जाली नोट टू बरेली वाया गोरखपुर, बंगाल
नकली नोटों के सौदागरों से पूछताछ में हुआ खुलासा, मोबाइल नंबर की सीडीआर से सप्लायरों तक पहुंचेगी पुलिस
BAREILLY: यूपी में जाली नोटों का जाल गोरखपुर और बंगाल के रास्ते फैलाया जा रहा है। नेपाल और बांग्लादेश से भारत की सीमा तक खेप पहुंचाने के बाद इसे डिमांड के अनुसार अलग-अलग शहरों में झोंक दिया जाता है। देवरनियां में पकड़े गए जाली नोटों के सौदागरों से पूछताछ में मिली जानकारी के बाद इसका खुलासा हुआ है। संडे को पकड़े गए सद्दाम और फहीम का पहले भी नकली नोटों की सप्लाई में नाम आ चुका है। ये दोनों गोरखपुर के रास्ते ही नोटों की सप्लाई करते हैं। हालांकि, पुलिस अभी रामपुर और रुद्रपुर के सप्लायरों के बारे में पता लगा रही है। उनकी गिरफ्तारी के बाद ही असली गिरोह तक पहुंचा जा सकेगा। जालसाजी के पुराने माहिर हैं दोनोंबरेली में पहले भी नकली नोटों की खेप पकड़ी जा चुकी हैं। बरेली एसओजी में तैनात रहे और वर्तमान में एटीएस मुरादाबाद में तैनात दारोगा ने बताया कि उन्होंने भी कई साल पहले नोटों की खेप पकड़ी थी। उस वक्त पंजाब से नोटों की सप्लाई की गई थी। इसके अलावा सद्दाम का नाम भी उन्होंने कई बार सुना था लेकिन वह पहले कभी पुलिस के हत्थे नहीं आया था। एसओ देवरनियां ने बताया कि फहीम के बारे में बदायूं से फोन आया था। बदायूं में किसी ने उसको फोटो देखकर पहचाना है। फोन करने वाले शख्स के अनुसार बदायूं में भी फहीम नोटों की सप्लाई करता था।
तीन नंबरों की सीडीआर मेन नकली नोट के असली सप्लायर तक पहुंचने के लिए पुलिस फहीम व सद्दाम के मोबाइल नंबरों की सीडीआर निकलाने में जुटी है। इसके अलावा पुलिस रामपुर के सप्लायर, रुद्रपुर के तेजपाल और लखनऊ के नंबर की भी सीडीआर निकलवा रही है। अभी तीनों नंबर बंद जा रहे हैं। इन तीनों नंबरों के नाम कोड में सेव थे। सीडीआर के बाद पुलिस अन्य नंबरों की भी काल डिटेल निकालेगी। इन नंबरों में मेन सोर्स का भी नंबर है। सर्विलांस टीम भी लग गई है। जांच के लिए नासिक भेजे जाएंगे नोट पुलिस ने भ्0 हजार के नकली नोटों को सील कर दिया है। इन नोटों को परीक्षण के लिए नासिक लैब में भेजा जाएगा। जिससे पता चल सकेगा कि नोटों की प्रिंटिंग कहां हुई, उसमें कौन से पेपर लगाया गया, उसकी प्रिंटिंग किस लेवल की गई है। ये कार्रवाई भी करेगी पुलिस-सद्दाम और फहीम को पुलिस रिमांड पर लेकर दोबारा पूछताछ करेगी जिससे सरगना तक पहुंचा जा सके
-फहीम जैसे अन्य गैंग मेंबर को भी ट्रेस करेगी पुलिस -रामपुर व आसपास के जिलों से फहीम व सद्दाम की क्रिमिनल हिस्ट्री भी चेक की जाएगी, उनके साथ बंद हुए बदमाशों की भी तलाश की जाएगी -फहीम की दुकान व उसके घर के आसपास के लोगों से पूछताछ कर दोनों के क्लोज मेंबर्स को ट्रेस किया जाएगा -बरेली पुलिस रामपुर व अन्य जिलों की पुलिस की भी हेल्प लेगी