जिले में बढ़ा दहेज हत्याओं का ग्राफ हत्या के 10 बलात्कार के 17 व दहेज हत्या के 62 मामले वर्ष 2015-17 में घटे मामले 2016 में हुई तेजी से बढ़ोतरी 2018 में बढ़े तो 19 में घटी संख्या 2020 में बढक़र 62 हुए केस

(बरेली ब्यूरो)। सरकार ने दहेज के लिए कानून काफी सख्त कर दिया है। इसके बावजूद दहेज हत्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। जिले में छह सालों में 2015 में 46 हत्याएं हुई हैं। बाकी वर्षों में इनकी संख्या 50 से कम नहीं हुई है, जबकि इन मामलों में आरोपियों पर सख्त कार्रवाई के आदेश भी हैं। इसके बाद भी लोग इन घटनाओं को अंजाम देने से बाज नहीं आ रहे। अगर बात करें हत्या और बलात्कार के केसस की तो इन वर्षों में इनकी संख्या में काफी गिरावट दर्ज की गई है। पुलिस रिकॉर्ड में वर्तमान में हत्या के 10 व बलात्कार के 17 मामले दर्ज हैं।

फैक्ट एंड फिगर
अपराध 2015 2016
हत्या 28 27
बलात्कार 63 56
दहेज 46 70

अपराध 2017 2018
हत्या 36 31
बलात्कार 63 72
दहेज 55 64

अपराध 2019 2020
हत्या 25 21
बलात्कार 61 26
दहेज हत्या 51 53

अपराध 2021
हत्या 10
बलात्कार 17
दहेज हत्या 62

बढ़ता लालच
लोगों में लालच इस कदर हावी हो गया है कि वे उसे पूरा करने के लिए किसी भी हद तक गुजर जाते हैं। बात करें दहेज के लालच की तो कुछ लोग लोग शादी को भी व्यापार की तरह ट्रीट करते हैं। पुलिस के पास पहुंची शिकायतों पर नजर डालें तो एक ही बात सामने आती है कि कन्या के पिता द्वारा भरपूद दहेज दिए जाने के बावजूद वर पक्ष द्वारा और दहेज मांगा जाता है। बहू के परिवार के आगे कई विशेष डिमांड्स रख दी जाती हैं। उनके पूरा न कर पाने पर बहू का उत्पीडऩ शुरू कर दिया जाता है। कई मामलों में उसे घर से निकालने से लेकर हत्या तक कर दिए जाने के मामले सामने आते हैं।

अवेयरनेस की कमी
सरकार की तरफ से कानून इतना सख्त कर दिया गया है। सोशल ऑर्गनाइजेशन की ओर से भी इसको लेकर समय-समय पर अवेयरनैस प्रोग्राम भी ऑर्गनाइज किए जाते हैं। इसके बाद भी लोग जागरूक नहीं हो पा रहे। हैरत की बात है कि पढ़े-लिखे समाज के लोग भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं।

केस-1
थाना बारादरी क्षेत्र की रहने वाली प्रतीक्षा की मैरिज वहां के ही नीरज मिश्रा के साथ जनवरी 2020 में हुई थी। कुछ दिनों तक सब ठीक चला, उसके बाद उसकी सास ने 10 लाख रुपए की मांग शुरू कर दी। उन्होंने असमर्थता जताई तो आरोप है कि ससुराल वालों ने उसे परेशान करना शुरू कर दिया। आए दिन मारपीट करने लगे। कुछ दिनों बाद 18 फरवरी को उसकी हो गई। उसके पिता को ससुरालियों ने दो दिन बाद इसकी सूचना दी थी। बताया था कि उसकी डैैथ स्वास्थ्य खराब होने से हुई थी। उसके पिता का आरोप है कि दहेज के लिए उनकी बेटी की हत्या की गई है।

केस-2
इज्जतनगर थाना क्षेत्र की रहने वाली ज्योति की शादी 2018 में पास के गांव अबदुल्लापुर के राकेश से हुुई थी। उसके पिता का कहना है कि शादी के समय इन लोगों की कोई मांग नहीं थी। कुछ समय बीतने के बाद पांच लाख रुपए की डिमांड उन्होंने अचानक रख दी। असमर्थता जताने पर उसे परेशान करना शुरु कर दिया। कुछ दिन ऐसा ही चलता रहा फिर एक दिन पता चला कि ज्योति की तबियत खराब हो गई है। उसे हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया है। लेकिन, जब तक वह वहां पहुंचे, उसकी मौत हो चुकी थी। डॉक्टर से पूछने पर पता चला कि जहरीला पदार्थ खाने से मौत हुई है।

वर्जन
दहेज हत्याओं के मामले जब भी आते हैं, आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाती है। इन मामलों में पुलिस पूरी तरह अलर्ट रहती है। लोगों की नासमझी की वजह से इस प्रकार की घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है।
रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी

Posted By: Inextlive