गैस शवदाह गृह पर डीआरडीए की ना
- शहर विधायक डॉ। अरुण कुमार ने 5.50 लाख का भेजा था प्रस्ताव
BAREILLY: शहर में पहली बार बनाए जा रहे गैस शवदाह गृह के प्रस्ताव पर डीआरडीए ने कैंची चला दी है। डीआरडीए ने विधायक निधि से रकम देने से इनकार कर दिया है। डीआरडीए के मुताबिक शासनादेश है कि विधायक निधि केवल उन्हीं कार्यो के लिए जारी की जा सकती है। जहां निधि से वर्क हो और फिर विधायक निधि से हुए कार्य का बोर्ड लगाया जाए। जबकि किसी ट्रस्ट को निधि नहीं दी जा सकती है। डीआरडीए पीडी साहित्य प्रकाश मिश्र ने बताया कि एस्टीमेट की रिपोर्ट के मुताबिक काम के लिए निधि जारी नहीं की जा सकती है। 50 लाख का बनना था श्ावदाह गृहडीआरडीए ने विधायक के प्रस्ताव का एस्टीमेट तैयार करवाया। जांच में पाया कि लगभग 50 लाख की लागत से गैस शवदाह गृह शहर के चौपुला क्षेत्र में बनाया जाना है। शहर विधायक डॉ। अरुण कुमार ने ट्रस्ट को साढ़े पांच लाख रुपये देने के लिए डीआरडीए को प्रस्ताव भेजा था। निर्माण के बाद विधायक निधि से हुआ काम नजर नहीं आएगा। इसलिए डीआरडीए ने रकम देने से इनकार कर दिया। सूत्रों के मुताबिक अब ट्रस्ट की ओर से किसी दूसरे विधायक से निधि लेने की तैयारी की जा रही है। विभाग के मुताबिक वर्ष 2007 में भी दो ट्रस्ट को पहले रकम जारी की गई थी। उसी को आधार बनाकर यह रकम विधायक निधि से जारी की जानी थी लेकिन नए शासनादेश में ऐसे कार्यो में निधि देने का निर्देश नहीं है।