फेसबुक ट्विटर और गूगल बज पर फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन को संकट में पड़ते देख बरेलियंस गुस्से में हैं. ट्यूजडे मॉर्निंग एचआर मिनिस्टर कपिल सिब्बल का बयान सुनने के बाद उन्होंने इसे सीधे-सीधे अन्ना के अनशन से जोड़ दिया.


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BAREILLY(6 Dec): अन्ना 11 दिसंबर से फिर अनशन पर बैठ रहे हैं। ऐसे में सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट्स पर यूजर्स की तरफ से डाले जाने वाले कंटेंट पर सरकार की तिरछी नजर का डर भी बरेलियंस को परेशान नहीं कर रहा है। उलटे वे इस तरह की बयानबाजी से और गुस्से में आ गए हैं।सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट्स ठीक उसी तरह हैं जैसे आप चाय की दुकान पर बैठकर जमाने भर की बातें करते हो। इन वेबसाइट्स पर आपका दायरा कुछ बढ़ जाता है। अब यहां पर सरकार किस-किस का मुंह बंद करेगी।-रवि खान, स्टूडेंटये वेबसाइट्स न केवल यूथ बल्कि हर तबके के लोगों को एक्सप्रेशन का डिजिटल प्लेटफॉर्म प्रोवाइड करती हैं। मुझे नहीं लगता कि ये साइट्स किसी के लिए हार्मफुल हो सकती हैं। गवर्नमेंट का यह स्टेप तो उनका डर ही दिखाता है।-मेघा, डिजायनर


अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हर नागरिक को मिली हुई है। अगर इन वेबसाइट्स पर मर्यादित ढंग से सरकार का विरोध किया जा रहा है तो कोई बुराई नहीं है। गाली-गलौच तो कहीं भी हो बुरा ही होता है। सरकार का इन पर बैन लगाना ठीक नहीं है।-नीलेश अग्रवाल, बिजनेसमैन

इस तरह के डिसीजन से लोगों को नहीं रोका जा सकता। सच्चाई ऐसे छिप जाती तो आज तस्वीर कुछ और होती। वेबसाइट्स बंद कर देंगे तो क्या हुआ लोगों के पास मैसेज और फोन की सुविधा है। लोग तो सड़क पर भी उतर रहे हैं। कहां-कहां बैन लगेगा।-कल्पना, प्राइवेट जॉबUnconstitutional stepकॉन्स्टिट्यूशन के आर्टिकल 19 में फ्रीडम ऑफ स्पीच एंड एक्सप्रेशन शामिल है। इस पर पाबंदी केवल कुछ स्पेशल सिचुएशंस में लगाई जा सकती है। वे सिचुएशन ऑलरेडी संविधान में मेंशन की गई हैं। ऐसे में गवर्नमेंट के किसी बंदे की तरफ से ऐसा बयान कि अगर इन वेबसाइट्स के अधिकारी कोई कदम नहीं उठाते हैं तो सरकार खुद कुछ करेगी, सही नहीं है। क्योंकि गवर्नमेंट खुद संविधान से बाहर नहीं है। किसी का मुंह बंद करने के लिए उसे संविधान से बाहर कोई अधिकार नहीं मिलेगा। जो कुछ करना है उसे अपनी लिमिटेशंस में रहकर करना होगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो यह कदम अनकॉन्स्टिट्यूशनल है।-डॉ। प्रदीप कुमार, लॉ टीचर इन बीसीबीसरकार हो गई महानसोशल नेटवर्किंग वेबसाइट्स पर लगाम कसने का सिब्बल का बयान आते ही सरकार एकदम से महान हो गई। फेसबुक और ट्विटर यूजर्स ने कुछ इस तरह के कमेंट्स पोस्ट किए-ईस्ट ऑर वेस्ट प्राइम मिनिस्टर मनमोहन सिंह इज द बेस्ट अब शायद मैं भी बच जाऊं।-चंदन मिश्रा

सोनिया जी एक महान महिला हैं, नो डाउट।-रश्मि सिंहमेरी प्रोफाइल में एमएमएस-मनमोहन सिंह सिंघम के रूप में थे। आज ही डिलीट किया है। मैं भी बच गया।-दीपक सिंहरामचंद्र कह गए सिया से ऐसा भी युग आएगा, सेंसर होगा फेसबुक और ट्विटर भी हकलाएगा।-सतीश पंचमडेमोक्रेसीऑर कपिलो-क्रेसी।-महबूब हसनसरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजू-ए-सिब्बल में है।-कुमार रंजीत

Posted By: Inextlive