Bareilly: बहेड़ी थाना क्षेत्र में आदमखोर कुत्ते लोगों के लिए मुसीबत बन गए हैं. सैटरडे सुबह यहां कुत्तों ने दो बच्चों पर हमला कर दिया. इसमें एक बच्चे की जान चल गई और दूसरा बच्चा डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है. इस घटना से स्थानीय लोग बहुत नाराज हुए और मोहम्मदपुर बाईपास चौराहे पर कई घंटे तक प्रदर्शन किया. इससे वहां जाम लग गया. इससे पुलिस प्रशासन और शासन सभी में खलबली मच गई. काफी समझाने के बाद लोगों को वहां से हटाया गया और जाम खुला. फिलहाल इन आदमखोर कुत्तों को पकडऩे के लिए वन विभाग की कई टीमें लगाई गई हैं. पुलिस भी मामले में जांच कर रही है.


अकेला पाकर किया हमलामुवस्सर अली उर्फ लल्ला मोहम्मदपुर गांव में परिवार के साथ रहता है। उसका बहेड़ी थाना क्षेत्र के रुढ़की गांव में खेत है। वह सैटरडे सुबह गन्ने के खेत में पानी लगा रहा था। उसका 12 साल का बेटा सरफराज उसके लिए चाय लेकर पहुंचा। उसे अकेला पाकर अचानक चार- पांच कुत्तों ने उसपर हमला कर दिया। कुत्तों ने उसके शरीर को पूरी तरह से नोच खाया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। रिहान को किया घायल


कुछ देर बाद ही कुत्तों ने रुढ़की गांव में ही रहने वाले तहब्बर अली के 11 साल के बेटे रिहान पर हमला बोल दिया। रिहान घर के बाहर खेल रहा था। कुत्तों ने रिहान को इतनी बुरी तरह से नोचा कि उसके पूरी शरीर पर गंभीर चोटें आई हैं। फैमिली ने उसे ट्रीटमेंट के लिए डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट करवाया है। उसकी कंडीशन काफी सीरियस बनी हुई है। इस घटना के बाद रिहान के पिता व मां फिरोजा काफी सदमें में हैं। रिहान के दो भाई कासिम और यासीन हैं। मौके पर पहुंचा अमला

बार-बार हो रही घटनाओं से लोग गुस्से में आ गए और मोहम्मदपुर बाईपास पर जाम लगा दिया। सूचना पाकर मौके पर बहेड़ी सीओ अखिलेश भदौरिया, तहसीलदार हरिशंकर लाल शुक्ल और बहेड़ी इंस्पेक्टर बलेसिंह अन्य स्टाफ के साथ पहुंचे और लोगों को समझाया। करीब 2 घंटे बाद ट्रैफिक सुचारू रूप से चालू हो सका। मौके पर वन विभाग के अधिकारी भी पहुंचे। कुत्तों के पकडऩे के लिए वन विभाग की कई टीमें लगाई गई हैं। 6 जानें ले चुके हैं कुत्तेयहां कुत्तों का आतंक नया नहीं है। सैटरडे को हुई घटना के बाद अब तक 6 बच्चे कुत्तों का शिकार बन चुके हैं और कई घायल हो चुके हैं। ये अक्सर यहां बच्चों को अकेला पाकर उन पर जानलेवा हमला कर देते हैं। शिकायत की पर कार्रवाई नहीं रुढ़की गांव के हैदर अली ने बताया कि चुनाव के दौरान भी एक बच्चे की कुत्तों के काटने से मौत हो गई थी। इसकी शिकायत की गई है लेकिन कोई नहीं सुनता। एक-एक करके 6 बच्चे अपनी जान गंवा चुके हैं। अब तो लोग बच्चों को बाहर भेजने से डरने लगे हैं।

Posted By: Inextlive