शहर में दौड़ रही बिना फिटनेस के एंबुलेंस नहीं कर रहे मानकों को फॉलोबिना रजिस्ट्रेशन और बिना टैक्स व बिना फिटनेस दौड़ा रहीं एबुलेंस।


बरेली( ब्यूरो) ।: रोड एक्सीडेंट या कोई और मेडिकल इमरजेंसी होने पर सबसे पहले जरूरत एंबुलेंस की ही पड़ती है, जिससे घायल या मरीज को बिना समय गंवाए हॉस्पिटल पहुंचाया जा सके और उसे इलाज मिल सके। इसके लिए शासन ने 108 व 102 एंबुलेंस सेवा शुरू की है। इसके अलावा मेडिकल हब बन चुके बरेली में बड़ी संख्या में प्राइवेट हॉस्पिटल की एंबुलेंस भी मरीजों के लिए जीवन रक्षक बन रही हैं, लेकिन इन प्राइवेट एंबुलेंस में मानकों की अनदेखी कभी भी मरीज ओर तीमारदार की जान पर भी भारी पड़ सकती है। वजह है कि कई प्राइवेट एंबुलेंस बिना फिटनेस के ही सड़क पर दौड़ रही हैं तो किसी ने टैक्स जमा नहीं किया है। ऐसे में यह लापरवाही जानलेवा भी हो सकती है।

बिना फिटनेस दौड़ा रहे एंबुलेंस
गांधी उद्यान के सामने खड़ी होने वाली प्राइवेट एंबुलेंस यूपी 25 एटी 4877 की फिटनेस 22 अक्टूबर 2021 को समाप्त होने हो चुकी है। इसके बाद भी इस एंबुलेंस का यूज मरीजों को लाने ले जाने में किया जा रहा है। इसी तरह कई और एंबुलेंस भी मानकों की अनदेखी कर मरीजों को ढो रही हैं। यह अनदेखी

व्हीकल एज हो चुकी पूरी
रोड के दोनो साइडों में खड़ी होने वाली एबुलेंस कहीं कागजों में अनफिट तो नहीं। जो कहीं बन जाएं हादसे कारण क्योंकि यूपी 27 टी 9437 नम्बर की एंबुलेंस की फिटनेस तो है है, लेकिन रजिस्टे्रशन डेट के अनुसार इसकी वाहन की उम्र पूरी हो चुकी है। इस एंबुलेंस की रजिस्ट्रेशन डेट 28 जून 2013 है जबकि व्हीकल एज आठ साल पांच महीने थी जो बीते नवम्बर माह में समाप्त हो चुकी है। इसके बाद भी इस एंबुलेंस से मरीजों को ढोया जा रहा है।

लापरवाही न पड़ जाए भारी
प्राइवेट एंबुलेंस मालिक मानकों को ध्यान नहीं रख रहे हैं। यह लापरवाही एंबुलेंस स्टाफ के साथ ही मरीजों और उनके तीमारदारों के लिए भी भारी पड़ सकती है। इसे लेकर न तो अस्पताल संचालक गंभीर हैं और न ही लोग अवेयर हैं।

भरना पड़ सकता है जुर्माना
नियमानुसार समय से फिटनेस न कराने पर वाहन का 5000 रुपए तक चालान किया जा सकता है। इसके बावजूद एंबुलेंस मालिक वाहन की नियमित फिटनेस नहीं करा रहे हैं।

सीएनजी से भर रहीं रफ्तार
नियमानुसार एंबुलेंस को पेट्रोल से ही चलाया जा सकता है, बावजूद इसके कई एंबुलेंस मालिक ज्यादा मुनाफे के लिए मरीजों की जान को खतरे में डाल रहे हैं। पेट्रोल से चलाने की बजाए सीएनजी से वाहनों को दौड़ाया जा रहा है, जबकि एंबुलेंस के अंदर ऑक्सीजन सिलिंडर भी होता है, ऐसे में यह लापरवाही बड़े हादसे का कारण बन सकती है।

एबुंलेंस टैक्स फ्री होती है। यह सरकार की तरफ से फ्री है। अगर फिटनेस न हो तो जुर्माना लगाकर कार्रवाई की जाती है। एबुलेंस चालक को सभी मानका फॉलो करने होते हैं। अगर कोई ऐसा नहीं करता तो सख्ता कार्रवाई का प्रावधान है।
दिनेश सिंह एआरटीओ

Posted By: Inextlive