ट्विटर पोल में निगम के अतिक्रमण हटाओ अभियान से असंतुष्ट दिखी पब्लिक. दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पब्लिक से ट्विटर पोल के माध्यम से जाने थे विचार

बरेली(ब्यूरो)। नगर निगम की ओर से इन दिनों सिटी में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है। इसको लेकर पब्लिक के बीच कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं। लोगों में मन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। कई लोगों को लग रहा है कि यह अभियान खानापूर्ति मात्र है तो कुछ को निगम की कार्रवाई संतोषजनक लग रही है। इसको लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से ट्विटर पर सर्वे किया गया, जिसमें शत प्रतिशत लोगों ने इसे सिर्फ खानापूर्ति बताया। कितने समय तक सडक़ें अतिक्रमणमुक्त रह पाएंगी, इस पर 50 परसेंट लोगों का कहना था कि मात्र एक दिन। क्या फड़ ठेले हटाने भर से शहर अतिक्रमणमुक्त हो जाएगा, इस प्रशन पर 100 प्रतिशत लोगों ने नहीं में उत्तर दिया। बड़े अतिक्रमणकारियों पर निगम की कार्रवाई न होने पर भी बरेलियंस एक राय नजर आए।

पब्लिक पोल में पूछे गए ये सवाल

शहर में अतिक्रमण के खिलाफ नगर निगम की कार्रवाई क्या सिर्फ खानापूर्ति भर हैैं।
हां 100 प्रतिशत
नहीं शून्य प्रतिशत
कह नहीं सकते शून्य प्रतिशत


जिन जगहों से अतिक्रमण हटाया गया, वह स्थान कितने समय तक अतिक्रमणमुक्त रह पाएगा।
एक दिन 50 प्रतिशत
एक सप्ताह 50 प्रतिशत
बिल्कुल नहीं शुन्य प्रतिशत


क्या सडक़ किनारे फड़-ठेला को हटाने भर से सडक़ें अतिक्रमणमुक्त हो जाएंगी।
हां शून्य प्रतिशत
नहीं 100 प्रतिशत
कह नहीं सकते शून्य प्रतिशत

क्या नगर निगम बड़े अतिक्रमणकारियों का अतिक्रमण हटा पा रहा है।
हां शून्य प्रतिशत
नहीं 100 प्रतिशत
कह नहीं सकते शून्य प्रतिशत

यह भी हो सकता हैै कारण
निगम की कार्रवाई इसलिए भी प्रभावी नहीं हो पा रही हैैं, क्योंकि निगम के अभियान के रूट चार्ट के बारे में अतिक्रमणकारियों को पहले से ही विभिन्न माध्यमों से पता चल गया हैै। इस कारण निगम की टीम के पहुंचने से पहले ही अतिक्रणकारी अपना सामान समेट लेते हैैं। टीम के जाने के बाद फिर से अतिक्रमण हो जाता हैै। इसको लेकर निगम के पास मजबूत रणनीति न होना भी निगम की कार्रवाई का सफल न होने का एक कारण हैै। निगम के अब तक के अभियान में देखा गया हैै कि टीम के पहुंचने पर ज्यादातर लोग सामान दुकानों के अंदर रख लेते हैैं। इसलिए टीम को कार्रवाई के नाम पर दो चार दुकानों व फड़ वालों पर कार्रवाई करके वापस आना पड़ता हैै। निगम की टीम ने दो बार बिना सूचना दिए अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की तो टीम के साथ अतिक्रमणकारियों की झड़प हो गई।

नहीं कर पा रहे ठोस कार्रवाई
फेसबुक पर सुभाषनगर के राजीव कुमार का कहना था कि अतिक्रमणकारियों पर ठोस कार्रवाई न होने के कारण भी टीम के जाने के बाद फिर से फुटपाथ पर अतिक्रमण कर लिया जाता है।

फेसबुक पर ही मनींद्र शर्मा ने कहा कि अतिक्रमणकारी निगम की टीम के जाने का इंतजार भी नहीं करते हैैं। टीम कार्रवाई करते हुए आगे बढ़ती जाती हैै और पीछे-पीछे अतिक्रमण होता रहता हैै।

प्रभावी कार्रवाई की जरूरत

टवीटर पर मढ़ीनाथ की रेखा का कहना था कि निगम की ओर से की गई कार्रवाई नाकाफी साबित हो रही है। सडक़ किनारे फड़-ठेला आदि हटाने भर से सडक़ें अतिक्रमणमुक्त नहीं हो पाएंगी।

ट्वीटर पर दीप्ति कश्यप ने कहा है कि इसके लिए निगम को प्रभावी कार्रïवाई करने की जरूरत है। साथ ही निगम को बड़े अतिक्रमणकारियों पर भी ठोस तरीके से कार्रवाई करने की जरूरत हैै।

Posted By: Inextlive