- कार्रवाई के नाम पर होती है सिर्फ खानापूर्ति

- एमवी एक्ट के तहत है कार्रवाई का प्रावधान

BAREILLY: शहर की सड़कों पर बिना लाइसेंस के ऑटो दौड़ रहे हैं। आलम यह है कि अधिकतर ऑटो ड्राइवर के पास लाइसेंस नहीं है। ऐसे में दुर्घटना होने की संभावना भी बनी रहती है। अब सवाल उठता है कि इनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं जाती है। क्यों चालान काटने के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। नियम के मुताबिक लाइसेंस नहीं होने पर क्ख्00 रुपए का चालान काटता है, लेकिन अधिकारी और ड्राइवर कुछ ले-दे कर सब कुछ मैनेज कर लेते हैं।

क्ख्0 के पास लाइसेंस नहीं

आरटीओ में रजिस्टर्ड ऑटो और टेम्पो की संख्या करीब भ्000 है, लेकिन शहर में इससे कहीं अधिक ऑटो व टेम्पो दौड़ रहे हैं। सबसे अजीब बात यह है कि जिनका आरटीओ में रजिस्ट्रेशन है उनके पास भी लाइसेंस नहीं है। इसका खुलासा ओवरलोडिंग के खिलाफ चलाए गए अभियान में सामने आया है। जंक्शन चौकी के पास चले अभियान में क्भ्0 ऑटो चालकों की जांच की गई थी। इनमें से क्ख्0 चालकों के पास लाइसेंस नहीं थे। वहीं दूसरी ओर अलग-अगल रूट्स पर चेकिंग के दौरान भी हर महीने भ्0-म्0 चालक बिना लाइसेंस के पकड़े जाते हैं।

क्ख्00 का चालान

बिना लाइसेंस के पकड़े जाने पर भी अधिकारी इनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है, जबकि एमवी एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई का प्रावधान है। बिना लाइसेंस के पकड़े जाने पर एमवी एक्ट के तहत क्ख्00 रुपए का चालान कटता है। वहीं एक ही गलती बार-बार करने पर गाड़ी सीज करने का नियम है। पर जांच के दौरान चालक कुछ रुपए देकर आसानी से बच निकलते हैं। शायद अधिकारी को भी यह तरीका अच्छा लगता है। क्योंकि पैसे सरकारी खजाने जाने के बजाय उनकी जेब में जाती है।

कार्रवाई करने की कह रहे बात

इस बाबत जब ऑफिसर्स से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बिना लाइसेंस के वाहन दौड़ा रहे लोगों के खिलाफ बड़े स्तर पर अभियान चलाया जाएगा। क्भ् से फ्0 अगस्त तक के बीच अभियान चलाने की योजना है। बरेली के आलावा बाहर के भी अधिकारी बुलाए जाएंगे।

इस तरह की लापरवाही सामने आई है। बिना लाइसेंस के वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सावन खत्म होते ही चेकिंग अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।

संजय सिंह, आरटीओ, इंफोर्समेंट

Posted By: Inextlive