- इस बार मेन एग्जाम्स में बीसीबी की नहीं रहेगी इंटर कॉलेजेज की निर्भरता

- ड्यूटी करने वाले बाहरी टीचर्स की संख्या भी घटकर रह जाएगी आधी

BAREILLY: इस बार बरेली कॉलेज में एग्जाम का नजारा बदला-बदला सा रहेगा। मेन एग्जाम में पहले जैसी अराजकता और अव्यवस्था नहीं होगी। इस बार न तो किराए भवनों का सहारा लेना पड़ेगा और बाहरी टीचर्स की आमद भी काफी कम होगी। हालांकि कॉलेज ने इस बदलाव की बयार इंप्रूवमेंट एग्जाम से ही शुरू कर दी थी। जिसका असर अब मेन एग्जाम में भी दिखने वाला है। एग्जाम की व्यवस्थाओं की गाइडलाइंस में इस बार कॉलेज ने बड़े पैमाने पर बदलाव भी किया है। एग्जाम की चुस्त व्यवस्था को लेकर बीसीबी के प्रिंसिपल ने फ्राइडे को टीचर्स के साथ मीटिंग भी ली। जिसमें एग्जाम के लिए गठित पूरी टीम का खुलासा भी किया गया।

इंप्रूवमेंट से ही शुरू कर दी थी तैयारी

बीसीबी ने बदलाव की शुरूआत इंप्रूवमेंट एग्जाम्स से ही शुरू कर दी थी। पहली बार बीसीबी ने इंप्रूवमेंट में बाहरी टीचर्स की ड्यूटी नहीं लगाई। पूरे एग्जाम के दौरान कॉलेज के ही टीचर्स ने ड्यूटी की। यही नहीं पहली बार बीसीबी ने दूसरे कॉलेजेज के स्टूडेंट्स का सेंटर अपने यहां पर बनने नहीं दिया। जिससे नतीजा यह रहा कि कॉलेज में एग्जाम देने वाले स्टूडेंट्स की संख्या काफी कम हो गई।

अब तक क्या होता था हाल

मेन एग्जाम्स के दौरान बरेली कॉलेज में हमेशा अव्यवस्थाओं का बोलबाला रहता था। बड़े एग्जाम्स के दौरान जब स्टूडेंट्स की संख्या भ्,000 से भी ज्यादा रहती थी तो कॉलेज को दूसरे इंटर कॉलेजेज का सहारा लेना पड़ता था। करीब आधे दर्जन से ज्यादा स्कूल्स में एग्जाम कंडक्ट कराया जाता था। वह भी काफी दिनों तक। यही नहीं कॉलेज का भी कोई भी कोना नहीं बचता था, जहां पर स्टूडेंट्स को बिठाया न जाए। लाइब्रेरी का रीडिंग रूम, पार्क, जिम से लेकर कॉलेज के सभी बरामदे में टेंट के नीचे स्टूडेंट्स को एग्जाम दिलाया जाता था।

इस बार किराए के भवन नहीं

इस बार 9 मार्च से शुरू होने वाले मेन एग्जाम्स में बीसीबी में पहले जैसी अव्यवस्था नहीं रहेगी। प्रिंसिपल डॉ। सोमेश यादव ने बताया कि इस बार प्राइवेट स्टूडेंट्स की संख्या काफी लिमिट कर दी गई है। जिससे स्टूडेंट्स की संख्या करीब म्0,000 तक सिमट गई है। ऐसे में स्टूडेंट्स को कॉलेज में ही एग्जाम दिला दिया जाएगा। सिफ एक-दो दिन, जब स्टूडेंट्स की संख्या ज्यादा होगी तब इंटर कॉलेजेज का सहारा लेना पड़ेगा। लेकिन वह भी महज दो स्कूल्स में। यही नहीं हर बार करीब 80 बाहरी टीचर्स की ड्यूटी लगाई जाती थी। लेकिन इस बार इन बाहरी टीचर्स की संख्या घट कर आधी रह जाएगी। प्रिंसिपल डॉ। सोमेश यादव ने बताया कि जितने भी स्टूडेंट्स होंगे उसके अनुपात में कॉलेज के टीचर्स की ड्यूटी लगाई जाएगी। वहीं एग्जाम की व्यवस्था में बदलाव करते हुए फ्लाइंग स्क्वॉयड और कक्ष निरीक्षकों की टीम में हर क्भ् दिन में बदलाव कर दिया जाएगा। साथ ही ट्यू‌र्ट्स की भी इसमें ड्यूटी लगाई जाएगी।

Posted By: Inextlive