ऐसे कैसे बुझेगी शहर की प्यास
शहर में रोजाना 140 एमएलडी पानी की जरूरत, हो रही 105 एमएलडी की सप्लाई
गर्मियों में 160 एमएलडी पहुंची पानी की जरूरत, सप्लाई में जलकल विभाग नाकाम ओवरहेड टैंकों का हैंडओवर नहीं, कई हैंडपंप सूखे, कई जगह पानी की किल्लत शहर में रोजाना क्ब्0 एमएलडी पानी की जरूरत, हो रही क्0भ् एमएलडी की सप्लाई गर्मियों में क्म्0 एमएलडी पहुंची पानी की जरूरत, सप्लाई में जलकल विभाग नाकाम ओवरहेड टैंकों का हैंडओवर नहीं, कई हैंडपंप सूखे, कई जगह पानी की किल्लत BAREILLY: BAREILLY:सूरज की तपिश बढ़ने के साथ ही शहर में साफ पीने के पानी की दिक्कत बढ़ने लगी है। शहर के कई इलाकों में पानी की किल्लत पब्लिक की 'सहन की सीमा' को तोड़ चुकी है। जलकल विभाग के इंतजाम गर्मी के तेवर के आगे नाकाफी हैं। विभाग पुरजोर कोशिश के बावजूद कुल मांग की लगभग तीन चौथाई ही पानी की सप्लाई कर सका है। यह स्थिति पिछले कई साल से बनी है, जिसमें सुधार नहीं हो सका। गर्मियों में विभाग का प्रदर्शन और कमजोर हो गया है। शहर की मांग के मुताबिक विभाग बमुश्किल म्भ् फीसदी ही पानी की जरूरत पूरी कर पा रहा है।
क्म्0 एमएलडी पहुंची मांगशहर के सभी 70 वार्ड समेत सीमा से जुड़े इलाकों मे रोजाना करीब क्ब्0 एमएलडी पानी की जरूरत है, लेकिन जलकल विभाग कभी भी क्0भ् एमएलडी पानी से ज्यादा शहर को सप्लाई नहीं
कर सका है। यह सच खुद विभाग मान रहा है। पिछले एक महीने से शहर की पानी की मांग क्ब्0 से बढ़कर क्म्0 एमएलडी पहुंच गई है, लेकिन पहले से ही शहर की पानी की जरूरत को पूरा करने में नाकाम जलकल विभाग इस बढ़ी मांग को पूरा करने के इंतजाम करने में भी बेबस है। बिजली की कटौती होने पर पानी की किल्लत और ज्यादा हो रही है। नए नलकूप-टैंकों से सप्लाई नहीं शहर की कमजोर पेयजल व्यवस्था को मजबूत करने को सेंट्रल गर्वनमेंट व स्टेट गर्वनमेंट की ओर से यूआईडीएसएएमटी योजना शुरू की गई। कुल 78.0ब् करोड़ की लागत वाली इस योजना से ख्0क्फ् में शहर में क्7 ओवरहेड टैंक व ख्9 नलकूपों के निर्माण का काम शुरू हुआ। इस योजना के पूरा होने से शहर की पानी की किल्लत खत्म होने की उम्मीद बंधी, लेकिन पहले योजना में सरकारी जांच का अडं़गा और फिर बजट जारी होने के बाद भी कई ओवरहेड टैंकों का जलकल विभाग को हैंडओवर न होने से पानी की सप्लाई शुरू न हो सकी। नए हैंडपंप भी नहीं मिलेनए ओवरहेड टैंक व नलकूपों से पानी की सप्लाई न हो पाने और बिजली की कटौती के चलते पानी के लिए बेहाल शहर को सरकारी हैंडपंप से भी पानी से ज्यादा ना-उम्मीदी नसीब हो रही। निगम की ओर से शहर में ख्म्म्0 हैंडपंप लगवाए गए हैं। इनमें से करीब ख्0 परसेंट या तो सूख चुके हैं, या फिर पानी बेहद कम आ रहा। हालांकि जलकल विभाग अपने आंकड़ों में महज ख्00 सूखे हैंडपंप ही दिखा रहा जिनमें से क्फ्भ् की अब तक री-बोरिंग किए जाने का दावा कर रहा है। वहीं पिछले दो साल से जलकल को शहर में नए हैंडपंप लगाने का बजट शासन से नहीं मिला है। जिसके चलते पानी के किल्लत वाले इलाकों में हैंडपंप के जरिए राहत नहीं पहुंचाई जा सकी।
------------------------ शहर में पानी की व्यवस्था कुल नलकूप - 8क् पुराने नलकूप - भ्ख् नए नलकूप - ख्9 कुल ओवरहेड टैंक - फ्9 पुराने ओवरहेड टैंक - ख्ख् नए ओवरहेड टैंक - क्7 कुल हैंडपंप - ख्म्म्0 खराब हैंडपंप - ख्00 री-बोर किए गए हैंडपंप - क्फ्भ् आम दिनों में पानी की मांग -क्ब्0 एमएलडी गर्मियों में पानी की मांग - क्म्0 एमएलडी जलकल से रोजाना सप्लाई - क्0भ् एमएलडी हर दिन पानी बर्बादी - भ्-क्0 एमएलडी