अब पुलिसकर्मियों को देना होगा ड्यूटी का लेखा-जोखा
ड्यूटी के दौरान मौज करने वाले पुलिसकर्मियों पर लगेगी लगाम
हर माह किए गए काम का तैयार करना होगा वर्क रोल रजिस्टर, तीन महीने बाद होगा एक्शन BAREILLY: अब पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान मौज नहीं कर सकेंगे। उनकी मौज पर लगाम लगाने का तरीका सीनियर पुलिस अधिकारियों ने ढूंढ लिया है। डीआईजी के निर्देश पर थानों व पुलिस लाइन के सभी पुलिसकर्मियों को हर महीने अपने काम की डिटेल वर्क रोल रजिस्टर में तैयार करनी होगी। वर्क रोल रजिस्टर के आधार पर ही करेक्टर रोल भी तैयार होगा। तीन महीने तक काम में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर एसएसपी की गाज गिरनी तय होगी। इस संबंध में एसएसपी ने सभी थानों व पुलिस लाइन में आदेश जारी कर दिया है। कार्रवाई में होती है प्रॉब्लमथानों व पुलिस लाइन में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगायी जाती है लेकिन कई पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान खूब मौज करते हैं। पुलिस अधिकारियों के पास उनके काम का कोई रिकॉर्ड भी नहीं होता है। इस वजह से उनके खिलाफ कार्रवाई करने में भी अधिकारियों को दिक्कत होती है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। डीआईजी के निर्देश पर एसएसपी ने सभी थानों व पुलिस लाइन में आदेश जारी किया है। इसके तहत थानों व पुलिस लाइन में तैनात एसआई, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल को अपना वर्क रोल रजिस्टर तैयार करना है। रजिस्टर का फॉर्मेट भी सभी को प्रोवाइड करा दिया गया है।
इन कामों को रजिस्टर में लिखना है इस रजिस्टर में पुलिसकर्मी को अपना नाम, थाना, पद और शैक्षिक योग्यता लिखनी होगी। इसके बाद रजिस्टर में उसे अपने वर्क का ब्यौरा तैयार करना होगा। इसमें बीट सूचना के तहत लॉ एंड आर्डर व क्रिमिनल और क्राइम से जुड़ी सूचना, अ और ब दोनों तरह की फर्द, वांछित एंव इनामी अपराधियों के खिलाफ की गई कार्रवाई, पुलिस के गुडवर्क में सहयोग, प्रार्थना पत्रों की जांच और क्07 व क्क्म् के तहत की गई कार्रवाई को लिखना होगा। यही नहीं हिस्ट्रीशीटर की निगरानी और लॉ एंड आर्डर से जुड़ी हुई इंफॉर्मेशन कलेक्ट करना, परिवारिक मामलों को निपटाने में रोल, बीट या एरिया में हुई घटनाओं की डिटेल के अलावा ऐसा कोई गुडवर्क जिसमें क्राइम को होने से पहले रोका गया हो, इसे भी रजिस्टर में नोट डाउन करना होगा। हर महीने सीओ करेंगे जांचएसएसपी का आदेश है कि यह वर्क रोल रजिस्टर प्रत्येक महीने की फ् तारीख को तैयार हो जाना चाहिए। इसमें बीते महीने का पूरी डिटेल लिखनी होगी। उसके बाद भ् तारीख को संबंधित सीओ इन रजिस्टर को चेक कर उनके वर्क की गहनता से जांच कर समीक्षा करेंगे और रिपोर्ट एसएसपी को भेजेंगे। इसके अलावा प्रत्येक दो महीने में एसपी सिटी, एसपी रूरल, एसपी ट्रैफिक व एसपी लाइन सभी वर्क रोल रजिस्टर की जांच कर रिपोर्ट एसएसपी को देंगे। तीन महीने बाद एसएसपी खुद इन रजिस्टरों की जांच करेंगे। जिस पुलिसकर्मी का काम खराब होगा उसे दंड दिया जाएगा। यही नहीं अच्छे काम करने वाले पुलिसकर्मियों को इनाम भी दिया जाएगा।