अब सिटी के रोडस पर बिना डीएल नहीं दौड़ा सकेंगे ई-रिक्शा
बरेली(ब्यूरो)। शहर में बेतरतीब ढंग से मनचाहे रूट पर दौडऩे वाले ई-रिक्शा पर अब लगाम लगेगी। आए दिन जाम के झाम से परेशान हो रहे बरेलियंस के लिए अफसरों ने समाधान खोज लिया है। जल्द ही नई व्यवस्था के तहत शहर में ई-रिक्शा संचालन के लिए छह रूट निर्धारित किए गए है। इसके साथ ही रूट के हिसाब से ई-रिक्शा पर कलर कोड भी लागू होगा ताकि ई-रिक्शा अपने निर्धारित रूट पर ही संचालित हो सके। नई व्यवस्था लागू करने के लिए कमिश्नर सौम्या अग्रवाल, डीएम शिवाकांत द्विवेदी और आरटीओ की तरफ से तैयारी भी कर ली गई है। जल्द ही बरेलियंस को नई व्यवस्था के तहत जाम के झाम से निजात मिलेगी।
बनाई जाएगी पार्किंग
ई-रिक्शा के संचालन के लिए नगर क्षेत्र के छह रूट निर्धारित किए गए हैं। निर्धारित रूटों पर कलर कोडिंग कराई जाए। इस संबंध में कमिश्नर ने निर्देश दिया कि रूट के शुरूआत एवं अन्त में ई-रिक्शों हेतु पार्किंग व्यवस्था भी की जाए ताकि शहर में लगने वाले जाम के झाम से निजात मिल सके।
इस तरह होगी कलर कोडिंग
फस्र्ट रूट रेलवे जंक्शन से सुभाषनगर, चौपला चौराहा, खलील तिराहा, नॉवल्टी, पुराना बस अड्डा, सिकलापुर चौराहा, बरेली कॉलेज तिराहा, पटेल चौक होते हुये चौपला चौराहा तक रेड कलर किया जाएगा। सेकंड रूट पर सैटेलाइट से श्यामतगंज, कालीबाडी, बरेली कॉलेज तिराहा, पटेल चौक, नॉवल्टी, पुराना बस अड्डा सिकलापुर होते हुये सैटेलाइट तक येलो कलर रहेगा। थर्ड रूट रेलवे जंक्शन से कैण्ट एरिया, कांधरपुर, बियावान कोठी होते हुए सैटेलाइट तक ब्लू कोडिंग होगी। फोर्थ रूट कोहाड़ापीर पैट्रोल पंप तिराहा से कुदेशिया फाटक होते हुये इज्जतनगर स्टेशन तिराहा तक ग्रीन कोडिंग की जाएगी। फिफ्थ रूट इज्जतनगर स्टेशन तिराहा से किला क्रासिंग वाया हार्टमैन फ्लाई ओवर होते हुये किला क्रासिंग तक पिंक कलर किया जाएगा। सिक्स रूट डेलापीर से संजयनगर, मॉडल टाउन, ईट पजाया, श्यामतगंज पुल, सांई मंदिर, बरेली कॉलेज पूर्वी गेट होते हुये गांधी उद्यान तक सैफरन कोडिंग रहेगी। इनकी वापसी भी निर्धारित रूट्स से ही होगी।
हादसों पर लगाम लगाने के लिए ई-रिक्शा ओवरलोडिंग की वजह से दायी ओर गिर जाते हैं। या फिर दोनों ओर से खुले होने की वजह से यात्री दांयी ओर भी उतर जाते है। इससे कई बार हादसे भी होते हैं। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अब ई-रिक्शों का दांयी तरफ से बंद करने के लिए कमिश्नर ने निर्देश दिया है।
दो माह का दिया समय
शहर में संचालित हो रहे ई-रिक्शा चालकों को ड्राईविंग लाईसेंस बनवाना होगा। जिससे यह सुनिश्चित हो सके की प्रशिक्षित ड्राइवर ही ई-रिक्शा चला रहे हैं। चालकों को ड्राईविंग लाईसेंस बनवाने के लिए दो माह का समय दिया गया है। इस दो माह के अंदर डीएल नहीं बनवाने वालों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
शहर में जाम ने लगे और यातायात व्यवस्था ठीक रहे इसके लिए सिटी में रजिस्टर्ड ई-रिक्शा ही शहर में संचालित हो सकेंगे। देहात एरिया के कोई भी ई-रिक्शा सिटी में प्रवेश नहीं कर सकेगा। अगर देहात को कोई भी ई-रिक्शा सिटी में संचालित मिल गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।