-स्टूडेंट्स के साथ अमानवीय व्यवहार कर रहा है बीसीबी

- मेल छात्रों के लिए खुला ट्वॉयलेट की व्यवस्था

- पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान का माखौल उड़ा रहा है बीसीबी

BAREILLY: एक तरफ पीएम मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरूआत कर पूरे देश को नीट एंड क्लीन बनाने की अलख जगा रखी है तो दूसरी तरफ इसके उलट बरेली कॉलेज ने इस अभियान की धज्जियां ही उड़ा दी हैं। यह भी तब जब पीएम ने देश के सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजेज में भी इस अभियान को फॉलो करने के निर्देश जारी किए थे। बीसीबी कानून की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स के साथ ही अमानवीय व्यवहार कर रहा है। स्टूडेंट्स को खुले में ट्वॉयलेट करने पर मजबूर कर रहा है। उनके लिए परमानेंट ट्वॉयलेट की व्यवस्था नहीं है। ए ग्रेड कॉलेज में यह सी ग्रेड व्यवस्था नकल को रोकने के नाम पर की गई है।

तो इसलिए की गई थी बिल्डिंग चेंज

एलएलबी का एग्जाम हमेशा से लॉ के न्यू बिल्डिंग में ही होता आया है। यह बिल्डिंग नकल के लिए काफी फेमस है। एलएलबी एग्जाम के दौरान हमेशा जमकर नकल और हंगामा होता है। बिल्डिंग के हर फ्लोर पर ग‌र्ल्स और ब्वॉयज के लिए अलग-अलग ट्वॉयलेट बने हुए हैं। स्टूडेंट्स इन ट्वॉयलेट में नकल की पर्ची छुपाते थे। इस बार बीसीबी ने एलएलबी का सेंटर बदलकर कॉमर्स ब्लॉक कर दिया। यहां पर महज एक ट्वॉयलेट है। लेकिन वह भी केवल छात्राओं को यूज करने के लिए अलाउ किया गया है। जिससे छात्र पर्ची ना छुपा सकें।

सबके सामने करते हैं यूज

नकल को रोकने के लिए बीसीबी ने मेल छात्रों के लिए खुले ट्वॉयलेट्स की व्यवस्था की है। तीन साइड से पॉलीथीन से ढक कर यह व्यवस्था की गई है। स्टूडेंट्स के पास और कोई ऑप्शन ना होने के चलते खुले में सबके सामने इसे यूज करते हैं। जिन स्टूडेंट्स को ज्यादा इमरजेंसी होती है वे ही इसे मजबूरी में यूज करते हैं। बाकी स्टूडेंट्स एग्जाम के तीन घंटे किसी तरह मैनेज कर लेते हैं।

मानवाधिकार का भी है हनन

पीएम मोदी के निर्देश पर पूरे देश में स्वच्छता अभियान की अलग जगी हुई है। इसके तहत एमएचआरडी ने भी यूनिवर्सिटीज और कॉलेजेज कैंपस को नीट एंड क्लीन व हाइजीन बनाने के निर्देश दिए थे। यही नहीं यूजीसी भी कई बार कैंपस में इस तरह के बेसिक एमिनिटीज को पर्याप्त संख्या में प्रोवाइड करने के निर्देश जारी कर चुका है। बावजूद इसके बीसीबी कॉलेज नकल रोकने के नाम पर स्टूडेंट्स के साथ यह आमनवीय व्यवहार कर रहा है। यही नहीं कॉलेज मानवाधिकार का हनन करने का भी जुर्म कर रहा है। स्टूडेंट्स को कैंपस में साफ-सुथरा ट्वॉयलेट प्रोवाइड कराना उनके अधिकार क्षेत्र में आता है।

मैं मानता हूं कि इस तरह की व्यवस्था स्टूडेंट्स के साथ अमानवीय है। लेकिन मैं भी मजबूर हूं। एग्जाम में नकल को रोकना हमारी प्राथमिकता है। इसमें स्टूडेंट्स किसी भी प्रकार की सहायता नहीं करते हैं।

- डॉ। सोमेश यादव, प्रिंसिपल, बीसीबी्र

Posted By: Inextlive