लापरवाह कर्मचारियों को बचाने में जुटा बिजली विभाग
-डीएम के आदेश के बावजूद भी 24 घंटे में नहीं सौंपी जांच रिपोर्ट
-रिपोर्ट के बाद लापरवाह कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई BAREILLY: दो मासूम और एक बेजुबान की जान जाने के बाद भी बिजली विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। बिजली विभाग अपने लापरवाह अधिकारी और कर्मचारियों को बचाने में लगा हुआ है। यही वजह है कि डीएम के आदेश के बावजूद ख्ब् घंटे के अंदर मामले की जांच रिपोर्ट नहीं सौंपी। इस पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए जल्द रिपोर्ट मंगाकर कार्रवाई की बात कही है। ख्ब् घंटे में रिपोर्ट देने का था आदेशबता दें कि चनेहटा में बिजली विभाग की लापरवाही से इंसुलेटर और वायर टूटने से दो सगे भाई बहन की मौत हो गई थी। यही नहीं एक बेजुबान भैंस की भी जान चली गई थी। दर्दनाक हादसा होने के चलते डीएम ने मामलों को गंभीरता से लेते हुए बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर को विभागीय जांच कराकर ख्ब् घंटे में रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया था। डीएम ने कहा था कि रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कर्मचारियों को मिलेगा देरी का फायदासंडे को ख्ब् घंटे से ज्यादा का समय बीत गया लेकिन बिजली विभाग ने अपनी जांच रिपोर्ट डीएम को नहीं सौंपी। रिपोर्ट ना सौंपने की वजह संडे होने का बहाना बनाया जा रहा है। जांच रिपोर्ट में देरी से तो यही लगता है कि बिजली विभाग के सीनियर अधिकारी हादसे के जिम्मेदारों को बचाने में जुट गए हैं। जांच में जितनी देर होगी उसका फायदा कर्मचारियों को ही सीधे-सीधे मिलेगा।
पुलिस जुट गई जांच में वहीं पुलिस भी हादसे की जांच में जुट गई है। पुलिस की पहली जांच बिजली विभाग के एरिया के एसडीओ, जेई और लाइनमेन की डिटेल जुटाना है। इस मामले में तीनों के खिलाफ वीरपाल श्रीवास्तव ने अपने बेटा-बेटी और भैंस की जान लेने की रिपोर्ट दर्ज करायी है। सिर्फ मुआवजे का मरहम एक तरफ वीरपाल का पूरा परिवार उजड़ गया। हंसते खेलते घर में मातम पसर गया, लेकिन जिम्मेदार हैं कि सिर्फ मुआवजे का महरम लगा रहे हैं। बिजली विभाग की ओर से मृतकों को भ्0-भ्0 हजार रुपये के चेक दे दिए हैं पर देखा जाए तो जो रकम बिजली विभाग के द्वारा दी गई है उसके आसपास तो उनकी भैंस की ही कीमत थी। वीरपाल ने एफआईआर में भी इसका जिक्र ि1कया है। हालत बनी है स्थिरवहीं हादसे में घायल प्रदीप की हालत अभी भी स्थिर बनी हुई है। प्रदीप का मिशन हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। भाई-बहन को बचाने के चक्कर में वह भी गंभीर रूप से झुलस गया था। हादसे में ताउ राममूर्ति भी मामूली रूप से झुलस गए थे। इधर वीरपाल और उर्मिला अपने बेटा-बेटी की मौत से उबर नहीं पा रहे हैं। दोनों को रो-रोकर बुरा हाल है।
अभी तक मेरे सामने रिपोर्ट नहीं आयी है। बिजली विभाग अभी भी लापरवाही बरत रहा है। जल्द ही रिपोर्ट मंगाकर एक्शन ि1लया जाएगा। संजय कुमार, डीएम, बरेली मृतकों के परिजन को मुआवजे के लिए चेक दे दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट तैयार की जा रही है। जल्द ही रिपोर्ट डीएम को सौंप दी जाएगी। -हरी प्रकाश, एसई रूरल