वोट रीता डुसेजा के पक्ष में दिखाए गए, जो पहले से ही उनके नाम आवंटित किए गए थे। पार्षद ने कहा कि इससे वोटर्स में भ्रम की स्थिति पैदा हुई। सोर्सेज के मुताबिक पार्षद ने चुनाव से पहले ही वोट बिक जाने के आरोप लगाए।

पिछले साल भी हुई क्रॉसवोटिंग

कार्यकारिणी चुनाव में क्रॉस वोटिंग का भूत पिछले साल भी भाजपा पार्षदों पर हावी था। क्ब् सितंबर ख्0क्फ् को हुए कार्यकारिणी चुनाव में विपुल अग्रवाल को पार्टी की ओर से टिकट दिया गया था, जो इस बार चुनाव में बागी भाजपाई रंग में दिखे थे। चुनाव में पार्टी की ओर से सिर्फ छंगातल मौर्य को ही जीत मिली थी। तब विपुल अग्रवाल ने क्रॉसवोटिंग का मुद्दा छेड़ पार्टी में हलचल मचाई थी, लेकिन तब पार्टी की ओर से इस मामले को ज्यादा तूल नहीं ि1दया गया।

बर्खास्तगी या टिकट से बेदखली

कार्यकारिणी चुनाव में क्रॉसवोटिंग कर पार्टी की फजीहत कराने वाले भाजपा पार्षद बर्खास्त किए जा सकते हैं। हालांकि अंदरखाने में इस बात की सुगबुगाहट है कि बर्खास्तगी के बावजूद वह पार्षद बने रहेंगे। ऐसे में अगले चुनाव में उनके टिकट काटे जाएं और तब तक पार्टी की गतिविधियों से बाहर ही रखा जाए। सोर्सेज की मानें तो पार्टी स्तर पर दागी पार्षदों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जिसमें कईयों के टिकट काटे जाने पर सहमति बन गई है।

दोनों प्रत्याशी पार्षदों के जवाब का इंतजार है। दोनों पार्षदों का जवाब मिलते ही पार्टी से अवगत करा दिया जाएगा। क्रॉस वोटिंग करने वाले पार्षदों पर कार्रवाई पार्टी तय करेगी।

- विकास शर्मा, भाजपा पार्षद नेता

Posted By: Inextlive