होली पर ट्रेनों में 'नो रूम'
फेस्टिव सीजन के चलते ट्रेनों में सीटों की मारामारी
स्लीपर के अलावा एसी कोचेस में भी नो रिजर्वेशन BAREILLY: होली के नजदीक आते ही रेलवे की ट्रेनों में जगह पाने की उम्मीदें मुसाफिरों से दूर होती चली जा रही हैं। फेस्टिव सीजन के चलते रेलवे की ज्यादातर ट्रेनों में सीटें फुल हो गई हैं। नए रिजर्वेशन बुकिंग के लिए रेलवे की वेबसाइट में लंबी वेटिंग लिस्ट का नतीजा सामने आ रहा है। त्योहार पर घर पहुंचने की जल्दी में जिन लोगों ने महीने भर पहले से रिजर्वेशन कराए थे, उन्हीं को सीट मयस्सर हो पा रही। रेलवे की ओर से होली पर लखनऊ-मुरादाबाद रूट पर तीन जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चलाने से थोड़ी राहत भले ही दिखी हो, लेकिन भीड़ को जगह दिलाने के लिए रेलवे की यह तरकीब नाकाफी साबित हो रही है। स्लीपर बने जनरल कोचजंक्शन से गुजरने वाली पंजाब मेल, पदमावत एक्सप्रेस, सियालदह, जननायक, काशी विश्वनाथ, श्रमजीवी सुपरफास्ट, फरक्का एक्सप्रेस समेत हिमगिरी सुपरफास्ट समेत तीन दर्जन से ज्यादा ट्रेनों में वेकेंसी फुल हो गई है। रिजर्वेशन कंफर्म न होने से ट्रेनों के स्लीपर कोच में वेटिंग टिकट वाले मुसाफिरों की तादाद बढ़ गई है। इससे स्लीपर कोचेस की हालत जनरल कोच जैसी हो गई है। यही हाल एसी कोचेस का भी है। थ्री टियर व टू टियर में भी बुकिंग बड़ी मुश्किल से कंफर्म हो पा रही है।
बढ़ गए बेटिकट- इररेगुलर मुसाफिर होली पर घर पहुंचने की कोशिशों में लगे मुसाफिर जनरल कोच में जगह न मिलने पर स्लीपर कोचेस में घुसपैठ कर रहे। वहीं भीड़ के कई गुना बढ़ जाने से कई मुसाफिर बेटिकट हो सफर कर रहे। इन शिकायतों के मिलने पर रेलवे की ओर से चेकिंग इंस्पेक्शन मुहिम शुरू की गई है। अगले दो-तीन दिनों में हालात और खराब होने के आसार है। स्टूडेंट्स व निजी नौकरीपेशा लोगों के भी घरों की ओर निकलने से ट्रेनों में जगह के लिए मारा-मारी बढ़नी तय है।